Inspiration इस छात्रा ने किया ऐसा काम, जिसकी सभी कर रहे तारीफ

Inspiration हरियाणा के अंबाला में इंटरमीडिएट की एक छात्रा ने एक ऐसा काम किया है, जिसकी पूरे अंबाला शहर में तारीफ हो रही है। दरअसल, इंटरमीडिएट में पढ़ने वाली छात्रा स्नेहा यादव के पिता कुछ दिन पहले एक सड़क हादसे में घायल हो गए थे, जिसके बाद परिवार के भरण पोषण के लिए संकट पैदा हो गया। इसी आर्थिक संकट को दूर करने के लिए छात्रा ने पढ़ाई के साथ साथ कमाई का जरिया भी निकाल लिया। कोरोना संक्रमण काल में वैसे तो अधिकांश लोग आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। लेकिन जब घर का मुखिया ही बिस्तर पर पड़ जाए तो घर चलाने के लिए धन कहां से आएगा। हरियाणा शहर के अंबाला के एसए जैन कालेज रोड निवासी अजय यादव पिछले दिनों एक सड़क हादसे में घायल हो गए। घायल भी इस कदर हो गए कि उन्हें लंबे समय तक बैड रेस्ट बताया गया। पिता अजय यादव के बिस्तर पर ले जाने के बाद उनके परिवार में कोई भी व्यक्ति घर खर्च चलाने वाला नहीं था। जिस पर अजय यादव की बेटी स्नेहा यादव ने मन में परिवार का भरण पोषण करने की ठानी। स्नेहा यादव इंटरमीडियट की छात्रा है और अंबाला के एसबीएन स्कूल में पढ़ती है। इस बेटी ने अपने पिता के ऑटो को चलाने की ठान ली। इस चुनौतीपूर्ण कार्य को करते हुए अपने परिवार की आमदन का एकमात्र सहारा बन गई। स्नेहा के परिवार में माता पिता के अलावा तीन भाई बहन हैं।
एसबीएन स्कूल की मैनेजमेंट ने भी इस होनहार बिटिया की पढ़ाई सुचारू रखने में हर संभव साथ देने का भरोसा दिया है। छात्रा स्नेहा से जानकारी करने पर पता चला कि वह प्रतिदिन लगभग 600 रूपये कमा लेती है। इन हालात में वह और मजबूत हो गई है। उसका लक्ष्य भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सेवा करना है। अम्बाला की इस बेटी पर गर्व होना चाहिए जो समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बनी हुई है।
Inspiration हरियाणा के अंबाला में इंटरमीडिएट की एक छात्रा ने एक ऐसा काम किया है, जिसकी पूरे अंबाला शहर में तारीफ हो रही है। दरअसल, इंटरमीडिएट में पढ़ने वाली छात्रा स्नेहा यादव के पिता कुछ दिन पहले एक सड़क हादसे में घायल हो गए थे, जिसके बाद परिवार के भरण पोषण के लिए संकट पैदा हो गया। इसी आर्थिक संकट को दूर करने के लिए छात्रा ने पढ़ाई के साथ साथ कमाई का जरिया भी निकाल लिया। कोरोना संक्रमण काल में वैसे तो अधिकांश लोग आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। लेकिन जब घर का मुखिया ही बिस्तर पर पड़ जाए तो घर चलाने के लिए धन कहां से आएगा। हरियाणा शहर के अंबाला के एसए जैन कालेज रोड निवासी अजय यादव पिछले दिनों एक सड़क हादसे में घायल हो गए। घायल भी इस कदर हो गए कि उन्हें लंबे समय तक बैड रेस्ट बताया गया। पिता अजय यादव के बिस्तर पर ले जाने के बाद उनके परिवार में कोई भी व्यक्ति घर खर्च चलाने वाला नहीं था। जिस पर अजय यादव की बेटी स्नेहा यादव ने मन में परिवार का भरण पोषण करने की ठानी। स्नेहा यादव इंटरमीडियट की छात्रा है और अंबाला के एसबीएन स्कूल में पढ़ती है। इस बेटी ने अपने पिता के ऑटो को चलाने की ठान ली। इस चुनौतीपूर्ण कार्य को करते हुए अपने परिवार की आमदन का एकमात्र सहारा बन गई। स्नेहा के परिवार में माता पिता के अलावा तीन भाई बहन हैं।
एसबीएन स्कूल की मैनेजमेंट ने भी इस होनहार बिटिया की पढ़ाई सुचारू रखने में हर संभव साथ देने का भरोसा दिया है। छात्रा स्नेहा से जानकारी करने पर पता चला कि वह प्रतिदिन लगभग 600 रूपये कमा लेती है। इन हालात में वह और मजबूत हो गई है। उसका लक्ष्य भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सेवा करना है। अम्बाला की इस बेटी पर गर्व होना चाहिए जो समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बनी हुई है।







