Right to Education : शिक्षा का अधिकार कानून पाठ्यक्रम में शामिल करने पर करेंगे विचार : बीसीआई

Bci
Will consider including right to education in law curriculum: BCI
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calendar14 Mar 2023 10:50 PM
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नई दिल्ली। बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने मंगलवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा कि वह विधि महाविद्यालयों में शिक्षा का अधिकार कानून को अनिवार्य विषय बनाए जाने के मुद्दे पर उचित समय के अंदर विचार करेगी।

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मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा की अध्यक्षता वाली पीठ गैर-सरकरी संगठन सोशल ज्यूरिस्ट की एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी। इस याचिका में कहा गया है कि बच्चों को मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार (आरटीई) अधिनियम (2009) बच्चों का एक प्रमुख अधिकार है। इसे सही मायने में तभी लागू किया जा सकता है, जब इसे पाठ्यक्रम में एक अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाया जाए। याचिकाकर्ता के वकील अशोक अग्रवाल ने कहा कि आरटीई कानून को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने के लिए पिछले महीने परिषद के सामने अभ्यावेदन दिया गया था और प्राधिकरण को इस पर निर्णय लेने के लिए कहा जाना चाहिए।

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बार काउंसिल ऑफ इंडिया के वकील ने कहा कि निकाय निश्चित रूप से उचित समय के भीतर प्रस्ताव पर गौर करेगा। कानूनी शिक्षा नियमावली के तहत, बीसीआई को कानूनी शिक्षा केंद्रों में अनिवार्य विषय निर्धारित करने की जिम्मेदारी दी गई है। पीठ में न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद भी शामिल थे। पीठ ने सुनवाई के दौरान टिप्पणी की कि याचिका दायर करने से पहले याचिकाकर्ता को बीसीआई को कुछ समय देना चाहिए था। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Stephen Hawking : ईश्वर के अस्तित्व को नहीं मानते थे ये महान वैज्ञानिक

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Stephen Hawking introduced black hole theory to the world.
locationभारत
userचेतना मंच
calendar14 Mar 2023 08:37 PM
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14 मार्च वर्ष 2018 में 76 वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कह देने वाले महान वैज्ञानिक Stephen Hawking की आज पांचवी पुण्यतिथि पर पूरा विश्व उन्हें और उनकी थ्योरीज़ को याद कर रहा है। वर्ष 1971 में दुनिया को ब्लैक होल जैसे रहस्यमयी पिंड के बारे में जानकारी देने वाले Stephen Hawking ने वर्ष 1974 में अपनी ब्लैक होल थ्योरी भी लोगों के समक्ष रखी। उन्होंने लोगों को यह सिद्ध करके दिखाया कि ब्लैक होल क्वांटम प्रभाव के कारण ही पृथ्वी पर ऊष्मा उत्पन्न करते हैं। विज्ञान के क्षेत्र में नयी खोज करने और उन्हें सिद्ध करने की योग्यता को देखते हुए कैंब्रिज जैसी विश्व विख्यात यूनिवर्सिटी में मैथ्स के प्रोफेसर के तौर पर भी नियुक्त किया गया था।

Stephen Hawking

हमेशा अपनी किताबों को बेस्ट सेलर की सूची में लाकर रखने वाले स्टीफन हॉकिंग ने अपनी एक पुस्तक "अ ब्रीफ हिस्ट्ररी ऑफ टाइम" में आसान भाषा में बिग बैंग थ्योरी और ब्लैक होल के बारे में जानकारी दी जिसके कारण वे काफी प्रचलित भी हुए। लेकिन इसके विपरीत ही उन्हें इस पुस्तक के कारण बहुत सारे लोगों की आलोचना भी झेलनी पड़ी। इसके पीछे कारण यह था कि स्टीफ़न हॉकिंग ने ईश्वर के अस्तित्व पर टिप्पणी देते हुए कहा कि ब्रह्माण्ड ने ईश्वर जैसी कोई भी चीज नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने पृथ्वी पर बढ़ती हुई आबादी को मानव जीवन के लिए खतरा बताया। उनका कहना था कि अगर लगातार ऐसे ही मानव जनसंख्या बढ़ती रही तो एक दिन पृथ्वी पर उपलब्ध संसाधन खत्म हो जाएंगे और पृथ्वी एक आग का गोला बन जाएगी। वहीं आज बढ़ते हुए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को भी उन्होंने मानव जाति के लिए किसी खतरे से कम नहीं बताया था।

गंभीर बीमारी ने छीन ली आवाज़

Stephen Hawking की विलक्षण बौद्धिक क्षमता के आगे न्यूरोडीजेनेरेटिव जैसी गंभीर बीमारी ने भी अपने घुटने टेक दिए। उन्होंने व्हील चेयर पर बैठे- बैठे और स्पीच जनरेटिंग उपकरण का प्रयोग करते हुए दुनिया के सामने कई वैज्ञानिक सिद्धांत रखे और उन्हें सत्यापित करके भी दिखाया।

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Education : प्रोफेसर अनिल निगम को मिला ‘बेस्ट मीडिया एजुकेटर’ अवार्ड

Anil
Professor Anil Nigam received the 'Best Media Educator' award
locationभारत
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calendar02 Dec 2025 03:04 AM
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नई दिल्ली। मीडिया फेडरेशन ऑफ इंडिया (एमएफआई) ने वरिष्ठ पत्रकार एवं मीडिया के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रोफेसर (डॉ.) अनिल कुमार निगम को ‘बेस्टर मीडिया एजुकेटर’ अवार्ड से सम्मानित किया है। उन्हें यह पुरस्कार मीडिया एजुकेशन में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए दिया गया है।

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Ashram Flyover Extension : आश्रम फ्लाईओवर का उद्धाटन

प्रोफेसर अनिल कुमार निगम वर्तमान में आईएमएस गाजियाबाद (यूनिवर्सिटी कोर्सेस कैंपस) के पत्रकारिता एवं जनसंचार संकाय में प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं। वह नवागंतुक विद्यार्थियों को अपने व्यावहारिक ज्ञान के माध्यम से मीडिया क्षेत्र में नवाचार और पत्रकारीय कार्य करने के लिए तैयार करते हैं।

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Holi Festival : देश भर में मनाई जा रही है छोटी होली जानें क्या है इसके पीछे का पौराणिक महत्व और परंपराएं

डॉ. निगम वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक हैं। वह पिछले 10 वर्षों से मीडिया के छात्र एवं छात्राओं को पढ़ा रहे हैं। उन्होंने लगभग 18 वर्षों तक अनेक समाचार पत्र एवं पत्रिकाओं में विभिन्न पदों पर कार्य किया है। वह प्रिंट मीडिया के अलावा डिजिटल मीडिया में भी अपने हाथ आजमा चुके हैं। विभिन्न शोध जर्नल, पत्र-पत्रिकाओं एवं न्यूज पोर्टलों में उनके 800 से अधिक शोध पत्र, आलेख, फीचर और रिपोर्ट प्रकाशित हो चुकी हैं। इसके अलावा उनकी चार पुस्तकें और अनेक चेप्टर भी प्रकाशित हो चुके हैं। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।