Health : सेहत के लिए उपयोगी है 'चिरौंजी'

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calendar01 Dec 2025 12:48 AM
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 विनय संकोची Health : 'चिरौंजी'(Chironji)  पयार या पयाल नाम के वृक्ष के फल के बीच की गिरी है, जिसे पकवान, मिठाई, सेवईं और खीर इत्यादि में इस्तेमाल किया जाता है। चिरौंजी को इसके पौष्टिक गुणों के कारण ही सूखे मेवों में विशिष्ट स्थान प्राप्त है। आयुर्वेद चिरौंजी को पुष्टिकारक मानता है। चिरौंजी को संस्कृत में प्रियाल, खरस्कंध, धनु्ष्टप, स्नेहबीज, चारक, प्रियालक, खद्रू, मोक्षवीर्य आदि अनेक नामों से पुकारा जाता है और इसका वानस्पतिक नाम बुकैनानिया कोचीनचाइनेनसिस है। चिरौंजी स्वादिष्ट होने के साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है। अनेक रोगों का नाश करने में चिरौंजी सहायक होती है तो आइए जानते हैं चिरौंजी से होने वाले लाभ के बारे में - • चिरौंजी शारीरिक कमजोरी को दूर करने में सहायक है। ताजी चिरौंजी खाने अथवा दूध में चिरौंजी को खूब अच्छी तरह उबालकर खीर बनाकर सेवन करने से शरीर में ताकत आती है। • चिरौंजी को पाचन के लिए बहुत उपयोगी पाया गया है। चिरौंजी के तेल में खिचड़ी, दलिया आदि बनाकर उसके गुणों का लाभ लिया जा सकता है। साथ ही इसे सीमित मात्रा में चबाकर खाने से भी पाचन क्रिया दुरूस्त होती है। • चिरौंजी सिरदर्द की समस्या से मुक्त कराने में सहायक है। चिरौंजी के साथ खजूर, बादाम, तिल और ककड़ी के बीज बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण को एक चम्मच दूध अथवा पानी के साथ लेने से सिरदर्द में अप्रत्याशित लाभ मिल सकता है। • खुजली की समस्या में भी चिरौंजी लाभकारी है। चिरौंजी की गिरी को गुलाब जल में पीसकर उसमें थोड़ा सा सुहागा मिलाकर खुजली वाले स्थान पर लगाने से खुजली जल्दी ही दूर हो जाती है। • चिरौंजी को एक सौंदर्य प्रसाधन के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। जिनकी त्वचा का रंग सांवला है, यदि चिरौंजी की गिरी को पीसकर दूध में मिलाकर फेस पैक की तरह इस्तेमाल करें तो त्वचा का रंग साफ हो सकता है। • चिरौंजी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी सहायक है। इसके लिए चिरौंजी के 8-10 गिरी को देसी घी में भून कर पीस लें। इस चूर्ण को करीब एक पाव दूध में डालकर अच्छी तरह उबाल लें। इसके उपरांत 500 मिलीग्राम इलायची चूर्ण और चीनी मिलाकर गुनगुना सेवन करें। ऐसा करने से इम्यूनिटी बढ़ सकती है और जल्दी-जल्दी होने वाली सर्दी, जुकाम, खांसी में राहत मिल सकती है। • संतरे के छिलके और चिरौंजी को दूध के साथ पीसकर बनाए गए लेप को मुहांसों पर लगाएं जब लेप सूख जाए तो चेहरे को धो लें। नियमित प्रयोग से मुहांसों में लाभ मिल सकता है। चिरौंजी और गुलाब जल के लेप भी मुंहासे दूर होते हैं। • नियमित और बेहद संतुलित मात्रा में चिरौंजी का सेवन करने से शुगर की समस्या में बहुत फायदा होता है। चिरौंजी रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखने में सहायक है। • चिरौंजी के तेल की कुछ बूंदों के साथ भाप लेने से सांस की परेशानी में बड़ी राहत मिलती है। • चिरौंजी का काढ़ा बनाकर सुबह-शाम पीने से खांसी में तत्काल लाभ होता है। • चिरौंजी का तेल सूजन और संक्रमण वाली जगह लगाने से बहुत लाभ हो सकता है। • डायरिया की समस्या में चिरौंजी का इस्तेमाल अत्यधिक लाभकारी माना जाता है। • बालों के लिए भी काफी उपयोगी है चिरौंजी। चिरौंजी की पत्तियों के अर्क को हर्बल कंडीशनर के रूप में उपयोग में लाया जाता है। इससे बाल नरम, मुलायम और चमकदार बनते हैं, रूखापन खत्म होता है। [ विशेष : चिरौंजी अनेक प्रकार से उपयोगी मेवा है लेकिन इसके अत्यधिक सेवन से नुकसान भी हो सकता है। यहां चिरौंजी के उपयोग से होने वाले लाभ की विशुद्ध सामान्य जानकारी प्रस्तुत की गई है। इस जानकारी को उपचार के रूप में इस्तेमाल करने की सलाह हम बिल्कुल भी नहीं देते हैं। चिरौंजी को रोग विशेष में औषधि के रूप में प्रयोग करने से पूर्व किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें। ध्यान रहे, सामान्य जानकारी चिकित्सक का विकल्प नहीं है।]
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Health : 'आम' है स्वास्थ्य के लिए ख़ास

Mango
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calendar01 Dec 2025 11:11 AM
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 विनय संकोची Health : 'आम '(Mango)  भारत का राष्ट्रीय फल है। देश के लगभग सभी स्थानों में इसकी उत्पत्ति होती है। छोटे से छोटे और बड़े से बड़े बगीचे में आम के वृक्ष लगाए जाते हैं। सड़कों के दोनों ओर आम के वृक्ष की शोभा देते हैं। 'महाकवि कालिदास' ने आम का गुणगान किया है और 'शतपथ ब्राह्मण' में इसका उल्लेख मिलता है। 'वेदों' में आम का नाम आया है और 'अमरकोश' में आम की प्रशंसा इसकी 'बुद्ध कालीन' लोकप्रियता का प्रमाण है। वेदों में आम को विलास का प्रतीक कहा गया है। आयुर्वेद के अनुसार आम के पंचांग यानी पांचों अंग काम में आते हैं। पका फल मधुर, स्निग्ध, वातनाशक, शीतल, प्रमेय नाशक तथा रुधिर के रोगों को दूर करने वाला होता है। यह श्वास, अम्ल, पित्त, यकृत वृद्धि तथा क्षय में भी लाभदायक है। अनेक वैद्यों ने केवल आम के रस और दूध पर रोगी को रखकर क्षय, संग्रहणी, श्वास, रक्त-विकार, दुर्बलता इत्यादि रोगों के उपचार में सफलता प्राप्त की है। पका आम बहुत स्वास्थ्यवर्धक, पोषक, शक्तिवर्धक होता है। यह विटामिन-सी के महत्वपूर्ण स्रोतों में से एक है और इसमें विटामिन-ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। आम सभी फलों का राजा तो है ही, इसमें कई चमत्कारिक गुण भी हैं। यह ग्लूकोज और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। भारत में बहुत पहले से आम पौष्टिक फल के रूप में माना जाता रहा है, लेकिन हाल के शोध के दौरान पाया गया है कि आम तो गुणों का अनुपम भंडार है। आम शरीर में वसा को कम करने में सहायक होता है। आम की गुठली के में बहुत से पोषक तत्व है। आयुर्वेद शास्त्र में इसका खूब उपयोग किया गया है।आम के पत्तों से निकला अर्क इंसुलिन उत्पादन कर ब्लड शुगर का स्तर घटाता है। आम शरीर में ग्लूकोज और कोलस्ट्रोल के लेवल को नियंत्रित रखने में मददगार होता है। एक अध्ययन से पता चला है कि आम में शरीर को फायदा पहुंचाने वाले तत्व अधिक है जबकि नुकसान पहुंचाने वाले मुश्किल से एक दो ही हैं। आम में पाए जाने वाला खास तत्व ब्लड शुगर लेवल को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। डायबिटीज शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को प्रभावित करता है और हृदय उनमें से एक होता है। कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर हृदय को व्यापक तौर पर नुकसान पहुंचा सकता है। आम के पत्तों में फाइबर पेक्टिन और विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में होता है, जो कोलस्ट्रोल खासतौर पर एलडीएल या हानिकारक कोलस्ट्रोल के लेवल को घटाता है। इसके अलावा फल में मौजूद फ्लेवोनॉयड फ्लेवोनॉयड्स लिपिड लेवल को कम करने में मदद करता है। इससे धमनियां मजबूत और स्वस्थ बनती हैं। आम के पत्ते भी ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने में मदद करते हैं। मधुमेह के रोगियों को आम के रस में बराबर मात्रा में जामुन का रस मिलाकर सेवन करना लाभकारी बताया गया है। प्राचीन चीनी दवाइयों में आम के पत्तों का अर्क डायबिटीज और अस्थमा के इलाज में उपयोग किया जाता है। आम के पत्तों में कैफिक एसिड जैसे फिनॉलिक, मैगीफेरिन जैसे पॉलिफिनॉल्स, गैलिक एसिड, फ्लेवोनॉयड्स और कई अस्थाई योगिकों जैसे घटक पाए जाते हैं। यह सभी आम को अच्छा एंटीबायोटिक, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी एलर्जिक प्राकृतिक उत्पाद बनाते हैं। आम की पत्तियों से किडनी में पथरी की समस्या को हल करने और किडनी को सेहतमंद रखने में मदद मिलती है। यह लीवर को सेहतमंद रखने में भी मदद करता है। इसमें लौह तत्व की प्रधानता होती है। रेशे प्रधान होने के कारण यह कब्ज़ में भी लाभकारी है। विटामिन-ए (Vitamin-A) से भरपूर होने के कारण आम का सेवन आंखों के लिए लाभदायक है। इसके सेवन से नेत्र ज्योति बढ़ती है तथा रतौंधी की शिकायत नहीं रहती है। पीलिया रोग में भी आम लाभदायक है यह यकृत को ठीक करता है। कच्चे आम का पन्ना बहुत ही स्वादिष्ट होता है। पन्ना लू लगने में रामबाण औषधि है। कच्ची कैरिओं को पानी में उबालकर, मसलकर निकाले गए गूदे को छलनी में छानकर पानी शक्कर और नमक मिलाकर सेवन करने पर लू लगने की स्थिति में आराम मिलता है। आम का कच्चा फल स्वाद में खट्टा और फल मीठा होता है। यह रुधिर विकार दूर करने वाला तथा फोड़े फुंसियों का नाश करने वाला है। दूध के साथ आम का सेवन अत्यंत लाभदायक है। स्वादिष्ट और रुचिवर्धक होने के साथ-साथ वात, पित्त, कफनाशक, बलवर्धक, पौष्टिक और रंग को निखारने वाला है। 'आम' बेहद गुणकारी है, जिसके बारे में यहां सामान्य जानकारी दी गई है। यदि आम को रोगों के उपचार में औषधि के रूप में प्रयोग करना है तो योग्य आयुर्वेदाचार्य से परामर्श आवश्यक है। ध्यान रहे, सामान्य जानकारी किसी चिकित्सकीय परामर्श का विकल्प नहीं हो सकती है।
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CoronaVirus News Update: 2 साल बाद आज से शुरू होंगी नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ाने

CoronaVirus News Update After 2 years regular international flights will start from today featured images chetnamanch
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userचेतना मंच
calendar27 Mar 2022 04:29 PM
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CoronaVirus News Update: कोरोना महामारी के मद्देनजर 2 साल से बंद नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें (Regular International Flight) रविवार यानि आज से शुरू होंगी।

देश के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों (International Airports) और विमान कंपनियो ने इस संबंध में तैयारियां पूरी कर ली है। आपको बता दे, 23 मार्च 2020 को केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाई थी।

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हालांकि विभिन्न देशों के साथ एयर बबल समझौतों (Air Bubble Agreements) और वंदे भारत मिशन (Vande Bharat Mission) के तहत अबतक विशेष उड़ानें संचालित कीजा रही थी।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Civil Aviation Ministry) ने 8 मार्च को घोषणा की थी कि कोरोना (Corona Cases) के घटते मामलों के बाद 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिरसे शुरू होंगी।

इस फैसले से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अप्रैल के पहले हफ्ते में विदेश की उड़ानों के ऑपेरशन में उछाल आने की उम्मीद जताई जा रही है।

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CoronaVirus News Update: विदेश जाने वालों को बूस्टर डोज जल्द

मोदी सरकार जल्द ही कारोबार, पढ़ाई, नौकरी और दफ्तर के काम से विदेश जाने वालों को भी कोरोना वैक्सीन की एहतियाती खुराक देने का फैसला सरकार ले सकती है। सूत्रों के मुताबिक, विदेश जाने वालों को निजी वैक्सीन केंद्रों से भुगतान कर बूस्टर वैक्सीन डोज लगवाने की अनुमति पर विचार जारी है। अभी स्वास्थ्य कर्मियों,फ्रंट लाइन वॉरिअर और 60 से अधिक उम्र वालों को बूस्टर डोज दी जा रही है। कई देशों में विदेश से आने वालों के लिए बूस्टर डोज कंपल्सरी किया है। खिलाड़ियों, मीटिंग में जाने वाले अधिकारियों को भी यह मंजूरी दी जा सकती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक निर्देश अबत क जारी नहीं किये है। खुराक की प्राथमिकता और सीक्वेसिंग मौजूदा दिशा निर्देशों के अनुसार दूसरा डोज दिए जाने की तारीख से 9 महीने पूरे होने पर आधारित होगा। (CoronaVirus News Update)