Samsung: भारत में लॉन्च की नई टेक्नोलॉजी वाली Neo QLED

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Samsung: Neo QLED with new technology launched in India
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:38 PM
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  Samsung: सैमसंग पिछले कई समय से मार्केट में अपनी टेक्नोलॉजी के लिए जाना जाता है। समय-समय पर अपने फोन में तो कभी अपने LED में और अपने हर प्रोडक्ट में टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग करके। उसे मार्केट में उतारता है और लोगों को सैमसंग के इसी नई फीचर्स नई टेक्नोलॉजी वाली स्कीम पसंद आती है। जिससे लोग उसके प्रोडक्ट्स को खरीदते हैं।

Samsung:

  अपनी टेक्नोलॉजी के बदौलत दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाला देश दक्षिण कोरिया की कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी Samsung ने भारत में Neo QLED 8K और 4K TV लॉन्च किए हैं। इन स्मार्ट टेलीविजन सेट्स के डिस्प्ले की रेंज 50 से 98 इंच तक है। कंपनी का दावा है कि ये गेमिंग के साथ ही फिल्म देखने का भी बेहतर एक्सपीरिएंस देते हैं। इनमें इनफिनिटी स्क्रीन और इनफिनिटी वन जैसे डिजाइन के अलग फीचर्स दिए गए हैं। इनमें Quantum Matrix Technology और Neural Quantum प्रोसेसर है, जिससे 3D जैसे वास्तविक लगने वाली इमेज दिखती हैं। केवल ब्लैक कलर में उपलब्ध होंगे Neo QLED 8K को चार डिस्प्ले साइज - 98 इंच, 85 इंच, 75 इंच और 65 इंच में उपलब्ध कराया है। इसका प्राइस 3,14,990 रुपये से शुरू होता है। कंपनी के Neo QLED 4K स्मार्ट टेलीविजन को पांच डिस्प्ले साइज - 85 इंच, 75 इंच, 65 इंच, 55 इंच और 50 इंच में खरीदा जा सकेगा। ये केवल ब्लैक कलर में उपलब्ध होंगे और इनका प्राइस 1,41,990 रुपये से शुरू होगा। ऑनलाइन स्टोर पर होगा उपलब्ध ये टेलीविजन सैमसंग के रिटेल स्टोर्स, अन्य चुनिंदा रिटेल स्टोर्स और सैमसंग के ऑनलाइन स्टोर सहित ऑनलाइन रिटेलर्स पर उपलब्ध होंगे। कंपनी 25 मई तक Neo QLED 8K टेलीविजन खरीदने वालों को 99,990 रुपये के प्राइस वाली Samsung Soundbar HW-Q990 और चुनिंदा Neo QLED 4K टेलीविजन खरीदने वालों को 44,900 रुपये की Samsung Soundbar HW-Q800 मुफ्त देने की भी पेशकश कर रही है।   इन टेलीविजन में इनफिनिटी स्क्रीन और इनफिनिटी वन डिजाइन एलिमेंट्स के साथ इमर्सिव व्युइंग एक्सपीरिएंस मिलता है। Quantum Matrix टेक्नोलॉजी और Neural Quantum प्रोसेसर से व्युअर्स को वास्तविक लगने वाले कलर्स और पिक्चर्स दिखती हैं। साउंड के बेहतर एक्सपीरिएंस के लिए इनमें Q Symphony 3.0, वायरलेस Dolby Atmos, ऑब्जेक्ट ट्रैकिंग साउंड प्रो और एडैप्टिव साउंड प्रो दिया गया है।

Maharashtra: राजनीति में अचानक कुछ नहीं होता : राकांपा की अहम बैठक से पहले राउत ने कहा

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Maharashtra: राजनीति में अचानक कुछ नहीं होता : राकांपा की अहम बैठक से पहले राउत ने कहा

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Maharashtra News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:56 AM
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Maharashtra News: मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की अपने अगले अध्यक्ष का चयन करने के लिए आयोजित पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक से पहले शिवसेना (UTB) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि राजनीति में कुछ भी आकस्मिक नहीं होता है।

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राकांपा नेताओं अजीत पवार, सुप्रिया सुले, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजबल सहित अन्य पदाधिकारियों की एक समिति की शुक्रवार को बैठक हो रही है, ताकि यह तय किया जा सके कि इस सप्ताह के शुरू में राकांपा प्रमुख शरद पवार के पद छोड़ने के फैसले के ऐलान के बाद पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा।

राउत ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट के हवाले से एक ट्वीट में कहा, “राजनीति में संयोग से कुछ नहीं होता। अगर ऐसा होता है तो आप शर्त लगा सकते हैं कि इसकी उसी तरह योजना बनाई गई थी।”

शरद पवार के राकांपा का अध्यक्ष पद छोड़ने के फैसले पर चर्चा के लिए पार्टी ने मुंबई में बैठक शुरू की है।

गौरतलब है कि शरद पवार (82) ने मंगलवार को मुंबई में अपनी आत्मकथा ‘लोक माझे सांगाति’ के अद्यतन संस्करण के विमोचन कार्यक्रम में राकांपा प्रमुख के पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था।

राज्यसभा सदस्य और विपक्ष के दिग्गज नेताओं में से एक पवार ने कहा था कि वह राकांपा प्रमुख का पद छोड़ रहे हैं, लेकिन सार्वजनिक जीवन से संन्यास नहीं ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि एमवीए गठबंधन में शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राकांपा शामिल हैं।

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Same Sex Marriage : समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देना परिवार व्यवस्था के साथ अन्याय : गिरजाघर

Church
Giving legal recognition to gay marriage is injustice to the family system: Church
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:30 AM
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कोच्चि। समलैंगिक विवाह के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में केंद्र सरकार के रुख की सराहना करते हुए केरल के एक प्रभावशाली कैथोलिक गिरजाघर ‘सिरो-मालाबार गिरजाघर’ ने कहा कि ऐसे रिश्तों को कानूनी मान्यता देना अप्राकृतिक है। यह देश में मौजूद परिवार व्यवस्था के साथ अन्याय है। गिरजाघर ने कहा कि समलैंगिक विवाह पुरुष और महिला के बीच प्राकृतिक संबंधों के कारण बच्चों के पैदा होने और पलने-बढ़ने के अधिकारों का भी उल्लंघन है।

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ऐसे तो हो सकती यौन विकारों को वैध बनाने की मांग

‘सिरो-मालाबार गिरजाघर’ के सार्वजनिक मामलों के आयोग ने कहा कि इसे कानूनी मान्यता देने से बच्चों, जानवरों आदि के प्रति शारीरिक आकर्षण जैसे यौन विकारों को वैध बनाने की मांग भी शुरू हो सकती है। गिरजाघर ने कहा कि उसने इस मामले पर अपने विचार भारत के राष्ट्रपति को आधिकारिक तौर पर सौंप दिए हैं। सार्वजनिक मामलों के आयोग द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि समलैंगिक विवाह के मुद्दे पर केंद्र द्वारा नागरिक समाज से मांगी गई राय के जवाब में गिरजाघर ने राष्ट्रपति के समक्ष अपने विचार रखे हैं, जैसा कि शीर्ष अदालत ने उनसे कहा था।

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गिरजाघर ने की सरकार के रुख की सराहना

गिरजाघर ने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता प्रदान करने के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में जवाबी हलफनामा दायर करने के लिए केंद्र सरकार की सराहना की। इसने कहा कि केंद्र का रुख भारतीय संस्कृति के अनुसार है, जहां विवाह विपरीत लिंग के दो व्यक्तियों के बीच का संबंध है। एक परिवार में एक जैविक पुरुष और जैविक महिला और उनके बच्चे होते हैं। वह ऐसे (समलैंगिक) संबंधों को कानूनी मान्यता देने के प्रयास का भी कड़ा विरोध करता है, क्योंकि यह उसके शास्त्रों, परंपराओं और शिक्षाओं के खिलाफ है। इसने कहा कि समलैंगिक विवाह एक पुरुष और एक महिला के बीच संबंधों के प्राकृतिक क्रम की उपेक्षा है। यह परिवार की अवधारणा और नागरिक समाज के साथ भी अन्याय है। बयान में गिरजाघर ने यह भी कहा कि वह समलैंगिक अल्पसंख्यकों के प्रति सहानुभूति रखता है, लेकिन उसका दृढ़ता से मानना है कि विवाद पुरुष और महिला के बीच संबंध है।

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पांच सदस्यीय संविधान पीठ कर रही सुनवाई

गौरतलब है कि प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच-सदस्यीय संविधान पीठ समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दिए जाने का अनुरोध करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है। केंद्र सरकार ने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने संबंधी याचिकाओं को खारिज करने का उच्चतम न्यायालय से अनुरोध करते हुए कहा कि जीवनसाथी चुनने के अधिकार का मतलब कानूनी तौर पर स्थापित प्रक्रिया से परे शादी का अधिकार नहीं होता है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।