Gyanvapi Masjid काशी विश्वनाथ के महंत का दावा, असली शिवलिंग तो मंदिर में सुरक्षित

Rajendr tiwari
Gyanvapi Masjid
locationभारत
userचेतना मंच
calendar22 May 2022 08:08 PM
bookmark

Gyanvapi Masjid : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद से मिले शिवलिंग को लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत राजेंद्र तिवारी का कहना है कि असली शिवलिंग तो काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षित है, जिसकी पूजा अर्चना की जा रही है।

Gyanvapi Masjid

वायरल हो रहे दावे में महंत राजेंद्र तिवारी कहते हैं कि, "दो चीजे हैं, ज्ञानवापी कुंड और मस्जिद का तालाब अलग-अलग है। ज्ञानवापी कुंड अब अस्तित्व में नहीं रह गया है। अब ज्ञानवापी कूप केवल रह गया है, जिसका उद्धरण काशी खंड, शिव पुराण में है। जो ज्ञानवापी में कुआं है उसे भगवान शिव ने अपने हाथ से खोदा है। ऐसा उद्धरण मिलता है। ज्ञानवापी तालाब पटकर समतल हो गया है। मस्जिद के अंदर का तालाब काफी पुराना है। हम बचपन में वहां खेलने जाया करते थे।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महंत से जब ज्ञानवापी मस्जिद से शिवलिंग मिलने के दावे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उसे आप शिवलिंग मत कहिए। मेरी समझ से किसी भी पत्थर के स्तंभ को शिवलिंग कहना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक मैं उसे देखूं नहीं तब तक मैं उसके बारे में कैसे कहूं। व्यास से शिवलिंग का निर्धारण नहीं होगा। जहां तक काशी विश्वनाथ के शिवलिंग का सवाल है, ज्ञानवापी के ऐतिहासिक मंदिर का तम्लीक-नामा (संपत्ति का कानूनी कागजात) दाराशिकोह द्वारा दिया गया हमारे पूर्वजों के नाम से है, जो आज भी मेरे पास मौजूद है।

>> Ram Mandir : जाने कब से शुरू होगा रामलला का गर्भगृह निर्माण का कार्य

महंत आगे कहते हैं कि जब वह मंदिर अपने अस्तित्व को खो रहा था, तब शिवलिंग हमारे पूर्वजों ने हटाकर वर्तमान में जहां शिवलिंग है, वहां ले जाकर स्थापित किया। वह शिवलिंग आज भी पूजित है। 40 वर्ष तक जब तक औरंगजेब का शासन था, तब तक आम जनता को इस बारे में सूचित नहीं किया गया, लेकिन जब औरंगजेब का शासन खत्म हुआ तो शिवलिंग को आम दर्शन के लिए खोला गया। बाद में अहिल्याबाई को स्वप्न हुआ तो वह आईं और उन्होंने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया। विश्वानाथ मंदिर का शिवलिंग पहले जैसा है, ये कहां से ला रहे हैं?'

अगली खबर पढ़ें

Ram Mandir : जाने कब से शुरू होगा रामलला का गर्भगृह निर्माण का कार्य

Ram mandir
Ayodhya Ram Mandir
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 05:00 AM
bookmark

Ram Mandir : उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद अयोध्या में श्री रामलाल के मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरु हो गई थी। अब वह तारीख नजदीक आने वाली है, जिसका हिन्दू धर्म के लोग काफी समय से इंतजार कर रहे थे। अगले महीने यानि की जून माह वैसे तो काफी गर्मी देने वाला महीना होता है, लेकिन यही माह इतिहास बनने जा रहा है।

Ram Mandir

दरअसल, उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर निर्माण के तहत 1 जून से रामलला के गर्भगृह का निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। गर्भगृह का निर्माण पूरे विधिविधान और पूजा-अर्चन के साथ शुरू होगा। पूजा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गर्भगृह की पहली शिला रखेंगे। जिसकी तैयारियां तेजी के साथ की जा रही हैं।

मिली जानकारी और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल के अनुसार एक जून को सुबह 9 से 11 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में मुख्यमंत्री राम जन्मभूमि परिसर में मौजूद रहेंगे। और रामलला के मंदिर की गर्भगृह की बुनियाद रखेंगे। 11 वैदिक आचार्यों द्वारा विधि विधान से पूजा के बाद, सीएम की अगवानी में भगवान राम लला के गर्भगृह के लिए तराशे गए पत्थरों से निर्माण कार्य शुरू होगा।

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही टेंट में विराजमान रामलला को अस्थाई मंदिर में विराजित कराया था और अब उनके घर के निर्माण कार्य की प्रक्रिया भी वही शुरू करेंगे। फिलहाल राममंदिर के तीसरे चरण के तहत प्लिंथ यानी गर्भगृह के चबूतरे के निर्माण का काम चल रहा है। सात लेयर में बन रहे 21 फिट ऊंचे प्लिंथ की अभी तक पांच लेयर ढाली जा चुकी हैं।

हालांकि, प्लिंथ के निर्माण काम काम पूरा होने में करीब दो महीने और लग सकते हैं, लेकिन ट्रस्ट ने एक जून से गर्भगृह का निर्माण कार्य शुरू करने का फैसला लिया है। माना जा रहा है कि दिसंबर 2023 तक रामलला का गर्भगृह तैयार हो जाएगा, जबकि गर्भगृह में रामलला की प्रतिष्ठापना होते ही भक्त दर्शन-पूजन कर सकेंगे।

अगली खबर पढ़ें

Big News ह​रियाणा के इस पूर्व CM को 26 मई को सुनाएगी सजा, जानें क्या है मामला

Om prakash
Big News Om Prakash Chautala
locationभारत
userचेतना मंच
calendar21 May 2022 10:41 PM
bookmark

Big News Om Prakash Chautala : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला (Om Prakash Chautala) को बड़ा झटका लगा है। आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने दोषी करा दिया है। अब 26 मई को कोर्ट में बहस होगी और उन्हें सजा सुनाई जाएगी। कोर्ट ने दो दिन पहले मामले में दोनों पक्षों की बहस पूरी होने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। आज कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें पूर्व CM ओमप्रकाश चौटाला भी मौजूद रहे।

Big News Om Prakash Chautala

कोर्ट द्वारा आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद 86 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वे जेबीटी भर्ती घोटाले में पिछले साल 2 जुलाई को तिहाड़ जेल से बाहर आए थे। अब फिर उनको जेल जाना पड़ सकता है। कोर्ट के फैसले के बाद उनके समर्थकों में मायूसी छा गई है।

आपको बता दें कि सीबीआई ने 26 मार्च 2010 को ओमप्रकाश चौटाला के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। जिसमें कहा गया था कि चौटाला ने 1993 से 2006 के बीच कथित रूप से उनकी वैध आय से काफी अधिक 6.09 करोड़ रुपए की संपत्ति जुटाई है। यह उनकी आय से कहीं ज्यादा है। हालांकि चौटाला परिवार इन आरोपों को हमेशा से ही राजनीति से प्रेरित बताता रहा है।

जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 में प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की 3 करोड़ 68 लाख की संपत्तियों को जब्त कर लिया था। इन संपत्तियों में ओमप्रकाश चौटाला के फ्लैट, प्लॉट और जमीन शामिल थे। जब्‍त की गईं संपत्तियां नई दिल्ली, पंचकूला और सिरसा में हैं। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत दर्ज रिपोर्ट को लेकर हुई थी।

आपको बता दें कि ओम प्रकाश चौटाला को जनवरी 2013 में जेबीटी घोटाले में दोषी करार दिया गया था। इनेलो सुप्रीमो को प्रीवेंशन ऑफ करप्शन में सात साल और षड्यंत्र में दोषी पाए जाने पर 10 साल की सज़ा हुई थी। पिछले साल ही वे दिल्ली की तिहाड़ कोर्ट से सजा पूरी कर बाहर आए थे। कोर्ट के आज संभावित फैसले पर पूरे प्रदेश के लोगों के साथ राजनीतिक दलों की भी निगाहें टिकी थीं।