22 जनवरी को जन्मे बेटे को मिल राम का नाम, डिलीवरी रूम में बना राम दरबार


Ayodhya Ram Mandir : पिछले काफी समय से अयोध्या में रामलला (Ayodhya Ram Mandir) के दर्शन के आतुर रामभक्तों के लिए इस साल की सबसे बड़ी खुशखबरी सामने आई है। खुशखबरी यह है कि आगामी 10 दस जनवरी 2024 से अयोध्या के राम मंदिर के दरवाजे राम भक्तों के लिए खुलने जा रहे हैं। श्रीराम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के कपाट भक्तों के खोलने के लिए मंदिर ट्रस्ट द्वारा तैयारियां भी शुरु कर दी गई हैं।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन गर्भगृह में रामलला की मूर्ति की स्थापना होगी। उन्होंने कहा कि मंदिर भूकंप प्रतिरोधी और 1000 से अधिक वर्षों तक बने रहने के लिए पर्याप्ततौर पर मजबूत होगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 392 खंभों और 12 दरवाजों वाले इस मंदिर का निर्माण बिना लोहे की छड़ों के किया जा रहा है। पत्थरों को जोड़ने के लिए लोहे के बजाय तांबे के चिप्स (कॉपर चिप्स) का इस्तेमाल किया जा रहा है।
चंपत राय ने कहा कि मुख्य मंदिर का आयाम 350x250 फीट होगा। पीएम नरेंद्र मोदी के सुझाव पर मंदिर के खुलने के बाद उसके आसपास के पांच किलोमीटर के क्षेत्र में लोगों के आने-जाने के असर का आकलन करने के लिए अध्ययन किया जा रहा है। मंदिर का निर्माण 1800 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। राय ने कहा कि निर्माण का 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि हम काम की गति और गुणवत्ता से संतुष्ट हैं।
गर्भगृह में 160 और पहली मंजिल में 82 स्तंभ होंगे। कुल मिलाकर, मंदिर में सागौन की लकड़ी से बने 12 प्रवेश द्वार होंगे, जबकि एक मुख्य प्रवेश द्वार- 'सिंह द्वार' पहली मंजिल पर होगा। 2.7 एकड़ क्षेत्र में फैले इस मंदिर के निर्माण में राजस्थान से लाए गए ग्रेनाइट पत्थरों का उपयोग किया जा रहा है। परियोजना प्रबंधक जगदीश अपाले ने कहा कि गर्भगृह का निर्माण इस तरह किया गया है कि राम नवमी पर सूर्य की किरणें राम लला की प्रतिमा पर पड़े।


