Punjab News : प्रशिक्षण के लिए 36 स्कूलों के प्रधानाचार्यों को सिंगापुर भेजेगी पंजाब सरकार

Bhagwant
Punjab government to send principals of 36 schools to Singapore for training
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 12:12 AM
bookmark
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित 36 स्कूलों के शिक्षक एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए चार फरवरी को सिंगापुर जाएंगे। मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों से पहले राज्य की शिक्षा प्रणाली में बदलाव लाने की गारंटी दी थी।

SPORTS: भारत के अमन ने जगरेब ओपन कुश्ती चैम्पियनशिप मे कांस्य पदक जीता

Punjab News

मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते हैं, वे शिक्षा के स्तर को उठा सकते हैं, इसलिए यह गारंटी दी गई थी कि उन्हें (शिक्षकों को) गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दिलाकर उनके शिक्षण कौशल को बढ़ाया जाएगा। मान ने कहा कि इस गारंटी के तहत 36 प्रधानाचार्य प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए विदेश जाएंगे।

Ramcharitmanas Row: सपा और राजद की मान्यता रद्द करने की मांग

Punjab News

एक सरकारी बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने कहा कि वे सिंगापुर में छह से 10 फरवरी तक शिक्षकों के पेशेवर प्रशिक्षण संगोष्ठी में हिस्सा लेंगे। वे 11 फरवरी को लौटेंगे। मान ने कहा कि इस कदम से राज्यभर के हजारों विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। ये प्रधानाचार्य अपने सहकर्मियों और विद्यार्थियों के साथ अपने अनुभव साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षकों की विशेषज्ञता और पेशेवर दक्षता को और बढ़ाने में मदद मिलेगी। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

UP News : यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल हुई तो कक्ष निरीक्षकों पर होगी ये कार्रवाई

Up board
If there is cheating in the UP board exam, this action will be taken against the room inspectors
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Jan 2023 04:13 PM
bookmark
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने राज्य में नकलविहीन बोर्ड परीक्षाएं सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देशों की एक सूची जारी की है, जिसमें कक्ष निरीक्षकों के मोबाइल, कैलकुलेटर या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का इस्तेमाल करने पर रोक शामिल है।

UP News : UP Board Exam

MP News: उमा भारती ने आखिर एमपी सरकार के खिलाफ मंदिर में क्यों डेरा डाला

उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर 50 फीसदी बाहरी कक्ष निरीक्षक तैनात किए जाएंगे। जिस विषय की परीक्षा होगी, उससे जुड़े शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। बयान के मुताबिक, बोर्ड परीक्षा के दौरान पुरुष कक्ष निरीक्षक किसी छात्रा की तलाशी नहीं ले सकेंगे। इसमें कहा गया है कि जिन केंद्रों पर लड़कियां परीक्षा देंगी, वहां महिला कक्ष निरीक्षकों की तैनाती की जाएगी। निहित स्वार्थ के लिए किसी भी शिक्षक या शिक्षिका को उसके अनुरोध पर किसी विशेष परीक्षा केंद्र पर तैनात नहीं किया जाएगा। इसमें कहा गया है कि परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों के मोबाइल, कैलकुलेटर या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का इस्तेमाल करने पर पाबंदी होगी।

UP News : Copy Free Board Exams

Rashifal 29 January 2023 – मेष से मीन राशि के जातक जाने क्या कहते हैं आज आपके सितारे

बयान के मुताबिक, सभी दिशा-निर्देश नकलविहीन बोर्ड परीक्षाएं सुनिश्चित कराने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के मद्देनजर तैयार किए गए हैं। इसमें माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला के हवाले से कहा गया है कि प्रत्येक परीक्षा कक्ष में दो निरीक्षक होंगे, जबकि 40 से अधिक परीक्षार्थियों वाले परीक्षा कक्ष में तीन निरीक्षक तैनात किए जाएंगे। कक्ष निरीक्षकों को प्रश्नपत्रों की गोपनीयता और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना होगा। उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी परीक्षार्थी किसी भी नकल सामग्री, मोबाइल फोन, कैलकुलेटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर परीक्षा कक्ष में प्रवेश न कर पाए। दिशा-निर्देशों में यह भी कहा गया है कि कक्ष निरीक्षक परीक्षा शुरू होने से पहले परीक्षा कक्ष का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करेंगे कि वहां परीक्षार्थियों को लाभ पहुंचाने वाली कोई पाठ्य सामग्री, पोस्टर, चार्ट या लिखित निर्देश मौजूद न हों। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida   #ChetnaManch  #चेतनामंच
अगली खबर पढ़ें

Pariksha Pe Charcha: टेक-फ्री जोन: बच्चों को गैजेट का गुलाम न बनने के लिए प्रधानमंत्री के सुझाव

28 11
Pariksha Pe Charcha
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 02:54 AM
bookmark
Pariksha Pe Charcha: नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि ऑनलाइन गेम और सोशल मीडिया के परिणामस्वरूप छात्रों का ध्यान भंग होता है। उन्होंने छात्रों को इस लत से बचने के लिए गैजेट के मुकाबले खुद की बुद्धिमत्ता पर भरोसा करने की सलाह दी।

Pariksha Pe Charcha

उन्होंने सुझाव दिया कि नियमित अंतराल पर ‘प्रौद्योगिकी उपवास’ और हर घर में ‘प्रौद्योगिकी मुक्त क्षेत्र’ के रूप में एक सीमांकित क्षेत्र से जीवन का आनंद बढ़ेगा और बच्चों को गैजेट की गुलामी के चंगुल से बाहर आने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ के छठें संस्करण में छात्रों से संवाद के दौरान ये सुझाव दिए। प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम के दौरान छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से संवाद करते हैं और तनाव तथा परीक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करते हैं। मोबाइल फोन के साथ कम ही दिखने का अपना उदाहरण देते हुए मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि किसी को भी प्रौद्योगिकी से परहेज नहीं करना चाहिए, बल्कि अपनी जरूरत के अनुसार खुद को उपयोगिता की चीजों तक सीमित रखना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहला फैसला यह तय करना है कि आप स्मार्ट हैं या आपका गैजेट स्मार्ट है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि समस्या तब शुरू होती है जब आप गैजेट को अपने से ज्यादा स्मार्ट मानने लगते हैं। किसी की स्मार्टनेस उसे स्मार्ट गैजेट का स्मार्ट तरीके से उपयोग करने और अपने लिए लाभकारी उपकरणों के रूप में व्यवहार करने में सक्षम बनाती है। दीपेश अहिरवार, अदिताभ, कामाक्षी और मनन मित्तल ने ऑनलाइन गेम और सोशल मीडिया की लत और परिणामस्वरूप ध्यान भंग होने के बारे में प्रधानमंत्री से सवाल पूछे थे। एक अध्ययन का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक भारतीय औसतन छह घंटे स्क्रीन पर टाइम व्यतीत करता है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में गैजेट हमें गुलाम बनाता है। भगवान ने हमें स्वतंत्र इच्छा और एक स्वतंत्र व्यक्तित्व दिया है और हमें हमेशा अपने गैजेट का गुलाम बनने के बारे में सचेत रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुत सक्रिय होने के बावजूद मुझे मोबाइल फोन के साथ शायद ही कभी देखा जाता है। मैं ऐसी गतिविधियों के लिए एक निश्चित समय रखता हूं। किसी को प्रौद्योगिकी से परहेज नहीं करना चाहिए बल्कि अपनी जरूरत के अनुसार खुद को उपयोगिता की चीजों तक ही उसे सीमित रखना चाहिए। प्रधानमंत्री ने नियमित अंतराल पर ‘प्रौद्योगिकी उपवास’ का सुझाव दिया। उन्होंने हर घर में ‘प्रौद्योगिकी मुक्त क्षेत्र’ के रूप में एक सीमांकित क्षेत्र का भी सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इससे जीवन का आनंद बढ़ेगा और आप गैजेट की गुलामी के चंगुल से बाहर आ जाएंगे। परीक्षा पे चर्चा में भाग लेने के लिए इस वर्ष रिकॉर्ड 38 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अनुसार, यह संख्या पिछले साल की तुलना में कम से कम 15 लाख अधिक है। छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ प्रधानमंत्री के इस संवाद कार्यक्रम का पहला संस्करण 16 फरवरी, 2018 को आयोजित किया गया था।

Baba Bageshwar नोएडा पहुंचा बाबा बागेश्वर धाम का मामला, मुकदमा दर्ज कराने कोर्ट की शरण में पहुंचे दो नागरिक

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida  #ChetnaManch  #चेतनामंच