Corona Alert : भीड़ वाले स्थानों पर मास्क अनिवार्य:कर्नाटक सरकार

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userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:01 AM
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Corona Alert: बेलगावी (कनार्टक)। वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने सोमवार को कई एहतियाती कदम उठाए जिनमें सिनेमाघरों और शिक्षण संस्थानों में मास्क को अनिवार्य बनाना और वृद्धों सहित अधिक खतरे वाली आबादी को भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचने की सलाह शामिल है।

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सरकार ने निर्देश दिया है कि बार, रेस्तरां और पब में केवल उन लोगों को प्रवेश दिया जाए जिन्होंने कोविड-19 से बचाव के लिए टीके की दो खुराकें ली हैं। ऐसे स्थानों को नए साल पर बैठने की क्षमता के बराबर ही मेहमानों की मेजबानी करने को कहा गया है। एक जनवरी को नए साल का जश्न भी रात एक बजे तक खत्म करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ नए साल पर भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क को अनिवार्य किया गया है और बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को ऐसे स्थानों से बचने की सलाह दी गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर और राजस्व मंत्री एवं आपदा प्रबंधन प्रभारी आर अशोक की तकनीकी विशेषज्ञों के साथ हुई बैठक के बाद ये फैसले किए गए। मंत्रियों ने कहा कि भयभीत होने की जरूरत नहीं है और सरकार ने कोविड-19 के प्रसार और प्रभाव को रोकने के लिए केवल एहतियाती कदम उठाए हैं। अशोक ने कहा, चीन और कुछ अन्य देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों और स्वास्थ्य संकट को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हमें अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी करने की सलाह दी है। उनकी (यात्रियों की) निगरानी दो समर्पित अस्पतालों बॉउरिंग और वेनलॉक में होगी जो क्रमश: बेंगलुरु और मंगलुरु में है और जहां पर राज्य के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी में संक्रमण के लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें भर्ती कर निगरानी की जाएगी और जरूरत के तहत इलाज किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि इसके अलावा सिनेमाघर मालिकों को निर्देश दिया गया है कि वे सभी सिनेमाघरों में एन-95 मास्क को अनिवार्य करें। उन्होंने कहा कि स्कूलों और कॉलेजों में मास्क लगाना अनिवार्य होगा और कर्मचारी सुनिश्चित करेंगे कि विद्यार्थी कक्षा में प्रवेश करने से पहले अपने हाथों को रोगाणु मुक्त करें। नए साल के जश्न के संबंध में अशोक ने कहा कि बार, रेस्तरां और पब के कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए कोविड-19 से बचाव के लिए टीके की दो खुराकें लेना अनिवार्य होगा। बेंगलुरु के एम जी रोड पर नए साल का बड़े पैमाने पर आयोजन होता है और इस संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आयोजन स्थल पर मास्क को अनिवार्य किया गया है और पुलिस आयुक्त को निर्देश दिया गया है कि आयोजन एक बजे समाप्त होना चाहिए। मंत्री ने कहा कि यह नियम राज्य में अन्य आयोजन स्थलों पर भी लागू होगा जबकि बच्चों और गर्भवती महिलाओं को वहां (भीड़ में) जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। सरकार ने सभी जिला उपायुक्तों के नेतृत्व में समिति गठित की है जिनमें जिला पंचायत के सीईओ, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, पुलिस अधीक्षक और जिला निगरानी अधिकारी को सदस्य बनाया गया है और इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग परिपत्र जारी करेगा। ये समितियां अपने-अपने जिलों में सभी अस्पतालों, ऑक्सीजन संयंत्रों, आईसीयू और बिस्तरों का निरीक्षण करेंगी। एक सवाल के जवाब में अशोक ने कहा कि फिलहाल नियम का उल्लंघन करने वालों के लिए जुर्माने का प्रावधान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘इस संबंध में हम मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे।’’ स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देश के अनुसार बेंगलुरु और मंगलुरु हवाई अड्डे पर आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में से दो प्रतिशत की कोविड जांच की जा रही है और लक्षण वाले मरीजों को दो समर्पित अस्पतालों में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि संक्रमण की पुष्टि होने पर नमूने को आनुवंशिकी अनुक्रमण के लिए भेजा जाएगा ताकि पता लगाया जा सके कि संक्रमण करने वाला वायरस बीएफ.7 है या कोई अन्य उप स्वरूप। सुधाकर ने कहा कि टीकाकरण बढ़ाने के लिए ग्राम पंचायत से जिला स्तर तक टीकाकरण केंद्र खोले जाएंगे। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों से खासतौर पर मधुमेह और उच्च रक्तचाप से जूझ रहे लोगों को, गर्भवर्ती महिलाओं और बच्चों को समारोहों में जाने से बचने की सलाह दी और कहा कि इस संबंध में सरकार अलग से परामर्श जारी करेगी। उन्होंने कहा, भयभीत होने की जरूरत नहीं है क्योंकि बीएफ.7 ओमीक्रोन का उप स्वरूप है जिसके संक्रमण का सामना देश करीब एक साल पहले कर चुका है। स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि नए साल के जश्न सहित किसी भी कार्यक्रम या गतिविधि को प्रतिबंधित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल अपनी पूर्व निर्धारित योजना के तहत रैलियों, यात्राओं और कार्यक्रमों का आयोजन कर सकते हैं, लेकिन उन्हें सरकार के दिशानिर्देशों का अनुपालन करना चाहिए।

National Politics : अल्पसंख्यक अधिक सुरक्षित भारत में:गृह राज्यमंत्री

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MP News : प्रधानमंत्री करेंगे प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उदघाटन

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calendar30 Nov 2025 09:10 PM
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MP News : भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इंदौर में 11-12 जनवरी को होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन करने का अनुरोध किया है।

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नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद जारी बयान में चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री 8, 9 और 10 जनवरी को इंदौर में होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन के तीन दिन के कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे।

चौहान ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से वैश्विक निवेशक सम्मेलन (ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट) का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन करने का अनुरोध किया है। इस सम्मेलन में 68 देशों के मंत्री, राजनयिक, उद्योगपति और प्रतिनिधिमंडल हिस्सा लेंगे। इनमें गुयाना और सूरीनाम के राष्ट्रपति भी शामिल हैं।

चौहान ने यह भी बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से ओंकारेश्वर बांध पर बने फ्लोटिंग सोलर प्लांट (तैरने वाले सौर संयंत्र) को राष्ट्र को समर्पित करने का अनुरोध किया था।

चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री को मध्य प्रदेश में होने वाली जी-20 की आठ बैठकों और खेलो इंडिया यूथ गेम्स की तैयारियों से अवगत करा दिया गया है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में बताया गया।

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National Politics : अल्पसंख्यक अधिक सुरक्षित भारत में:गृह राज्यमंत्री

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 02:32 PM
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National Politics : पटना। केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने सोमवार को कहा कि देश में सभी अल्पसंख्यक समूह दुनिया के अन्य जगहों के मुकाबले कहीं ज्यादा सुरक्षित हैं।

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बिहार में भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान राय ने उक्त बात राजद के राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी की एक हालिया टिप्पणी के जवाब में कही, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘‘देश में माहौल’’ के कारण वह चाहते हैं कि उनके बच्चे विदेश में ही बस जाएं। राय ने कहा, सभी अल्पसंख्यक समूह जिसमें सिद्दीकी जिस ओर इशारा कर रहे हैं, वे भी शामिल हैं, दुनिया में कहीं और से ज्यादा देश में सुरक्षित हैं। भाजपा की बिहार इकाई के पूर्व अध्यक्ष राय ने कहा, मैं केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री के रूप में पूरी जिम्मेदारी के साथ यह कह रहा हूं। राय के अनुसार राजद और उसकी सहयोगी कांग्रेस सहित अन्य पार्टियां चुनावी लाभ के लिए समाज के कुछ वर्गों की सहानुभूति पाने के लिए अल्पसंख्यकों को धमकाने की बात करते रहते हैं। उन्होंने कहा, इसे कहते हैं तुष्टीकरण की राजनीति। यह तुष्टिकरण की राजनीति थी जो देश के विभाजन का कारण बना। यह पूछे जाने पर कि क्या महात्मा गांधी भी तुष्टिकरण की राजनीति के दोषी थे, केन्द्रीय मंत्री ने कहा, गांधी जी नहीं, बल्कि पाकिस्तान पर शासन करने वालों और खंडित भारत में सत्ता हासिल करने के लिए लोग ऐसी राजनीति कर रहे थे। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अपनी ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ के दौरान दिए गए भाषणों में सशस्त्र बलों को कमजोर करने का भी आरोप लगाया और दावा किया कि चीन और पाकिस्तान जैसे शत्रुतापूर्ण पड़ोसियों ने महसूस किया है कि यह 1960 के दशक का भारत नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोई भी शक्ति हमारे साथ युद्ध करने की हिम्मत नहीं करेगी। यदि युद्ध होता भी है तो परिणाम भारत के पक्ष में होगा। भाजपा के साथ अगस्त में रिश्ता तोड़कर महागठबंधन का हिस्सा बने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए राय ने कहा, हमें पता चला है कि वह एक और यात्रा निकालने जा रहे हैं। ये हथकंडे इस बात की पुष्टि करते हैं कि उनका गवर्नेंस ट्रैक रिकॉर्ड दयनीय रहा है। यह पूछे जाने कि उनकी पार्टी लंबे समय से जदयू के शीर्ष नेता नीतीश की सहयोगी रही है और उनपर बिहार में विकास लाने के लिए प्रशंसा की बौछार करती रही थी, भाजपा नेता ने कहा, जिन सभी क्षेत्रों में कोई सुधार हुआ है, वह हमारी पार्टी के पास रहे विभागों में हुआ है। सारण जिला में जहरीली शराब त्रासदी के बाद नीतीश के ‘‘पियोगे तो मरोगे’’ की टिप्पणी और बाद में प्रदेश में सत्ताधारी महागठबंधन के नेताओं द्वारा एनएचआरसी द्वारा मामले का संज्ञान लिए जाने पर नाराजगी जताए जाने की भी केन्द्रीय मंत्री ने आलोचना की। राय ने यह भी आरोप लगाया कि नीतीश बिहार में चल रही राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर नरम रहे हैं और अपनी बात की पुष्टि के लिए स्कूली परीक्षा के एक प्रश्नपत्र में कश्मीर का एक अलग देश के रूप में उल्लेख किए जाने का उदाहरण दिया। जदयू के शीर्ष नेता नीतीश द्वारा बार-बार यह कटाक्ष किए जाने कि भाजपा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा दिखाए गए समावेशिता से भटक गई है पर, राय ने कहा, उन्हें अटल की कुछ कविताएँ पढ़नी चाहिए। वह सीखेंगे कि नेता किस चीज के लिए खड़ा होता है।

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