INDOR SAMACHAR: 20 माह जेल में रखने पर 20-20 लाख मुआवजा

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar18 Feb 2023 12:49 AM
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INDOR SAMACHAR: इंदौर। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने शराब के अवैध परिवहन के आरोपों में तमिलनाडु के दो ट्रक चालकों के खिलाफ वर्ष 2019 के दौरान दर्ज मामले को रद्द कर दिया है और पुलिस को कड़ी फटकार लगाई है। साथ ही दोनों ट्रक चालकों को 20-20 लाख बतौर मुआवजा देने का आदेश दिया है।

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उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को यह आदेश भी दिया है कि वह दोनों चालकों को दो महीने के भीतर 20-20 लाख रुपये का मुआवजा अदा करे। अदालत ने कहा कि राज्य सरकार चाहे, तो वह इस मुआवजे की वसूली उन अफसरों से भी कर सकती है जिन्होंने शराब परिवहन मामले की जांच में चूक की। अदालत ने कहा कि दोनों चालकों को ‘‘तुच्छ’’ मामले में गिरफ्तार किए जाने के बाद 20 महीने तक जेल में बंद रखा गया जिससे उनके संविधानप्रदत्त बुनियादी अधिकारों का हनन हुआ। उच्च न्यायालय की इंदौर पीठ के न्यायमूर्ति सुबोध अभ्यंकर ने ट्रक चालक सकुल हमीद (56) और सह-चालक रमेश पुल्लामार (41) द्वारा दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 482 के तहत दायर याचिका 14 फरवरी को मंजूर की। अदालत ने बड़वानी जिले के नांगलवाड़ी पुलिस थाने में उनके खिलाफ दर्ज मामले को रद्द कर दिया और उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया। यह मामला धोखाधड़ी और दस्तावेजों की जालसाजी के जरिये शराब के अवैध परिवहन के आरोपों को लेकर भारतीय दंड विधान एवं मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम के संबद्ध प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया था। ट्रक के चालकों को दो नवंबर 2019 को नांगलवाड़ी क्षेत्र में गिरफ्तार किया गया था और 15 जुलाई 2021 को उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद वह जेल से छूट सके थे। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि संबंधित पुलिस अधिकारियों की ‘‘सनक’’ के कारण ही दोनों चालकों के खिलाफ ‘‘तुच्छ’’ मामला दर्ज किया गया था। एकल पीठ ने कहा कि यह अदालत का सुविचारित मत है कि मामले की जांच बदनीयती से की गई और वैध दस्तावेजों के साथ शराब ले जा रहे ट्रक को पुलिस द्वारा रोककर उसकी तलाशी लिए जाने और उसका एक-एक बक्सा गिने जाने की कोई जरूरत ही नहीं थी। मामले में निचली अदालत में पेश आरोप पत्र में कहा गया कि ट्रक चालकों ने पुलिस को शराब के 1,600 बक्सों को चंडीगढ़ से केरल ले जाने का परमिट दिखाया, जबकि इस मालवाहक गाड़ी की तलाशी लिए जाने पर इसमें 1,541 बक्से ही मिले जिससे दस्तावेजों की जालसाजी का पता चलता है।

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Politics : केंद्र की दमनकारी नीतियों का शिकार बनती जा रही है मनरेगा : राहुल

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Politics News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Nov 2025 12:40 PM
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Politics News : नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) केंद्र सरकार की ‘दमनकारी नीतियों’ का शिकार बनती जा रही है।

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उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह भी कहा कि पहले मनरेगा का बजट काटना तथा फिर मानदेय को आधार से जोड़ना, गरीबों की आमदनी पर वार है।

राहुल गांधी ने जिस रिपोर्ट का हवाला दिया उसमें कहा गया है कि दिल्ली में मनरेगा कर्मियों ने एप के जरिये उपस्थिति दर्ज किए जाने की व्यवस्था के विरोध में प्रदर्शन शुरू किया है।

कांग्रेस नेता ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि मनरेगा भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की आधारशिला है। एक क्रांतिकारी नीति जिसने अनगिनत परिवारों को सहारा दिया है। करोड़ों परिवारों का घर चला रही मनरेगा योजना केन्द्र की दमनकारी नीतियों का शिकार बनती जा रही है।

उन्होंने दावा किया कि पहले मनरेगा का बजट काटना, और अब वेतन को आधार से जोड़ना – ये दोनों ग़रीबों की आमदनी पर वार है।

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार की आधार कार्ड के प्रति सोच थी, लोगों को सहूलियत देने की, पहचान की और आर्थिक सुरक्षा देने की। लेकिन मौजूदा सरकार न सिर्फ इस सोच का दुरुपयोग कर रही है, बल्कि इसका इस्तेमाल ग़रीब तबके के विरुद्ध कर रही है।

उन्होंने यह दावा भी किया कि न आधार का सही रूप से संचार हुआ, न सही सुरक्षा की व्यवस्था की गई। आधार कार्ड को मनरेगा के लिए अनिवार्य बना देने से 57 प्रतिशत ग्रामीण मज़दूरों को दिहाड़ी में नुकसान होगा।

उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि नए रोज़गार देने की इनके पास कोई नीति नहीं है। बस लोगों का रोज़गार छीनना और ग़रीबों को उनके हक़ का पैसा मिलने में अड़चनें पैदा करना ही इस सरकार की नीयत बन गई है। न नई सोच, न कोई योजना बस एक नीति, ग़रीबों की प्रताड़ना।

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GURDASPUR MURDER: उसने पीट-पीटकर कर दी पत्नी की हत्या

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GURDASPUR MURDER
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 09:17 AM
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GURDASPUR MURDER: चंडीगढ़। एक 60 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी पत्नी की पीट-पीटकर हत्या कर दी। उसके बाद शव को घर में ही जलाने की कोशिश की। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। घटना पंजाब के गुरदासपुर जिले की है। यह जानकारी पुलिस ने दी।

GURDASPUR MURDER

उन्होंने कहा कि घटना बृहस्पतिवार रात उस वक्त हुई जब गुरदासपुर के दीनानगर में पनियार गांव निवासी संसार चंद ने किसी बात को लेकर विवाद के बाद अपनी पत्नी की बुरी तरह पिटाई की। घटना में गंभीर रूप से घायल महिंद्रो (55) की मौत हो गई। दीनानगर के थाना प्रभारी मेजर सिंह ने कहा कि संसार चंद पेशे से मजदूर है। उसने कुछ लकड़ियां इकट्ठा करने के बाद अपनी पत्नी के शव को जलाने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि आस पास के लोगों के शोर मचाने और पुलिस को सूचित करने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और अधजले शव को अपने कब्जे में ले लिया। सिंह ने कहा कि शुरुआती जांच में यह खुलासा हुआ है कि संसार चंद अपनी पत्नी से लड़ता रहता था और उसे मारता-पीटता था। पुलिस ने बताया कि दंपति का बेटा हिमाचल प्रदेश में काम करता है। व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और उसकी पत्नी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

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