IPL-2023 : PBKS और DC के बीच आज होगा मुकाबला

8 3
PBKS and DC will compete today
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 May 2023 05:12 PM
bookmark
आईपीएल 2023 में पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच मुकाबला खेला जाएगा। ये सीजन का 64वां मैच होगा। ये मुकाबला हिमाचल प्रदेश के खूबसूरत स्टेडियम धर्मशाला में खेला जाएगा। दोनों टीमों का ये इस सीजन में दूसरा मुकाबला होगा। पहले चरण के मुकाबले में दिल्ली के मैदान पर इन दोनों टीमों के बीच मैच हुआ था। जहां मेहमान पंजाब किंग्स की टीम ने दिल्ली कैपिटल्स को उन्हीं के घर में 31 रन से शिकस्त दे दी थी।

IPL-2023

Gorakhpur : नहीं रहे पूर्वांचल के नेता पंडित हरिशंकर तिवारी, मुक्तिधाम पर होगा अंतिम संस्कार

दिल्ली प्लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर आईपीएल के मौजूदा सीजन में दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने अब तक 12 मुकाबले खेले हैं। इस दौरान वे सिर्फ 4 मैचों में जीत दर्ज कर सके, जबकि 8 मुकाबले गंवा दिए। उनके सिर्फ 8 अंक हैं और वे अंक तालिका में अंतिम पायदान पर हैं। बात करें पंजाब किंग्स की तो शिखर धवन की अगुवाई वाली टीम ने अब तक 12 मैचों में 6 मैच जीते हैं और 6 मैच गंवाए हैं, वे 12 अंकों के साथ आठवें नंबर पर हैं। ऐसे में पंजाब किंग्स के पास अब भी मौका है कि वो प्लेऑफ के लिए अंतिम चार में अपना दावा ठोक सके। लेकिन, दिल्ली की टीम उनको हराकर अपने साथ-साथ उनका काम भी खराब कर सकती है। मैच की पिच रिपोर्ट आज पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खेला जाने वाला मुकाबला वैसे तो एक न्यूट्रल वेन्यू धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में खेला जाना है, लेकिन इसे पंजाब किंग्स का दूसरा होम ग्राउंड भी बताया जा रहा है। धर्मशाला में इस सीजन अब तक एक भी मुकाबला नहीं खेला गया है। बर्फीली पहाड़ियों से घिरे इस खूबसूरत क्रिकेट स्टेडियम की पिच की बात करें तो यहां बल्लेबाजों और गेंदबाजों, दोनों के लिए कुछ ना कुछ मौजूद रहने के आसार हैं।

Shahjahanpur : बच्चियों के कपड़े उतारकर निजी अंगों को नोचता था शिक्षक, देखें वीडियो

IPL-2023

किसी ओर करवट बदल सकता है धर्मशाला का मौसम अब तक आईपीएल 2023 में जितने भी मैदानों पर मैच खेले गए हैं, अधिकतर जगह पर खिलाड़ियों को जमकर पसीना बहाना पड़ा है। लेकिन, धर्मशाला में उनको थोड़ी राहत मिल सकती है। धर्मशाला का तापमान आमतौर पर ठंडा ही रहता है और ये मुकाबला भी शाम 7.30 बजे से खेला जाना है। आज आसमान में बादल रहेंगे, थोड़ी बहुत बारिश भी हो सकती है, लेकिन ये उतनी नहीं होगी कि मैच पर प्रभाव डाल सके। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Hyderabad Nijaam History : रंगीनमिज़ाजी और रईस शौकों से भरा पड़ा है निज़ामों का इतिहास

IMG 20230517 WA0001
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 May 2023 05:12 PM
bookmark
Hyderabad Nijaam History : भारत को हमेशा से ही  राजा - महाराजाओं का देश माना जाता रहा है और इसके अधिकांश हिस्सों में कई शूरवीर राजाओं ने एक लम्बे समय तक शासन किया। लेकिन जब हम हैदराबाद के बारे में बात करते हैं तो यहाँ किसी भी मुग़ल या हिंदु राजा का दीर्घकालीन शासनकाल नहीं दिखता है बल्कि 1655 में यहाँ समरकंद से आये कुछ सूफ़ी समुदाय के लोगों ने कुछ समय के बाद से अपना शासन शुरू किया। निजामों की 7 पीढ़ीयों ने हैदराबाद पर एक लम्बे समय तक शासन किया और यहाँ कई बड़े परिवर्तन किये और वे अपने कई रोचक किस्सों के लिए बेहद मशहूर भी हुए तो चलिए जानते हैं हैदराबाद के इन निजामों की कहानी (Hyderabad Nijaam History)....

ज़ब मशहूर हुए उस्मान की कंजूसी के किस्से

वैसे तो हैदराबाद के आखिरी निज़ाम इतने अधिक सम्पन्न थे कि उन्होंने पहले वर्ल्ड वार के समय अपनी सम्पदा का 25 मिलियन पाउंड अंग्रेजों को दे दिया था। वहीं अगर उनके सम्राज्य की बात की जाए तो 80 हजार स्क्वायर-किलोमीटर जैसे बड़े क्षेत्र में फैला हुआ था। वे उस दौर के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक थे और उन्हीं के नाम पर उस्मानिया यूनिवर्सिटी की नींव भी पड़ी लेकिन हैदराबाद के आखिरी निज़ाम की रईसी से कहीं ज्यादा उनके कंजूसी के किस्से मशहूर हुआ करते थे। उनके पैसे को रोकने की आदत, काम पर रखे गए नौकरों को एक छोटा और गंदा कमरा देना, यहाँ तक कि उनके खुद के कमरे भी सिगरेट के कूड़े से भरे रहते थे और उन्हें वे कभी - कभार ही साफ कराया करते। कई मशहूर लेखकों ने उनकी इस कंजूसी की आदत के बारे में खुलकर लिखा है।

Hyderabad Nijaam History

हैदराबाद के आठवें निज़ाम रहे जाह मुकर्रम की धन सम्पदा के बारे में बात की जाए तो उनकी पगड़ी में एक शुतुरमुर्ग के अंडे के बराबर साइज का हीरा लगा हुआ था जिसकी कीमत उस समय 50 मिलियन पाउंड हुआ करती थी। इसके अलावा उन्हें कई बेशकीमती गहनों का भी शौक था। लगभग 2 बिलियन की कीमत के 173 गहने उस समय उनके पास मौजूद थे।

सुपारी पीसने के लिए रखे थे नौकर

ज़ब हैदराबाद के निजामों के इतिहास (Hyderabad Nijaam History) को जानने के लिए कुछ प्रसिद्ध इतिहासकारों और लेखकों की किताब के पन्ने पलटाये जाते हैं तो कई अजीब शान - शौकत की बातें सामने निकल कर आती हैं। ऐसी ही एक बात निजामों के बारे में लिखी हुई है कि जाह मुकर्रम ने सुपारी और अखरोट खाने के लिए अलग से नौकर रखे थे जो उन्हें सुपारी और अखरोट पीस कर देते थे।

Pankaj Udhas Birthday Special- 51 रुपए से कई अवार्ड जीतने तक का सफर, दूसरे धर्म में शादी, जानिए पंकज उधास के बारे बहुत कुछ

अगली खबर पढ़ें

Karnataka Political : 19 को हो सकती है सिद्धारमैया की ताजपोशी, डीके भी अड़े

2 4
Siddaramaiah may be crowned on 19th, DK is also adamant
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 01:21 AM
bookmark
- आर.पी. रघुवंशी नई दिल्ली। कर्नाटक का रण कांग्रेस ने तो जीत लिया है, लेकिन वह अब राज्य में सीएम को लेकर भारी पशोपेश में फंसी है। कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार भी सीएम पद के लिए अड़े हुए हैं। हालांकि पार्टी हाईकमान ने सिद्धारमैया को तवज्जो दी है। ऐसी जानकारी सूत्र दे रहे हैं। शिवकुमार के पिछड़ने के पीछे उन पर आय से अधिक संपत्ति का एक मामला बताया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि आज बुधवार की शाम या गुरुवार को सीएम के नाम का ऐलान हो सकता है। बताया जाता है कि 19 मई को सीएम के तौर पर सिद्धारमैया की ताजपोशी हो सकती है।

Karnataka Political

डीके को मनाने में जुटे कई नेता सिद्धारमैया पहले भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्हें सरकार चलाने अच्छा अनुभव है। उनकी छवि भी बेदाग है। इसलिए पार्टी ने उन्हें तवज्जो दी है। माना जा रहा है पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे उनके नाम का ऐलान कर सकते हैं। पार्टी को इस बात का एहसास है कि सिद्धारमैया को सीएम बनाने से डीके शिवकुमार नाराज होंगे। इसलिए कई बड़े नेताओं पर उन्हें मनाने की जिम्मेदारी दी गई है। सूत्र बताते हैं कि उन्हें डिप्टी सीएम या कोई और महत्वपूर्ण मंत्रालय का जिम्मा दिया जा सकता है।

Pankaj Udhas Birthday Special- 51 रुपए से कई अवार्ड जीतने तक का सफर, दूसरे धर्म में शादी, जानिए पंकज उधास के बारे बहुत कुछ

किसी के चेहरे पर नहीं लड़ा गया चुनाव कर्नाटक में 13 मई को विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे। चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को बैकफुट पर धकेल कर राज्य में प्रचंड जीत दर्ज की। चुनाव से पहले कांग्रेस ने सीएम के चेहरे का ऐलान नहीं किया था। ऐसे में चुनाव के बाद पूर्व सीएम सिद्धारमैया और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने सीएम पद के लिए दावेदारी की। आलाकमान ने दोनों नेताओं को दिल्ली बुलाकर चार दिनों तक मंथन किया, लेकिन फिलहाल किसी नाम पर अब तक आम सहमित नहीं बन पाई है।

Karnataka Political

सिद्धारमैया की कमियां डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया ने मंगलवार को मल्लिकार्जुन खड़गे से अलग अलग मुलाकात की थी। इस दौरान शिवकुमार ने पार्टी नेतृत्व को सिद्धारमैया की कमियां गिनाईं थीं। सूत्र बताते हैं कि शिवकुमार ने खड़गे को बताया था कि सिद्धारमैया का पिछला कार्यकाल अच्छा नहीं रहा था। लिंगायत समुदाय भी उनके खिलाफ है। सिद्धारमैया को पहले सीएम बनाया जा चुका है, तो अब किसी और को मौका क्यों नहीं मिलना चाहिए। शिवकुमार का यह भी आरोप था कि साल 2019 में गठबंधन टूटने का कारण भी सिद्धारमैया ही थे। उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि अब मेरे मुख्यमंत्री बनने का समय है। आलाकमान को मुझे मौका देना चाहिए।

Greater Noida News : नवीन अस्पताल के आईसीयू में लगी आग, शीशे तोड़कर निकाला गया धुआं

पीछे हटने को तैयार नहीं शिवकुमार कर्नाटक में भी राजस्थान जैसे हालात हैं। राजस्थान में राज्य पार्टी प्रमुख सचिन पायलट ने चुनाव में जीत के बाद सीएम पद की दावेदारी की थी। उनका तर्क था कि उन्होंने पूरे राज्य की खाक छानकर पार्टी को खड़ा किया, इसलिए सीएम पद पर उनका ही हक है। अब यही बात कर्नाटक में पार्टी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार कह रहे हैं। उनका कहना है कि साल 2019 में सत्ता से बेदखल होने के बाद उन्होंने ही प्रदेश में पार्टी को दोबारा खड़ा करने का काम किया। सिद्धारमैया पहले सीएम रह चुके हैं, इसलिए अब इस कुर्सी पर उनका हक होना चाहिए। शिवकुमार ने यह भी साफ कर दिया है कि पार्टी यदि मुझे मुख्यमंत्री पद देती है तो मैं इसे जिम्मेदारी के रूप में लूंगा, जैसा मैंने प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर किया था, अन्यथा मैं सिर्फ एक विधायक के तौर पर काम करता रहूंगा। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।