Delhi News : देश के विकास को रोकने के मंसूबे वाली ताकतें ‘आप’ के खिलाफ : केजरीवाल

16 10
Delhi News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar11 Apr 2023 09:22 PM
bookmark

Delhi News / नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि देश के विकास को बाधित करने का मंसूबा रखने वाली सभी ‘राष्ट्र-विरोधी ताकतें’ उनकी पार्टी के खिलाफ हैं। केजरीवाल ने 10 वर्ष की छोटी अवधि में ‘आप’ को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने को चमत्कारिक और अविश्वसनीय बताते  हुए कहा कि इस दर्जे के साथ बड़ी जिम्मेदारी भी मिली है। उन्होंने भारत को विश्व का नंबर एक देश बनाने के लिए लोगों से ‘आप’ में शामिल होने की अपील की।

Delhi News

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पार्टी मुख्यालय में एक संबोधन में कहा कि देश के विकास को बाधित करने के मंसूबों वाली सभी राष्ट्र-विरोधी ताकतें ‘आप’ के खिलाफ है, लेकिन भगवान हमारे साथ है। उन्होंने कहा कि आप की विचारधारा तीन स्तंभों.. कट्टर ईमानदारी, कट्टर देशभक्ति और मानवता पर आधारित है। पार्टी का मकसद भारत को दुनिया का नंबर एक देश बनाना है।

पार्टी के स्वयंसेवकों को पार्टी की विचारधारा के तीन स्तंभों कट्टर ईमानदारी, कट्टर देशभक्ति और मानवता की याद दिलाते हुए केजरीवाल ने कहा कि मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। भगवान चाहता है कि हम देश के लिए कुछ करें।उन्होंने कहा कि ‘आप’ से करोड़ों लोगों की उम्मीद अब विश्वास में बदल गई है। लोगों ने हमें एक बड़ी जिम्मेदारी दी है और भगवान के आशीर्वाद से हम इसे ईमानदारी से पूरा करेंगे। उन्होंने पार्टी का समर्थन करने और उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाने में सहयोग व समर्थन करने वाले सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया।

जैन और सिसोदिया को भी याद किया

केजरीवाल ने इस मौके पर जेल में बंद उनकी सरकार के पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को भी याद किया।उन्होंने कहा कि ‘आप’ के स्वयंसेवक जरूरत पड़ने पर जेल जाने को तैयार हैं और जिनको जेल जाने से डर लगता है वे पार्टी छोड़ सकते हैं। केजरीवाल ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य होगा अगर मेरे खून का कतरा-कतरा देश के काम आए। देश की राजनीति में सकारात्मक बदलाव लाने का श्रेय ‘आप’ की सफलता को देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने दूसरों को ईमानदारी से चुनाव जीतने का तरीका दिखाया है।उन्होंने कहा कि देश में 1,300 राजनीतिक दल हैं, जिनमें से केवल छह को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त है और सिर्फ तीन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और अब ‘आप’ की एक से अधिक राज्यों में सरकारें हैं।

मुफ्त बिजली देने को मजबूर किया

उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘आप’ ने अन्य राजनीतिक दलों को मुफ्त बिजली देने का वादा करने के लिए मजबूर किया है।दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मुफ्त बिजली देने का वादा करना शुरू कर दिया है, हालांकि वे ऐसा (वादा पूरा) नहीं कर रहे हैं। हम उन्हें भी ऐसा करने को मजबूर करेंगे।उन्होंने ‘आप’ को देश में सकारात्मक राजनीति करने का श्रेय दिया और कहा कि केवल ईमानदारी से ही एक सफल सरकार चलाई जा सकती है।

भारत G-20 के जरिये बाकी दुनिया तक पहुंचाएगा अपने डिजिटल बदलाव की कहानी : अमिताभ कांत

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

भारत G-20 के जरिये बाकी दुनिया तक पहुंचाएगा अपने डिजिटल बदलाव की कहानी : अमिताभ कांत

15 10
G-20 Summit 2023
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 03:29 PM
bookmark

G-20 Summit 2023 नई दिल्ली। भारत अपनी डिजिटल बदलाव की कहानी को बाकी दुनिया तक पहुंचाने के लिए जी20 का इस्तेमाल करेगा। भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने मंगलवार को यह बात कही। उन्होंने यहां कहा कि इस पहल से ‘वैश्विक दक्षिण’ में लोगों के जीवन में बदलाव आएगा।

G-20 Summit 2023

अखिल भारतीय प्रबंध संघ (एआईएमए) के 8वें राष्ट्रीय नेतृत्व सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर चार अरब लोग ऐसे हैं, जिनके पास डिजिटल पहचान नहीं है और ढाई अरब लोगों के पास बैंक खाता भी नहीं है। उन्होंने कहा कि दुनिया में 133 देश ऐसे हैं, जहां डिजिटल तेज भुगतान नहीं है।

कांत ने कहा कि डिजिटलीकरण के कारण भारत नागरिकों के जीवन को बदलने और अधिक उत्पादक रूप से कुशल अर्थव्यवस्था बनने में सक्षम है।

उन्होंने कहा कि हम भारत के इस मॉडल को दुनिया के बाकी हिस्सों में कैसे ले जाते हैं, यह चुनौती है और इस डिजिटल बदलाव की कहानी को दुनिया के बाकी हिस्सों तक पहुंचाने के लिए जी20 का इस्तेमाल करेंगे और देखेंगे कि इस मौके का कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं।

नीति आयोग के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ने कहा कि वैश्विक दक्षिण में नागरिकों के जीवन को बदलने के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है।

आमतौर पर लातिनी अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और ओशनिया क्षेत्र को ‘वैश्विक दक्षिण’ कहा जाता है।

Delhi : मुगल मस्जिद नमाज मामले में कोर्ट का एएसआई और केंद्र को नोटिस

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Delhi : मुगल मस्जिद नमाज मामले में कोर्ट का एएसआई और केंद्र को नोटिस

Mughal
Court notice to ASI and Center in Mughal Masjid Namaz case
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 10:12 PM
bookmark
नई दिल्ली। दिल्ली वक्फ बोर्ड की प्रबंध समिति की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र तथा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) से अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है। याचिका में बोर्ड ने महरौली इलाके में मुगल मस्जिद में नमाज अदा करने से रोकने के मामले के जल्द निपटान का अनुरोध किया है। न्यायमूर्ति मनोज कुमार ओहरी ने मंगलवार को बोर्ड की याचिका पर सुनवाई करते हुए ये नोटिस जारी किए।

Delhi

27 अप्रैल को होगी मामले की सुनवाई

याचिका में उच्चतम न्यायालय के एक आदेश के आलोक में बोर्ड द्वारा मामले की सुनवाई निर्धारित तिथि 21 अगस्त से पहले करने का अनुरोध किया है। शीर्ष अदालत ने उच्च न्यायालय से मामले को जल्द से जल्द निपटाने का अनुरोध किया था। याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए वकील एम. सूफियान सिद्दीकी ने कहा कि मामला काफी समय से लंबित है। उन्होंने मामले को सुनवाई के वास्ते 27 अप्रैल के लिए सूचीबद्ध करने की अपील भी की। सिद्दीकी ने कहा कि मामले में तत्काल सुनवाई की जरूरत है, क्योंकि रमजान का महीना चल रहा है, जो जल्द ही ईद-उल-फितर पर समाप्त होगा। लोग मुगल मस्जिद में नमाज अदा करने का इंतजार कर रहे हैं। न्यायमूर्ति ओहरी ने कहा कि नोटिस जारी करने और मामले को अप्रैल के अंत में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने के निर्देश दिए।

Ghaziabad : ग्राम विकास के लिए मिले राजस्व पर कुंडली मारे बैठा है GDA

13 मई 2022 में एएसआई ने लगाई थी नमाज पर रोक

बोर्ड ने दिल्ली के महरौली इलाके में मुगल मस्जिद में नमाज रोकने के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के आदेश के खिलाफ उच्च न्यायालय का रुख किया है। उच्च न्यायालय का रुख करते हुए याचिकाकर्ता ने शिकायत की कि एएसआई के अधिकारियों ने बिना कोई नोटिस या आदेश जारी किए 13 मई 2022 से मुगल मस्जिद में नमाज अदा करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी, जो गैरकानूनी, मनमाना और जल्दबाजी में किया गया फैसला है।

Delhi

सुप्रीम कोर्ट ने पहले खारिज कर दी थी याचिका

इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली उच्च न्यायालय के उस आदेश को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी थी, जिसमें उसने मस्जिद में नमाज रोकने के खिलाफ दिल्ली वक्फ बोर्ड की प्रबंध समिति की अर्जी पर समय से पहले सुनवाई करने से इनकार कर दिया था। हालांकि शीर्ष अदालत ने उच्च न्यायालय से कहा था कि वह लंबित मामले में सुनवाई करे और यथाशीघ्र इस पर निर्णय करे।

Rajasthan : सचिन पायलट के अनशन वाले मंच पर दिखा अजब नजारा Video

संरक्षित क्षेत्र के भीतर है मस्जिद

याचिका में कहा गया कि मस्जिद को संरक्षित स्मारक के रूप में अधिसूचित नहीं किया गया है। यह संरक्षित घोषित स्मारकों का हिस्सा भी नहीं है। पिछले साल 13 मई से पहले इसे नमाज के लिए कभी बंद नहीं किया गया था। उच्च न्यायालय के समक्ष दायर याचिका के जवाब में एएसआई ने कहा कि मस्जिद कुतुब मीनार की सीमा के भीतर आती है। इसलिए वह संरक्षित क्षेत्र के भीतर है, जहां नमाज की अनुमति नहीं दी जा सकती। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।