Noida Politics : जानें, UP Elections से पहले अचानक कैसे बदले नोएडा के राजनीतिक समीकरण...

Political equations of Noida suddenly changed before UP Assembly Election 2022 BSP changed its view SP strategists confused e1639808315122
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calendar18 Dec 2021 05:11 PM
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[caption id="attachment_12126" align="alignleft" width="150"]RP Raghuvanshi Editor Chetna Manch Newspaper आर. पी रघुवंशी, संपादक (चेतना मंच)[/caption] नोएडा. उत्‍तर प्रदेश (UP Assembly Election 2022) के चुनावी जंग का मैदान सज चुका है. अब प्रतीक्षा इस मैदान पर उतरने वाले प्रत्याशी नुमा योद्धाओं की है. नोएडा विधानसभा सीट (Noida Assembly seat) की बात करें तो पिछले 15 दिनों से इस सीट पर नित नए समीकरण बन रहे हैं. कौन-कौन खिलाड़ी मैदान में उतरेंगे यह तो अगले कुछ दिनों में स्पष्ट होगा, किंतु अब तक एक तरफा लग रहा मुकाबला अब काफी रोचक होता हुआ नजर आ रहा है . सब जानते हैं कि मात्र 2 महीने बाद उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) होने हैं. उत्तर प्रदेश का प्रवेश द्वार माने जाने वाले नोएडा विधानसभा क्षेत्र को भाजपा (BJP) का मजबूत गढ़ माना जाता है. अब तक लग रहा था कि नोएडा सीट पर भाजपा के वर्तमान विधायक व आगामी स्वाभाविक प्रत्याशी पंकज सिंह (Pankaj Singh) का यहां कोई मुकाबला ही नहीं है. तमाम विश्लेषक दावा कर रहे थे कि नोएडा का मुकाबला एकतरफा है. जैसा कि हमेशा कहा जाता है कि राजनीति में कब क्या हो जाए कुछ नहीं कहा जा सकता. कुछ ऐसा ही नोएडा सीट (Noida Assembly seat) पर होता हुआ नजर आने लगा है. पिछले 10-15 दिनों में जो हुआ है, उससे यहां का चुनाव बेहद दिलचस्प होने की भरपूर संभावना पैदा हो गई है. पढ़ें : Noida Politics: UP Elections से पहले BSP को एक और झटका, गजराज नागर ने छोड़ी पार्टी दरअसल, भारतीय लोकतंत्र (Indian Democracy) की कड़वी हकीकत यह है कि यहां चुनाव मुद्दों पर नहीं, बल्कि जातीय समीकरणों पर हारे व जीते जाते हैं. इस हकीकत पर गौर करें तो नोएडा क्षेत्र में कांग्रेस (Congress) पार्टी के दिग्गज नेता कृपाराम शर्मा (Kriparam Shrama) के बसपा (BSP) में शामिल होते ही नोएडा सीट पर चुनावी वातावरण में बदलाव नजर आने लगा था. उसके तुरंत बाद नोएडा की सबसे बड़ी संस्था फोनरवा (FONRWA) के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा (Yogendra Sharma) ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का दामन थाम कर मानो राजनीतिक धमाका ही कर दिया. कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक (Pankhuri Pathak) व आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) पहले से चुनावी जोड़-तोड़ में लगे ही थे. राजनीतिक विश्लेषकों का साफ मत है कि नोएडा विधानसभा सीट पर ब्राह्मण मतदाता (Brahmin Voters) सबसे अधिक है. अभी तक ब्राह्मण समाज का एकतरफा समर्थन भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ था. ऐसे में बसपा, सपा व कांग्रेस से ब्राह्मण नेताओं की दावेदारी ने सभी को चौंका दिया है. माना जा रहा है कि बसपा से पंडित कृपाराम शर्मा का चुनाव लड़ना तय हो गया है. समाजवादी पार्टी के सूत्र भी दावा कर रहे हैं कि पिछले 5 वर्षों से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे पार्टी के पूर्व प्रत्याशी सुनील चौधरी के स्थान पर उनकी पार्टी के नवागंतुक योगेंद्र शर्मा पर दांव लगाया जा सकता है. यह अलग बात है कि सपा के रणनीतिकार वैश्य समाज के चेहरे की भी तलाश में लग गए हैं. पढ़ें : जानिए क्या है अखिलेश यादव की नई योजना ‌इन रणनीतिकारों का मत है कि कृपाराम शर्मा के लड़ने से ब्राह्मण प्रत्याशी उतारने का दाव उल्टा भी पड़ सकता है. ऐसे में या तो पार्टी को कोई मजबूत वैश्य समाज का चेहरा मिल जाए या फिर नोएडा अथवा गौतमबुद्ध नगर जनपद (Gautam Buddha Nagar District) ही नहीं पश्चिमी यूपी (Western UP) की पूरी राजनीति को देखते हुए गुर्जर समाज के चेहरे पर ही दांव लगाया जाए. ऐसे में वे रणनीतिकार चकरघिन्नी बने हुए हैं, जो योगेंद्र शर्मा को सपा का मास्टर स्ट्रोक समझ रहे थे. अब यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि अब तक नोएडा की सीट को सी कैटेगरी यानी सबसे मुश्किल सीट मानकर चल रही समाजवादी पार्टी का इस सीट पर अगला दांव क्या होगा? कौन-कौन प्रत्याशी होंगे, यह तो आने वाले कुछ दिनों में स्पष्ट हो जाएगा, लेकिन यह परम सत्य है कि अचानक नोएडा के राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं.
छलांग पर सवाल! अब तक पूरी तरह है गैर राजनीतिक संस्था रही फोनरवा के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा (FONRWA President Yogendra Sharma) ने 1 सप्ताह पूर्व अचानक समाजवादी पार्टी में शामिल होकर बड़ा राजनीतिक धमाका किया 'था'. यहां 'था' शब्द बड़ा महत्वपूर्ण है. विश्लेषकों का मत था कि शर्मा लखनऊ में सपा की सदस्यता लेकर जैसे ही नोएडा लौटेंगे तो यहां उनका भव्य स्वागत समारोह होगा. वे अपने समर्थकों को एकजुट करके कोई बड़ा आयोजन करेंगे या फिर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) उनके स्वागत सत्कार में कुछ ऐसा आयोजन करेगी, जिससे क्षेत्र की हवा बदलने का संकेत मिले. किंतु विश्लेषकों का यह आकलन फेल साबित हुआ है. राजनीतिक पार्टी में शामिल होने की घोषणा करके योगेंद्र शर्मा ने क्षेत्र में जो ऊंची छलांग लगाई थी, कम से कम शहर में सार्वजनिक तौर पर तो वह छलांग कहीं नजर नहीं आई . इस बीच कुछ सामाजिक संगठनों व आरडब्लूए आदि ने उनके विरोध में स्वर जरूर मुखर कर लिए हैं. अब यह देखना बेहद महत्वपूर्ण होगा कि सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बनने चले योगेंद्र शर्मा का अगला कदम क्या होगा?
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Noida Politics: UP Elections से पहले BSP को एक और झटका, गजराज नागर ने छोड़ी पार्टी

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userचेतना मंच
calendar17 Dec 2021 06:40 PM
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नोएडा : बहुजन समाज पार्टी (BSP) को एक और झटका लगा है. आए दिन बसपा छोडने वालों की कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है. बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) के वरिष्ठ नेता व जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष (अध्यक्ष पति) गजराज नागर ने बसपा छोड़ दी है. आज प्रात: लखनऊ में नागर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हो गए. चर्चा है कि वे सिकंदराबाद विधानसभा सीट (Sikandrabad Assembly constituency) से सपा के प्रत्याशी होंगे. नागर मेरठ की किठौर विधानसभा सीट से बसपा के प्रत्याशी भी रहे हैं. पढ़ें : बसपा के जाटव वोटबैंक में सेंध लगाने की भाजपा ने की तैयारी गजराज नागर जिला गौतमबुद्घनगर (Gautam Budh Nagar) में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के मजबूत स्तंभ माने जाते थे. वे बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP Supremo Mayawati) के गांव बादलपुर के ही निवासी हैं. वह मायावती के इतने नजदीक रहे हैं कि पूरे प्रदेश में उन्हें उनका भाई माना जाता था. दादरी(Dadri) सीट से 2 बार विधायक रहे सतवीर गुर्जर उनके समधी हैं. उन्हें समाजवादी पार्टी में शामिल कराने में पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी की विशेष भूमिका रही. पढ़ें : ब्राह्मण समाज किसी के बहकावे में न आए: मायावती आज लखनऊ में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) के आवास पर वे समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. उन्होंने सिकंदराबाद विधानसभा सीट से पार्टी टिकट के लिए भी दावेदारी की है. अखिलेश यादव ने उन्हें आश्वासन दिया है कि कहीं अच्छी जगह उन्हें समायोजित किया जाएगा. पढ़ें : Up Election: कुख्यात गैंगेस्टर मुख्तार की विधान सभा में बसपा सुप्रीमो का मास्टर स्ट्रोक इस खबर ने गौतमबुद्धनगर (Gautam Budh Nagar) जिले की राजनीति(Politics) में व्यापक हलचल मचा दी है. राजनीतिक विश्लेषक इस घटनाक्रम को आने वाले दिनों के लिए बड़ी उथल-पुथल के रूप में देख रहे हैं. इससे दादरी विधानसभा सीट (Dadri Assembly Constituency) के समीकरण बदलने के कयास भी लगाए जा रहे हैं.
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BJP:चुनाव घोषणा पत्र तैयार करने से पहले भाजपा लेगी जनता के मन की थाह

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userचेतना मंच
calendar13 Dec 2021 07:03 PM
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नईदिल्ली। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव(UP Election) की बाजी अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा (BJP)तरह-तरह की जुगत लगा रही है। पार्टी अब चुनावी घोषणा पत्र तैयार करने के पहले जनता के मन की थाह लेगी। इसके लिए 15 दिसम्बर से एक अभियान चलाए जाने की तैयारी है। जिसका नाम ‘सुझाव आपका,संकल्प हमारा’ दिया गया है। इसके माध्यम से पार्टी लोगों से सुझाव लेगी और उसे अपने चुनाव घोषणा पत्र में शामिल करेगी।

 बता दें कि योगी सरकार के वरिष्ठ मंत्री सुरेश खन्ना (Suresh Khanna)की अगुवाई में चुनाव घोषणा पत्र कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी सभी विधानसभा क्षेत्रों में जाकर लोगों से बातकर सुझाव मांगेगी। लोगों से यह जानने की कोशिश करेगी कि क्षेत्र की प्रमुख समस्याएं क्या हैं,जिनका समाधान अपेक्षित है। इसी जानकारी के आधार पर पूरा चुनाव घोषणा पत्र तैयार किया जाएगा। इसके लिए अलग-अलग क्षेत्रों के अनुभवी लोगों की भी मदद ली जाएगी। बताया जा रहा है कि इस अभियान के दौरान पार्टी जहां-जहां अपने कार्यक्रम करेगी,वहां और इसके अलावा सभी भाजपा कार्यालयों में एक आंकाक्षा पेटी रखी जाएगी। जिसमें लोग अपने-अपने सुझाव लिखकर डाल सकेंगे। पार्टी स्वास्थ्य,निवेश,रोजगार,प्रशासन व अपनी अन्य उपलब्धियों की एक पुस्तिका प्रकाशित कर उसे जनता के बीच वितरित करेगी और उनसे इस पर उनकी राय लेगी। माना जा रहा है कि जनवरी के आखिर तक यूपी में भाजपा अपने चुनावी घोषणा पत्र को जारी कर देगी।