Arya Samaj आर्य समाज का विवाह प्रमाण पत्र मान्य नहीं : सुप्रीम कोर्ट

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Bilkis Bano Case
locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Jun 2022 10:48 PM
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Arya Samaj : आर्य समाज (Arya Samaj) की ओर से जारी विवाह प्रमाण पत्र के मामले पर सुप्रीम कोर्ट (supreme court) ने शुक्रवार को बड़ा फैसला सुनाया है, और कोर्ट ने कानूनी मान्यता देने से साफ इनकार कर दिया है, बता दें कि जस्टिस जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस बीबी नाग रत्ना की पीठ ने कहा कि आर्य समाज का काम और अधिकार क्षेत्र विवाह प्रमाण पत्र जारी करना नहीं है, विवाह प्रमाण पत्र जारी करने का काम तो सक्षम प्राधिकरण ही करते हैं, कोर्ट के सामने असली प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जाए।

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आपको बता दें कि उच्चतम न्यायालय ने अप्रैल में मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करने के लिए सहमत दी, तब जस्टिस केएम जोसेफ और जस्टिस हृषिकेश रॉय ने आर्य प्रतिनिधि सभा से स्पेशल मैरिज एक्ट 1954 की धाराओं 5, 6, 7 और 8 प्रावधानों को अपनी गाइड लाइन में महीने के अंदर अपने नियमन में शामिल करने के लिए भी कहा गया।

गौरतलब है कि यह मामला प्रेम विवाह का बताया जा रहा है, जबकि लड़की के घरवालों ने अपनी लड़की को नाबालिग बताते हुए पुलिस में अपहरण और रेप जैसे मामले में एफ आई आर दर्ज करा रखी थी और लड़की के घरवालों ने युवक के खिलाफ पोक्सो एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज करवाया गया।

वही इस मामले में युवक ने कहा कि लड़की बालिक है उसने अपने स्वयं के विवेक और अधिकार से विवाह का फैसला किया है, आर्य समाज मंदिर में विवाह हुआ, सुप्रीम कोर्ट के सामने युवक ने मध्य भारतीय आर्य प्रतिनिधि सभा की ओर से जारी विवाह प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किया, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने इसे मानने से इनकार कर दिया।

अंग्रेजों ने आर्य मैरिज वैलिडेशन एक्ट को साल 1937 में पारित किया था। भारत में दूसरी जाति में शादी करने की इजाजत नहीं होने की वजह से कई लोगों ने आर्य समाज को अपनाया शुरू किया, क्योंकि यहां उनके साथ जाति के नाम पर किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाता था। और वैदिक रीति-रिवाजों के अनुसार होने वाली आर्य समाज की शादी को वैधता देने के लिए आर्य मैरिज वैलिडेशन एक्ट लाया गया। जिसमें वर-वधू के अलग-अलग जाति के होने पर भी उनके विवाह को मान्यता दी जाने लगी, इस एक्ट में यह भी साफ लिखा गया था कि अगर वर-वधू शादी से पहले हिंदू के अलावा किसी अन्य धर्म से होंगे तब भी उनका विवाह अमान्य नहीं माना जाएगा। यह एक्ट आज भी भारत में लागू है जिसे सभी आर्य समाज मंदिर अपनाते हैं।

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Elon Musk: टेस्ला के कर्मचारियों की जाने वाली है नौकरी, नई नौकरियों पर लगाई गई रोक

Economic times
Source: The Economic Times
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:34 AM
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नई दिल्ली: दुनिया के जाने माने अमीर आदमी और इलेक्ट्रिक कार बनाने को लेकर कंपनी टेस्ला (Tesla) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) का कर्मचारियों की छंटनी को देखने के साथ बड़ा बयान सामन आ चुका है। एलन मस्क ने जानकारी दिया है कि कार बनाने वाली कंपनी अपने कर्मचारियों की संख्या में देखा जाए तो 10% की कमी होने जा रही है। इसके अलावा दुनियाभर में सभी नई हायरिंग पर भी रोक लगाया (Elon Musk) जा चुका है। उन्होंने ग्लोबल इकोनाॅमी को लेकर देखा जाए तो चिंता भी जाहिर कर दिया गया है। उन्होंने बताया है कि दुनियाभर में इकाेनाॅमी की वर्तमान हालातों को देखकर बहुत बुरी महसूस किया जा रहा है।

टेस्ला के अधिकारियों को भेजा जा चुका है मेल

गुरुवार को टेस्ला के अधिकारियों को लेकर इंटरनल ईमेल भेजा गया था। यह ईमेल "दुनिया भर में सभी नियुक्तियों को रोकें" टाइटल से साझा किया गया है। ईमेल की कॉपी न्यूज एजेंसी रॉयटर्स द्वारा जारी की गई है। जानकारी के मुताबिक मस्क ने इस सप्ताह की शुरुआत में देखा जाए तो टेस्ला के कर्मचारियों को कार्यालय वापस लौटने को लेकर कंपनी छोड़ने के लिए कह दिया गया था। मस्क ने पहले ही बता दिया गया है कि कर्मचारी को कम से कम 40 घंटे (हर हफ्ते) ऑफिस में आने के बाद काम करना होगा वरना नौकरी छोड़ सकते हैं। मस्क ने मंगलवार रात कर्मचारियों को भेजे जाने वाले एक अन्य ईमेल में लिख दिया था कि, "टेस्ला में सभी को हर सप्ताह कार्यालय में न्यून्तम 40 घंटे बिताने ही जा रहे हैं। यदि आप नहीं आ रहे हैं, तो हम मान लेंगे कि आपने इस्तीफा दिया है।" भारत में मस्क टेस्ला का लगाना चाहते हैं प्लांट आपको बता दे कि मस्क भारत में टेस्ला का प्लांट लगाने योजना बना रहे हैं। हालांकि, अभी इसमें कई सारी परेशानी आ रही है। हाल ही में मस्क ने जानकारी दिया है कि कि टेस्ला उस जगह पर अपना कोई मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं लगाने जा रही है, जहां उसे पहले कार को बेचने और सर्विस वाली पमिशन नहीं मिली है।
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Kanpur News : कानपुर में दो समुदायों में पथराव

Kanpur pic
locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Jun 2022 10:24 PM
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Kanpur : कानपुर। कानपुर के बेकनगंज इलाके में आज दोपहर जमकर बवाल हो गया। करीब एक हजार से ज्यादा लोग सड़कों पर उतर आए। दोनों तरफ से पथराव हुआ। कानपुर के इस मिश्रित आबादी वाले इलाके में तनाव है। कई लोग पथराव में चोटिल हो गए। उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। एक सामाजिक संस्था ने मुस्लिम इलाकों में बंदी के ऐलान से विवाद हुआ था। परेड चौराहा पर सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए थे। दरअसल, बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के टीवी डिबेट के दौरान की गई एक टिप्पणी किए जाने से मुस्लिम समाज नाराज था। मुस्लिम इलाकों में बंदी का आह्वान नेता हयात जफर हाश्मी ने किया था। लोगों ने सड़कों पर रुक-रुककर पथराव किया। पुलिस ने पूरे एरिया की घेराबंदी कर दी है। संदेह के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। व्यापारियों ने खुद ही बाजार बंद कर दिया है। फिलहाल कानपुर में तनाव का माहौल बना हुआ है। ये बवाल उस वक्त हुआ जब पीएम मोदी और राष्ट्रपति के आने के चलते काफी सुरक्षा व्यवस्था लगी थी। पीएम, राष्ट्रपति के साथ शहर से करीब 70 किमी. दूर एक कार्यक्रम में मौजूद हैं। पथराव शुरू होने के वक्त बाजार में लोग मौजूद थे। इसलिए भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए करीब 12 थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। पुलिस ने लाठीचार्ज किया। जिसके बाद लोगों को खदेड़ा जा सका।