Uttar Pradesh: पुलिस और प्रशासन के लिए आने वाले दिन चुनौती भरे!

Saharanpur 1
Uttar Pradesh
locationभारत
userचेतना मंच
calendar11 Jun 2022 07:39 PM
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Uttar Pradesh भाजपा की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के बाद यूपी में माहौल लगातार गर्म हो रहा है। कानपुर से भड़की हिंसा अब दूसरे शहरों का रुख कर रही है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद यूपी के प्रयागराज, सहारनपुर और मुरादाबाद में हिंसा भड़की तो वहीं झारखंड की राजधानी रांची में भी जमकर बवाल हुआ। रांची में तो दो लोगों की मौत भी हो गई। पिछले दिनों कानुपर और इसके बाद प्रयाराज में हुए बवाल की तस्वीरें बताती हैं कि दोनों जगहों पर उपद्रवियों का तरीका एक जैसा ही रहा। यूपी के खुफिया विभाग ने आशंका जताई है कि आने वाले दिनों में यूपी के अन्य शहरों में भी उपद्रवी अपनी हरकतों को अंजाम दे सकते हैं। इसलिए पुलिस और प्रशासन के लिए आने वाले दिन चुनौती भरे होने की संभावना है।

Uttar Pradesh

कानपुर और फिर प्रयागराज में हिंसा के लिए जुमे की नमाज के बाद ही समय चुना गया। इस दिन मस्जिदों में नमाज अदा करने के लिए लोग भारी संख्या में जुटते हैं। ऐसे में उपद्रव की साजिश रचने वालों को भीड़ जुटाकर अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए अनावश्यक मशक्कत नहीं करनी पड़ी। फिर, एक-दूसरे को उकसा कर उन्हें हिंसा में शामिल कर लिया गया।

कानपुर और प्रयागराज में पुलिस और स्थानीय इंटेलिजेंस भले ही दावा करे कि उनकी ओर से सतर्कता बरती गई थी। मगर, हकीकत में पुलिस और स्थानीय इंटेलिजेंस से बड़ी चूक हुई। उपद्रवियों ने पहले से ही ईंट-पत्थर, बम और पेट्रोल बम इकट्‌ठा कर रखे थे। इसकी भनक पुलिस और इंटेलिजेंस को माहौल बिगड़ने के पहले नहीं लग पाई।

कानपुर में 3 जून को हिंसा की शुरुआत नई सड़क से हुई थी। वहीं, 10 जून को प्रयागराज में हिंसा की शुरुआत अटाला से हुई। दोनों ही शहरों के यह स्थान ऐसे हैं, जहां भारी भीड़ उमड़ने के बाद भी पर्याप्त संख्या में फोर्स नहीं तैनात की गई थी। नतीजतन, उपद्रवियों को हिंसा के लिए पर्याप्त समय और अवसर मिला और पुलिस काफी मशक्कत के बाद माहौल को सामान्य करने में सफल हुई।

कानपुर और प्रयागराज में जुमे के दिन हुई हिंसा में 15 से 17 साल के लड़के पथराव करने के दौरान सबसे आगे दिखे। यह सुनियोजित साजिश का एक अहम पहलू माना जा रहा है। हिंसा की साजिश रचने वालों को पूरा विश्वास था कि बच्चों को आगे देख पुलिस के रुख में नरमी आएगी और उन्हें उपद्रव की आग को फैलाने के लिए पर्याप्त अवसर मिलेगा।

कानपुर और प्रयागराज में हुई हिंसा में यह बात सामने आई है कि इसकी साजिश में शामिल रहे लोगों का नाता सीएए-एनआरसी प्रदर्शन से भी रहा है। भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा को लेकर देशव्यापी विरोध के बीच ऐसे लोगों की गतिविधियों की मॉनिटरिंग नहीं की गई। नतीजतन, वही लोग भोले-भाले लोगों को हिंसा में शामिल होने के लिए उकसाने में सफल रहे।

कानपुर और फिर प्रयागराज में हिंसा से पहले वॉट्सऐप जैसे सोशल मीडिया के अहम प्लेटफार्म का सहारा लिया गया। उसके सहारे धर्म विशेष के लोगों को फर्जी मैसेज भेज कर उनकी धार्मिक भावनाओं को भड़काया गया। यह मैसेज खासतौर से उन्हीं लोगों को भेजे गए जो सोशल मीडिया की हर खबर पर आसानी से आंख बंद कर भरोसा कर लेते हैं और उसके बारे में अन्य लोगों को भी बताते हैं।

कानपुर में हिंसा से पहले राज्य सरकार के आला अफसरों ने चेताया था कि हर छोटी-बड़ी घटना पर नजर रखी जाए। माहौल को भांपते रहें और तैयारी मुकम्मल रखें। इसके बावजूद स्थानीय पुलिस-प्रशासनिक स्तर से लापरवाही हुई और उसका नतीजा उपद्रव के तौर पर देखने को मिला। कानपुर हिंसा के बाद एक बार फिर राज्य सरकार की ओर से सभी जिलों को अलर्ट किया गया था, लेकिन कानपुर की गलती प्रयागराज में भी दोहराई गई और शहर में बवाल हो गया। अलर्ट को गंभीरता से नहीं लिया गया।

>> Violence in UP प्रयागराज, सहारनपुर और मुरादाबाद में बवाल, पत्थरबाजी
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Ranchi Update: हालात ​तनावपूर्ण, अगले आदेश तक इंटरनेट सेवाएं बंद

Ranchi
Ranchi Update
locationभारत
userचेतना मंच
calendar11 Jun 2022 07:12 PM
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Ranchi Update : नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर झारखंड की राजधानी रांची (Ranchi Update) के कई इलाकों में पत्थरबाजी की घटना में अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनका सरकारी सहित अन्य निजी अस्पतालों मे इलाज चल रहा है। प्रशासन ने एहतियातन रांची के 13 थाना क्षेत्रों मे धारा 144 लागू कर दी है। वहीं गृह विभाग की तरफ से इंटरनेट सेवाओं को भी बंद अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।

Ranchi Update

आपको बता दें कि रांची में शुक्रवार की दोपहर जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल के बाद स्थिति पुलिस के नियंत्रण में तो है, लेकिन हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। रांची के लालपुर, लोअर बाजार, डेली मार्केट, हिंदपीढ़ी, जगन्नाथपुर, कोतवाली, सुखदेव नगर, पंडरा ओपी, चुटिया, डोरण्डा और अरगोड़ा थाना क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है। इन इलाकों में एक साथ 4 लोगों के जमा होने पर मनाही है।

वहीं वर्तमान स्थिति को देखते हुए लोगों के बीच किसी तरह की अफवाह न फैले इसे लेकर अगले आदेश तक इंटरनेट सेवाओं को भी बंद किया गया है। बताया जा रहा है कि शुरुआती दौर में इंटरनेट सेवाओं को शनिवार सुबह 6 बजे तक के लिए बंद किया गया था, जिसे फिर अगले आदेश तक के लिए बढ़ा दिया गया है ताकि अफवाहों पर विराम लग सके। गौरतलब है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद अचानक हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग रांची के एकरा मस्जिद के पास जमा हो गए। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी की और नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नूपुर शर्मा का पुतला भी जलाया। जिसके बाद मुस्लिम समुदायों के द्वारा हाथ में काला झंडा और धार्मिक झंडे के साथ जुलूस निकाला गया और फिर जब पुलिस के द्वारा इन्हें डेली मार्केट के पास रोकने की कोशिश की गई तो स्थिति बेकाबू हो गई। भीड़ ने जमकर पत्थरबाजी करनी शुरू कर दी जिससे मौके पर ही कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।

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Violence Update: बंगाल में फिर भड़की हिंसा, उपद्रवियों ने पुलिस पर किया पथराव

Bangal
Violence Update:
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:45 AM
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Violence Update: : भाजपा नेत्री नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के बाद उत्तर प्रदेश के कानपुर से शुरु हुआ हिंसा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को जहां यूपी के ही प्रयागराज, सहारनपुर और मुरादाबाद और झारखंड के रांची में पत्थरबाजी हुई थी, वहीं शनिवार को यह आग पश्चिम बंगाल पहुंच गई है। बंगाल में उपद्रवियों द्वारा पुलिस पर पथराव किया गया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। यहां पर धारा 144 लागू कर दी गई है।

Violence Update

पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के पंचला बाजार में शनिवार को एक समूह ने जमकर पत्थरबाजी और हिंसा की। पुलिस ने उपद्रवियों को रोकने की कोशिश की तो उन्हें भी पत्थरों की चोट सहनी पड़ी। समुदाय विशेष के लोगों ने पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी की। अराजक तत्वों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस बलों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी को लेकर देश के अलग-अलग राज्यों में विरोध चल रहा है।

उलुबेरिया-सब डिवीजन, हावड़ा के अधिकार क्षेत्र के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों और रेलवे स्टेशनों के हिस्सों में और उसके आसपास सीआरपीसी की धारा 144 को 15 जून तक बढ़ा दिया गया है. गत शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद पश्चिम बंगाल के अलावा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड, तेलंगाना सहित कई राज्यों में हिंसा भड़क गई. इस दौरान पुलिस और पत्थरबाजों के बीच जमकर झड़प हुई।

आपको बता दें कि झारखंड की राजधानी रांची में हिंसक प्रदर्शन के दौरान 2 लोगों की मौत हो गई। पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में शुक्रवार को अराजक तत्वों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर सड़कों और रेल पटरियों को बाधित किया गया था। राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर हावड़ा जिले में शुक्रवार की शाम से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। भाजपा, ममता बनर्जी के नेतृत्व में राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रही है। भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी का कहना है कि मुख्यमंत्री से राज्य के हालात संभल नहीं रहे हैं। उपद्रवियों से सख्ती से निपटने की बजाए ममता बनर्जी उनसे निवेदन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर तृणमूल सरकार राज्य के हालात को नहीं संभाल पा रही तो, केंद्र सरकार को जिम्मेदारी सौंप दे। सुवेंदु अधिकारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पश्चिम बंगाल में पैरा मिलिट्री उतारने की मांग की है। भाजपा सांसद सौमित्र खान ने भी बंगाल में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की मांग की है।