BRICS Summit : अब घिसट-घिसट कर चलने वाला देश नहीं रहा भारत : जयशंकर




Odisha Rail Accident : लंदन/मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा सहित दुनिया भर के नेताओं ने ओडिशा में हुई ट्रेन दुर्घटना के पीड़ितों के परिवारों और भारत सरकार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार रात कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 288 हो गई। देश के सबसे भीषण रेल हादसों में से एक इस दुर्घटना में 800 से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं।
रूस के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजे संदेश में अपनी संवेदना प्रकट की। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय ‘क्रेमलिन’ की वेबसाइट पर प्रकाशित ‘टेलीग्राम’ संदेश में कहा गया है, ‘‘ओडिशा में त्रासद ट्रेन दुर्घटना पर हमारी गहरी संवेदना स्वीकार करें। हम उन लोगों के दुख को साझा करते हैं जिन्होंने इस त्रासदी में अपने रिश्तेदारों और करीबियों को खो दिया और हम सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।’’
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक ने बचाव कार्यों में अथक परिश्रम करने वालों की सराहना की। सुनक ने ट्वीट किया, ‘‘मेरी संवेदना प्रधानमंत्री मोदी, ओडिशा में दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। मारे गए लोगों के परिवार और दोस्तों के प्रति मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। बचाव कार्य के लिए अथक प्रयास करने वालों की सराहना करता हूं।’’
जापान के प्रधानमंत्री किशिदा ने रेल दुर्घटना के बाद प्रधानमंत्री मोदी को एक शोक संदेश भेजा। किशिदा ने एक बयान में कहा, ‘‘ओडिशा में रेल दुर्घटना में कई लोगों की मृत्यु और लोगों के घायल होने के समाचार से मुझे गहरा दुख हुआ है। जापान सरकार और उसके लोगों की ओर से, मैं हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति शोक प्रकट करता हूं और घायलों के स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’’
जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने भी हादसे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर को शोक संदेश भेजा है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में उनके देश के लोग भारत के साथ खड़े हैं। ट्रूडो ने कहा, ‘‘ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना की तस्वीरों और खबरों से व्यथित हूं। मैं अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।’’
भारत के चार दिवसीय दौरे पर गए नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘‘प्रचंड’’ ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में ट्रेन हादसे में लोगों की मौत से दुखी हूं। मैं दुख की इस घड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सरकार और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और दुर्घटना में घायल लोगों के जल्द ठीक होने की कामना की। शरीफ ने ट्वीट किया, ‘‘भारत में ट्रेन दुर्घटना में सैकड़ों लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ। मैं इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खोने वाले शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’’
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में त्रासद ट्रेन दुर्घटना में मृतकों की संख्या के बारे में जानकर दुख हुआ। पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’
श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कहा कि ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे के बारे में जानकर उन्हें गहरा दुख हुआ। उन्होंने हादसे में प्रभावित सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में दुखद ट्रेन दुर्घटना का पता चला। भारत के लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं। हादसे के पीड़ितों के परिजनों को शक्ति मिले। हम आपका दुख साझा करते हैं और घायलों के शीघ्र ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।’’
इटली के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी ने भी ट्रेन हादसे पर शोक व्यक्त किया। ताजानी ने ट्वीट किया, ‘‘बालासोर में हुई दुखद ट्रेन दुर्घटना के लिए इटली सरकार भारत के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है। मैं पीड़ितों और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं, मुझे उम्मीद है कि जो लोग फंसे हुए हैं, उन्हें बचा लिया जाएगा।’’
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने भी रेल दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों और घायलों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना की खबर सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ। मेरी भावनाएं पीड़ितों, उनके परिवारों के साथ हैं। भारत सरकार और लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने भी पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ताइवान भारत में ट्रेन दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों के लिए प्रार्थना कर रहा है। मैं पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं और आशा करती हूं कि बचाव अभियान उन सभी जरूरतमंदों को बचा सकता है।’’
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारत में ट्रेन दुर्घटना की खबर सुनकर गहरा दुख हुआ, जहां कई लोगों की जान चली गई और घायल हो गए। पीड़ितों के परिवारों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’ Odisha Rail Accident
Odisha Rail Accident : लंदन/मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा सहित दुनिया भर के नेताओं ने ओडिशा में हुई ट्रेन दुर्घटना के पीड़ितों के परिवारों और भारत सरकार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार रात कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 288 हो गई। देश के सबसे भीषण रेल हादसों में से एक इस दुर्घटना में 800 से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं।
रूस के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजे संदेश में अपनी संवेदना प्रकट की। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय ‘क्रेमलिन’ की वेबसाइट पर प्रकाशित ‘टेलीग्राम’ संदेश में कहा गया है, ‘‘ओडिशा में त्रासद ट्रेन दुर्घटना पर हमारी गहरी संवेदना स्वीकार करें। हम उन लोगों के दुख को साझा करते हैं जिन्होंने इस त्रासदी में अपने रिश्तेदारों और करीबियों को खो दिया और हम सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।’’
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक ने बचाव कार्यों में अथक परिश्रम करने वालों की सराहना की। सुनक ने ट्वीट किया, ‘‘मेरी संवेदना प्रधानमंत्री मोदी, ओडिशा में दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। मारे गए लोगों के परिवार और दोस्तों के प्रति मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। बचाव कार्य के लिए अथक प्रयास करने वालों की सराहना करता हूं।’’
जापान के प्रधानमंत्री किशिदा ने रेल दुर्घटना के बाद प्रधानमंत्री मोदी को एक शोक संदेश भेजा। किशिदा ने एक बयान में कहा, ‘‘ओडिशा में रेल दुर्घटना में कई लोगों की मृत्यु और लोगों के घायल होने के समाचार से मुझे गहरा दुख हुआ है। जापान सरकार और उसके लोगों की ओर से, मैं हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति शोक प्रकट करता हूं और घायलों के स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’’
जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने भी हादसे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर को शोक संदेश भेजा है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में उनके देश के लोग भारत के साथ खड़े हैं। ट्रूडो ने कहा, ‘‘ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना की तस्वीरों और खबरों से व्यथित हूं। मैं अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।’’
भारत के चार दिवसीय दौरे पर गए नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘‘प्रचंड’’ ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में ट्रेन हादसे में लोगों की मौत से दुखी हूं। मैं दुख की इस घड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सरकार और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और दुर्घटना में घायल लोगों के जल्द ठीक होने की कामना की। शरीफ ने ट्वीट किया, ‘‘भारत में ट्रेन दुर्घटना में सैकड़ों लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ। मैं इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खोने वाले शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’’
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में त्रासद ट्रेन दुर्घटना में मृतकों की संख्या के बारे में जानकर दुख हुआ। पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’
श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कहा कि ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे के बारे में जानकर उन्हें गहरा दुख हुआ। उन्होंने हादसे में प्रभावित सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में दुखद ट्रेन दुर्घटना का पता चला। भारत के लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं। हादसे के पीड़ितों के परिजनों को शक्ति मिले। हम आपका दुख साझा करते हैं और घायलों के शीघ्र ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।’’
इटली के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी ने भी ट्रेन हादसे पर शोक व्यक्त किया। ताजानी ने ट्वीट किया, ‘‘बालासोर में हुई दुखद ट्रेन दुर्घटना के लिए इटली सरकार भारत के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है। मैं पीड़ितों और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं, मुझे उम्मीद है कि जो लोग फंसे हुए हैं, उन्हें बचा लिया जाएगा।’’
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने भी रेल दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों और घायलों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना की खबर सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ। मेरी भावनाएं पीड़ितों, उनके परिवारों के साथ हैं। भारत सरकार और लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने भी पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ताइवान भारत में ट्रेन दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों के लिए प्रार्थना कर रहा है। मैं पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं और आशा करती हूं कि बचाव अभियान उन सभी जरूरतमंदों को बचा सकता है।’’
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारत में ट्रेन दुर्घटना की खबर सुनकर गहरा दुख हुआ, जहां कई लोगों की जान चली गई और घायल हो गए। पीड़ितों के परिवारों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’ Odisha Rail Accident

USA News / वाशिंगटन। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में व्हाइट हाउस और बाइडन प्रशासन के अधिकारियों के साथ दोस्ताना बैठकें कर भारत-अमेरिका संबंधों की अहमियत को रेखांकित किया तथा उन्हें और गहरा करने पर जोर दिया। राहुल के एक करीबी सहयोगी ने यह जानकारी दी।
राहुल का तीन अमेरिकी शहरों का छह दिन का दौरा शुक्रवार को समाप्त हुआ। इस दौरान, कांग्रेस नेता ने प्रमुख थिंक टैंक, मशहूर भारतीय-अमेरिकियों, मीडियाकर्मियों और बाइडन प्रशासन के अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं।
कांग्रेस के डेटा एनालिटिक्स विभाग के अध्यक्ष एवं राहुल के करीबी सहयोगी प्रवीण चक्रवर्ती ने कहा कि प्रशासन के लोगों के साथ कुछ बैठकें हुईं। ये दोस्ताना बैठकें थीं। और इनका मुख्य उद्देश्य भारत-अमेरिका संबंधों की अहमियत को रेखांकित करना तथा इन संबंधों को गहरा करने की आवश्यकता को समझाना था।
चक्रवर्ती ने कहा कि इस दौरान, यूक्रेन और वहां युद्ध को लेकर भारत के रुख पर भी सवाल उठे। राहुल ने निजी और सार्वजनिक, दोनों ही तौर पर यह बहुत स्पष्ट रूप से कहा है कि वह यूक्रेन में युद्ध की स्थिति को लेकर भारत सरकार के रुख का पूरी तरह से समर्थन करते हैं।
राहुल के साथ अमेरिका गए चक्रवर्ती ने बैठकों के बारे में कोई अतिरिक्त जानकारी देने से इनकार किया।
उन्होंने कहा कि मैं इन बैठकों में हुई चर्चा के बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहूंगा। मैं बस यही कहूंगा कि हम विश्वविद्यालयों में छात्रों से मिले, शिक्षकों से मिले। हमने सिलिकॉन वैली में तकनीक जगत के पेशेवरों से मुलाकात की। हम अमेरिका के शीर्ष मीडियाकर्मियों से भी मिले। हमने थिंक टैंक के सदस्यों, अकादमिक विशेषज्ञों और विद्वानों से भी मुलाकात की। हम व्हाइट हाउस के कुछ अधिकारियों से भी मिले। हमने बाइडन प्रशासन के कुछ अधिकारियों से भी मुलाकात की। हम प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मिले।
USA News / वाशिंगटन। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में व्हाइट हाउस और बाइडन प्रशासन के अधिकारियों के साथ दोस्ताना बैठकें कर भारत-अमेरिका संबंधों की अहमियत को रेखांकित किया तथा उन्हें और गहरा करने पर जोर दिया। राहुल के एक करीबी सहयोगी ने यह जानकारी दी।
राहुल का तीन अमेरिकी शहरों का छह दिन का दौरा शुक्रवार को समाप्त हुआ। इस दौरान, कांग्रेस नेता ने प्रमुख थिंक टैंक, मशहूर भारतीय-अमेरिकियों, मीडियाकर्मियों और बाइडन प्रशासन के अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं।
कांग्रेस के डेटा एनालिटिक्स विभाग के अध्यक्ष एवं राहुल के करीबी सहयोगी प्रवीण चक्रवर्ती ने कहा कि प्रशासन के लोगों के साथ कुछ बैठकें हुईं। ये दोस्ताना बैठकें थीं। और इनका मुख्य उद्देश्य भारत-अमेरिका संबंधों की अहमियत को रेखांकित करना तथा इन संबंधों को गहरा करने की आवश्यकता को समझाना था।
चक्रवर्ती ने कहा कि इस दौरान, यूक्रेन और वहां युद्ध को लेकर भारत के रुख पर भी सवाल उठे। राहुल ने निजी और सार्वजनिक, दोनों ही तौर पर यह बहुत स्पष्ट रूप से कहा है कि वह यूक्रेन में युद्ध की स्थिति को लेकर भारत सरकार के रुख का पूरी तरह से समर्थन करते हैं।
राहुल के साथ अमेरिका गए चक्रवर्ती ने बैठकों के बारे में कोई अतिरिक्त जानकारी देने से इनकार किया।
उन्होंने कहा कि मैं इन बैठकों में हुई चर्चा के बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहूंगा। मैं बस यही कहूंगा कि हम विश्वविद्यालयों में छात्रों से मिले, शिक्षकों से मिले। हमने सिलिकॉन वैली में तकनीक जगत के पेशेवरों से मुलाकात की। हम अमेरिका के शीर्ष मीडियाकर्मियों से भी मिले। हमने थिंक टैंक के सदस्यों, अकादमिक विशेषज्ञों और विद्वानों से भी मुलाकात की। हम व्हाइट हाउस के कुछ अधिकारियों से भी मिले। हमने बाइडन प्रशासन के कुछ अधिकारियों से भी मुलाकात की। हम प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मिले।