Bengaluru : राहुल की दूसरों पर आरोप लगाने की आदत बन गई : सीतारमण

18 3
Bengaluru News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 03:39 AM
bookmark

Bengaluru News : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अडाणी मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बेबुनियाद आरोप लगाने के लिए बृहस्पतिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें ऐसे आरोप लगाने की आदत हो चुकी है।

Bengaluru News

सीतारमण ने यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर राहुल गांधी वास्तव में सोचते हैं कि अडाणी को ये सब चीजें (अनुचित लाभ) दी गई हैं, तो यह सच नहीं है।

वित्त मंत्री ने कहा कि मैं यह भी कहना चाहती हूं कि उन्हें प्रधानमंत्री के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाने की आदत हो चुकी है। हम 2019 के चुनावों से पहले इसे देख चुके हैं, अब वह फिर से ऐसा कर रहे हैं। वह इन सब झूठे आरोपों से कोई सबक नहीं सीखते हैं।

सीतारमण ने यह भी सवाल किया कि गांधी ने केरल सरकार द्वारा अडाणी को दिए गए अनुचित लाभ और राजस्थान में कंपनी की एक सौर ऊर्जा परियोजना के खिलाफ आवाज क्यों नहीं उठाई।

वित्त मंत्री ने कहा कि यह (तत्कालीन) कांग्रेस सरकार (केरल में) थी, जिसने अडाणी को विझिंजम बंदरगाह दिया था। यह किसी निविदा के आधार पर नहीं दिया गया था। अब वह (कांग्रेस) सरकार नहीं है, बल्कि माकपा नीत सरकार है। लेकिन उन्हें यह पूछने और मांग करने से किसने रोका कि केरल उस आदेश को रद्द कर दे ?

सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस शासित राजस्थान में अडाणी को समूची सौर ऊर्जा परियोजना दी गई है। राहुल गांधी को किसने रोका है ?

Electricity : केंद्र सरकार का नया फरमान, राज्यों को नहीं मिलेगी बिजली

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Electricity : केंद्र सरकार का नया फरमान, राज्यों को नहीं मिलेगी बिजली

Electricity : केंद्र सरकार का नया फरमान, राज्यों को नहीं मिलेगी बिजली
locationभारत
userचेतना मंच
calendar06 Apr 2023 10:12 PM
bookmark
नई दिल्ली। सरकार ने केंद्रीय पूल से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को बिजली आवंटन के मानदंड तय किए हैं। इसके तहत केंद्रीय पूल से उन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को बिजली आवंटित नहीं की जाएगी, जो स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं पर टैक्स लगाएंगे, राज्यों के बीच प्रवाह को बाधित करेंगे और जिन्होंने बिजली शुल्क पर सब्सिडी बकाया नहीं चुकाया है।

Electricity

एक तरफा प्यार में युवक ने की युवती की हत्या, खुद की भी दे दी जान

नियामक संपत्ति वाले राज्यों को नहीं मिलेगी बिजली

बिजली मंत्रालय ने एक कार्यालय आदेश में यह भी कहा कि केंद्रीय पूल से बिजली उन राज्यों को आवंटित नहीं की जाएगी, जिनके पास नियामक संपत्ति है। नियामक संपत्ति तब अस्तित्व में आती है, जब बिजली नियामक यह स्वीकार करते हैं कि बिजली उपभोक्ताओं पर लगाए गए शुल्क, वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) की बिजली खरीद लागत को पूरा नहीं करते हैं।

Electricity

UP News सफाई मित्रों को सम्मानजनक मानदेय के लिए गठित होगा बोर्ड : योगी

वित्तीय अनुशासन वाले राज्यों को मिलेगी प्राथमिकता

मंत्रालय ने 31 मार्च, 2023 के आदेश में कहा कि केंद्रीय उत्पादन केंद्रों के आवंटित कोटे से बिजली के आवंटन के लिए जब भी किसी राज्य/केंद्र शासित प्रदेश से अनुरोध मिलेगा, तो इन पहलुओं की जांच की जाएगी। आदेश में कहा गया कि गैर-आवंटित कोटे के लिए ऐसे राज्यों को प्राथमिकता दी जाएगी, जो वित्तीय अनुशासन का पालन करते हैं और दूसरे राज्यों को बिजली के प्रवाह पर शुल्क लगाने से बचते हैं। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Political : असफल और बेकार गृहमंत्री हैं देवेंद्र फडणवीस : सामना

Political : असफल और बेकार गृहमंत्री हैं देवेंद्र फडणवीस : सामना
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 06:54 PM
bookmark
मुंबई। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को असफल गृह मंत्री करार दिया। उसने दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है और किसान आत्महत्या कर रहे हैं। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में अरुणाचल प्रदेश के 11 स्थानों के नाम बदलने की चीन की हरकत पर चेतावनी तक नहीं जारी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधा गया।

Political

चीन को लेकर खामोश क्यों है केंद्र सरकार

सामना में कहा गया कि पाकिस्तान को खोखली धमकियां दी जा रही हैं, लेकिन चीन का क्या, जिसने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की है। इस सप्ताह की शुरुआत में उद्धव ठाकरे ने पार्टी की एक महिला कार्यकर्ता पर ठाणे में प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किए जाने के बाद फडणवीस को बेकार गृह मंत्री कहा था।

UP News सफाई मित्रों को सम्मानजनक मानदेय के लिए गठित होगा बोर्ड : योगी

उद्धव ने सत्ता के लिए छोड़ दी विचारधार

फडणवीस ने तब पलटवार करते हुए कहा था कि वह एक कारतूस हैं, जबकि ठाकरे एक कमजोर मुख्यमंत्री थे, जिन्होंने सत्ता के लिए अपनी विचारधारा को छोड़ दिया। उन्हें महत्व देने की जरूरत नहीं है।

Political

बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने भी लगाई थी फटकार

उच्चतम न्यायालय ने हाल ही में एक अवमानना ​​याचिका की सुनवाई के दौरान कड़ी टिप्पणी की थी। इस याचिका में महाराष्ट्र सहित कई राज्य प्राधिकारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी, जो कथित रूप से नफरती भाषण देने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने में नाकाम रहे। न्यायालय ने कहा था कि हम इस अवमानना याचिका पर सुनवाई कर रहे हैं, क्योंकि कई राज्य समय पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि राज्य पौरुषहीन, शक्तिहीन हो गए हैं और समय पर कार्रवाई नहीं करते हैं। अगर राज्य मौन है तो उसका मतलब ही क्या है? शीर्ष अदालत ने याचिका पर महाराष्ट्र से जवाब तलब करते हुए उसे 28 अप्रैल के लिए सूचीबद्ध कर दिया था।

Political : आठ माह से कतर की​ गिरफ्त में आठ पूर्व नौसैनिक, सरकार मौन क्यों : कांग्रेस

किसानों की आत्महत्या से चिंतित नहीं है सरकार

‘सामना’ में उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा गया ​कि महाराष्ट्र को पौरुषहीन बनाने वाले को बेकार नहीं तो और क्या कहा जाए। संपादकीय में दावा किया गया कि किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन सरकार को कोई चिंता नहीं है। राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा रही है। मराठी समाचारपत्र में कहा गया कि आप बेकार हैं या नहीं इसका फैसला आप खुद करें, लेकिन आप एक असफल गृह मंत्री हैं। शासन का मतलब प्रतिशोध लेना नहीं है। आप केंद्रीय एजेंसियों की मदद के बिना कुछ नहीं हैं, जो आपको बारूद देते हैं। भारतीय जनता पार्टी पर ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट से धनुष और बाण का चुनाव चिह्न छीनने का भी आरोप लगाया गया। निर्वाचन आयोग ने इस साल की शुरुआत में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वाले गुट को धनुष और बाण का चुनाव चिह्न दे दिया था। उत्तर प्रदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।