अप्रैल फूल पर उल्लू बनाने का जुनून, बहुत पुराना है इतिहास

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April Fools Day 2024
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:11 AM
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April Fools Day 2024 : एक अप्रैल यानि कि अप्रैल फूल का दिन। अप्रैल फूल के अवसर पर एक-दूसरे को उल्लू बनाने का जुनून लगातार बढ़ रहा है। हर कोई ऐसी-ऐसी तरकीब से अप्रैल फूल बना रहा है कि उल्लू बनने वाले को पता ही नहीं चलता कि अप्रैल फूल के कारण उसे उल्लू बनाया गया है। अप्रैल फूल के दिन एक-दूसरे को उल्लू बनाने का यह मामला बहुत पुराना है।

April Fools Day 2024

कब शुरू हुआ अप्रैल फूल?

सबको पता है कि अप्रैल महीने की पहली तारीख को अप्रैल फूल-डे मनाया जाता है। इस दिन एक-दूसरे को फूल यानि उल्लू बनाने का जुनून सबके सिर पर चढक़र बोलता है। अप्रैल फूल मनाने का यह सिलसिला सैकड़ों साल पहले वर्ष-1381 से शुरू हुआ था। हुआ यह था कि एक दिन इंग्लैंड के राजा (King of England) रिचर्ड द्वितीय (Richard II) और बोहेमिया की रानी एनी (Anne, Queen of Bohemia) ने सगाई करने घोषणा कर दी थी। सगाई के फंक्शन की तारीख 32 मार्च रखी गई थी। सगाई की खुशी में चारों तरफ जश्न का माहौल था, बाजार सजाए जा रहे थे, सभी पहनने के लिए नए कपड़ों का बंदोबस्त कर रहे थे फिर अचानक लोगों को एहसास हुआ कि 32 मार्च तो कैलेंडर में कोई तारीख है ही नहीं। इसके बाद सभी के समझ आया कि उन्हें बेवकूफ बना दिया गया है। सिफ यही नहीं, अप्रैल फूल डे को लेकर कई कहानियां हैं, जिसमें से एक कहानी फ्रांस के कैलेंडर से भी जुड़ी हुई है। दरअसल, 1582 में चार्ल्स पोप ने ग्रेगोरियन के पुराने कैलेंडर को बदलकर उसकी जगह एक नया जूलियन कैलेंडर लॉन्च किया था। उस दौरान जूलियन कैलेंडर में एक अप्रैल से नए साल की शुरुआत होती थी, तो वहीं ग्रेगोरियन कैलेंडर में नया साल एक जनवरी से मनाया जाता था। इस बदलवा को बहुत से लोगों ने सालों तक नहीं अपनाया क्योंकि उन्हें अप्रैल की आदत थी। इसके बाद जो लोग 1 अप्रैल से नया साल मनाते थे उन्हें बाकी लोग बेवकूफ कहते थे। इन लोगों का मजाक उड़ाया जाता था, इसी वजह से उन्हें अप्रैल फूल कहा जाने लगा और इस दिन की शुरुआत हो गई।

सभी देशों में मनाया जाता है अप्रैल फूल

फ्रांस, इटली, बेल्ज‍ियम में कागज की मछली बनाकर लोगों के पीछे चिपका दी जाती है और फिर सभी का मजाक बनाकर अप्रैल फूल डे मनाया जाता है। स्पेनिश बोलने वाले देशों में 28 दिसंबर को अप्रैल फूल मनाया जाता है, जिसे डे ऑफ होली इनोसेंट्स कहा जाता है। ईरानी फारसी नववर्ष के 13वें दिन एक-दूसरे पर तंज कसते हैं, यह 1 या 2 अप्रैल का दिन होता है। डेनमार्क में 1 मई को यह मनाया जाता है और इसे मज-कट कहते हैं। भारत में 19वीं सदी में अंग्रेजों ने अप्रैल फूल को मनाने की शुरुआत की थी। पिछले कुछ सालों से इसे मनाने का क्रेज बढ़ गया है. सोशल मीडिया पर भी इससे जुड़े मीम्स जोक्स जमकर वायरल होते हैं. हालांकि, मजाक करते वक्त इन बातों का ध्यान रखें कि आपकी किसी भी बात से लोगों को ठेस ना पहुंचे। यह अलग बात है कि कुछ लोग अप्रैल फूल मनाने के चक्कर में सारी मर्यादाएं भूल जाते हैं। आप भी मना सकते हैं अप्रैल फूल-डे पूरी जानकारी के साथ।

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नौ हज़ार करोड़ के मालिक के पास नहीं है रहने के लिए अपना मकान !

NIKHIL
Nikhil Kamath Zerodha Founder
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 06:02 AM
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Nikhil Kamath Zerodha FounderZerodha के फाउंडर निखिल कामत को शेयर मार्केट में दिलचस्पी रखने वाला हर शख्स भली भांति जानता होगा । Nikhil Kamath 9000 करोड़ के मालिक हैं। लेकिन क्या आपको पता है उनके पास रहने के लिए अपना खुद का मकान नहीं है। वह आज भी किराए के घर में ही रहते हैं ।

किराए के घर में रहता है 9000 करोड़ का मालिक

आप भी हैरान होंगे की 9000 करोड़ का मालिक क्या अपने लिए एक घर भी नहीं खरीद सकता ? ज़ेरोधा के फाउंडर निखिल कामत यूं तो अरबपति हैं लेकिन वह आज भी किराए के घर में रहते हैं।  किराए के घर में रहने का अनोखा कारण भी उन्होंने खुद ही बताया है।  दरअसल निखिल कामत रियल एस्टेट प्रॉपर्टी में निवेश करने के खिलाफ हैं । वह अभी भी किराए के मकान में ही रहते हैं उन्होंने हाल ही में पैसे और संपत्ति पर अपने विचार रखते हुए मेट्रो सिटीज में रहने वाले लोगों के लिए एक बात कही है। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु जैसे शहरों में असली दौलत नहीं है। यहां लोगों के पास कागजी धन है। यहां लोगों ने टेक कंपनियों में काम कर कागजी पैसा कमाया है। टेक कंपनियों के पास कैश नहीं होता इसलिए सिर्फ लगता है कि आप दौलत कमा रहे हैं।

घर खरीदने में अच्छी खासी पूंजी लग जाती है और रिटर्न भी अच्छा नहीं मिलता

इसके बारे में विस्तार से बात करते हुए Nikhil Kamath ने बताया कि बेंगलुरु जैसे शहरों में प्रॉपर्टी के रेट काफी ज्यादा है।  घरों और ऑफिस की कीमत और ब्याज दरें हद से ज्यादा है । इतनी ज्यादा कीमतों के पीछे कोई लॉजिक नहीं बनता इस वजह से वह किराए के मकान में रहना पसंद करते हैं।  उनका कहना है कि एक बड़े शहर में महंगा घर खरीदने से अच्छा है कि वहां किराए के घर में ही रह लिया जाए।  उन्होंने बताया कि वह ऐसे किराए के मकान में रहते हैं जिसका किराया भी बहुत कम है।  उनका कहना है कि घर खरीदने में अच्छी खासी पूंजी लग जाती है और रिटर्न भी अच्छा नहीं मिलता । निखिल कामत ने यह भी कहा कि घर खरीदने के मामले में उनकी यह सोच बदलने वाली नहीं है।

दसवीं के बाद छोड़ दी थी पढ़ाई

Zerodha Founder Nikhil Kamath ने अपनी पहली नौकरी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि दसवीं के बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी थी जिसके बाद वह पैसा कमाने के लिए जॉब करने लगे उनकी पहली जॉब में उन्हें 8000 की सैलरी मिली थी।  वह Accidental Health Insurance बेचने का काम करते थे उन्होंने बताया कि उस वक्त वह केवल 17 साल के थे और हाथ में पैसों के आने से बहुत अच्छा महसूस हुआ।  हालांकि अपने दोस्तों को पढ़ाई कर डॉक्टर और इंजीनियर बनते देख पढ़ाई न करने का मलाल भी होता था।  उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता उनकी पढ़ाई छोड़ने से चिंतित ही रहते थे उन्हें उनसे यह उम्मीद नहीं थी क्योंकि उनकी फैमिली पढ़े-लिखे साउथ इंडियन फैमिली से आती है।  उनके ऊपर रिश्तेदारों के बच्चों की तरह सफल होने का दबाव था।  इस सबके बावजूद भी उनके माता-पिता ने उन पर विश्वास रखा और स्थिति को अच्छे से संभाला। Nikhil Kamath Net Worth अगर उनकी नेटवर्थ की बात करें तो 2010 में निखिल ने अपने भाई नितिन कामत के साथ मिलकर ज़ेरोधा की शुरुआत की थी।  Zerodha के साथ उन्होंने Gruhas और True Beacon भी शुरू किया।  मनी मैनेजमेंट कंपनी के साथ उन्होंने Finetech, Incubator,Rainmatter, और Rainmatter Foundation की शुरुआत की । ज़ेरोधा ने किस्मत बदल दी । सिर्फ 34 साल की उम्र में वे अरबपति बन गए।  निखिल कामत और नितिन कामत का जॉइंट नेटवर्क 3.45 अरब डालर यानी 28000 करोड रुपए का है । अब निखिल कामत अपनी ज्यादातर कमाई दान करने का फैसला कर चुके हैं।  उन्होंने जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा, एजुकेशन और हेल्थ के सेक्टर में सुधार के लिए अपनी कमाई दान करने का फैसला किया है।

‘डॉली चायवाला’ Rolls Royce के साथ दिखें, यूजर्स ने लगाई कॉमेंट की बाढ़

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'डॉली चायवाला' Rolls Royce के साथ दिखें, यूजर्स ने लगाई कॉमेंट की बाढ़

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Dolly Chaiwala
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Mar 2024 09:32 PM
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Dolly Chaiwala : 'डॉली चायवाला' के नाम से मशहूर सुनील पाटिल इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। महाराष्ट्र के नागपुर में अपने एक अलग ही स्वैग के साथ चाय बेचने वाले 'डॉली चायवाला' (Dolly Chaiwala) ने जब से माइक्रोसॉफ्ट फाउंडर बिल गेट्स (Microsoft Founder Bill Gates) को अपने टपरी की चाय पिलाई है, तब से सोशल मीडिया पर खलबली मच गई है और यूजर्स ने कॉमेंट की बौछार लगा दी है। हाल ही में डॉली रॉल्स रॉयस कार ( Rolls Royce Car) के साथ नजर आ रहे हैं जिसे देखकर यूजर्स की आंखें फटी की फटी रह गई।

Dolly Chaiwala

चाय बेचने के लिए एक अनोखा तरीका इस्तेमाल करने वाले 'डॉली चायवाला' रातों रात फेमस हो गए हैं। डॉली पिछले कुछ सालों से एक अलग स्टाइल के साथ चाय बेचते हैं। वैसे तो डॉली एक साधारण घर से आते हैं लेकिन जब से डॉली ने माइक्रोसॉफ्ट फाउंडर बिल गेट्स को चाय पिलाई है तब से वो काफी फेमस हो गए हैं। डॉली का ऐसे रातों रात मशहूर होने से सोशल मीडिया पर यूजर्स ने कॉमेंट की बाढ़ लगा दी है। सोशल मीडिया पर हर कोई जानना चाहता है कि Who is Dolly Chaiwala..?

'डॉली चायवाला' की Net Worth

हर रोज 'डॉली चायवाला' सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक चाय बेचते हैं। उनके एक कप चाय की कीमत 7 रु से शुरू है। रिपोर्ट के अनुसार डॉली चायवाला हर दिन 350 से 500 कप चाय बेचकर 3500 से 4000 रुपये कमा लेते हैं। इसके अलावा डॉली चायवाला हर महीने सोशल मीडिया से हजारों रुपये कमा लेते हैं।

रॉल्स रॉयस के साथ दिखे डॉली

'डॉली चायवाला' की पॉपुलैरिटी काफी तगड़ी है। डॉली अक्सर अपने सोशल मीडिया पर कुछ न कुछ पोस्ट करते हैं जो यूजर्स द्वारा खूब पसंद भी किया जाता है। हाल ही में डॉली ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वो Rolls Royce के साथ नजर आ रहे हैं। रॉल्स रॉयस के साथ डॉली को देखकर लोग हक्के बक्के हो गए हैं। सोशल मीडिया पर डॉली एक बार फिर चर्चा का विषय बन चुके हैं। वायरल हो रही वीडियों में डॉली "कौन कहता है चाय बेचने वाला रॉल्स रॉयस नहीं खरीद सकता है? वक्त बदलने में वक्त नहीं लगता दोस्तों तुम मेहनत तो करो।" कहते हुए नजर आ रहे हैं। [video width="324" height="464" mp4="https://test.chetnamanch.com/wp-content/uploads/2024/03/Recording-2024-03-29-155118.mp4"][/video]

प्रधानमंत्री को चाय पिलाने की है ख्वाहिश

'डॉली चायवाला' (Dolly Chaiwala) बिल गेट्स को चाय पिलाने के बाद कहते हैं कि, " मैंने सोचा कि वह विदेश से आया कोई शख्स है इसलिए मुझे उसे चाय पिलानी चाहिए। अगले दिन जब मैं नागपुर वापस गया तो मेरी नजर 'मैंने किसको चाय पिलाया' इस पर पड़ी। सोशल मीडिया पर लोग बातें कर रहे थे। सब कह रहे थे कि मैंने बिल गेट्स को चाय पिलाई है।'' डॉली का कहना है कि उन्होंने साउथ फिल्में देखकर ये स्टाइल सीखी है, साथ ही डॉली की ये ख्वाहिश है कि वो भविष्य में  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को चाय पिलाना चाहते हैं।

लगी कॉमेंट की बौछार

कुछ लोगों ने 'डॉली चायवाला' (Dolly Chaiwala) को ट्रोल किया तो कुछ ने डॉली की जमकर तारीफ भी की। डॉली की वीडियो पर लोगों ने कॉमेंट करते हुए कहा है कि, चाय बेचने वाला कुछ भी कर सकता है। दूसरे यूजर लिखते हैं, इंडिया में चायवाला क्या नहीं कर सकता? वहीं तीसरे यूजर का कहना है, मोदी है तो सब मुमकिन है।

सारी बंदिशें तोड़कर माथे पर सजाया प्रेमी के नाम का सिंदूर

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