यूपी शिक्षा विभाग में बड़े फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा, मचा हड़कंप

अन्य जिलों में भी जांच हुई शुरू
उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुए इस खुलासे के बाद अब राज्य के अन्य जिलों में नए नियुक्ति पत्रों की जांच भी शुरू करवा दी गई है। इस घटना के बाद ऐसी संभावना बढ़ गई है कि अन्य जिलों में फर्जी नियुक्ति पत्र एडेड कॉलेज में ज्वाइनिंग कराई जा सकती है। यह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के जीवन से खिलवाड़ करने जैसा है।बिना सफलता जारी हुआ नियुक्ति पत्र
उत्तर प्रदेश में हुए इस फर्जी नियुक्ति पत्र में पीजीटी-टीजीटी भर्ती परीक्षा-2021 में सीतापुर के गांव देवीपुर के रहने वाले अरविंद यादव, प्रयागराज की रहने वाली स्वाति द्विवेदी और करछना के रहने वाले विनय सिंह, मिर्जापुर के रहने वाले आशीष पांडेव और बस्ती की रहने वाली विनीता देवी, मुजफ्फरनगर के रहने वाले नितिन कुमार, वाराणसी की रहने वाली रिक्षा पांडेय, मेरठ की रहने वाली ज्योति यादव और हस्तिनापुर की रहने वाली विनीता चौधरी शामिल हुई थी, लेकिन इनमें से किसी का भी नाम मेरिट में नहीं आए थे। जो उम्मीदवार सफर हुए थे उनमें से कुछ ने ज्वाइन नहीं किया तो खाली रह पदों के सापेक्ष जुलाई 2023 में प्रतीक्षा सूची के उम्मीदवारों को मौका दिया गया। जिसके बाद 18 अक्तूबर 2023 को इन उम्मीदवारों ने उत्तर प्रदेश के कानपुर के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र जारी करवाया गया। अब इस खुलासे के बाद उत्तर प्रदेश के बाकि जिलों नए नियुक्ति पत्रों की जांच करवाई जा रही है। UP Newsकांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों के लिस्ट, रायबरेली से राहुल लड़ेंगे चुनाव
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अन्य जिलों में भी जांच हुई शुरू
उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुए इस खुलासे के बाद अब राज्य के अन्य जिलों में नए नियुक्ति पत्रों की जांच भी शुरू करवा दी गई है। इस घटना के बाद ऐसी संभावना बढ़ गई है कि अन्य जिलों में फर्जी नियुक्ति पत्र एडेड कॉलेज में ज्वाइनिंग कराई जा सकती है। यह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के जीवन से खिलवाड़ करने जैसा है।बिना सफलता जारी हुआ नियुक्ति पत्र
उत्तर प्रदेश में हुए इस फर्जी नियुक्ति पत्र में पीजीटी-टीजीटी भर्ती परीक्षा-2021 में सीतापुर के गांव देवीपुर के रहने वाले अरविंद यादव, प्रयागराज की रहने वाली स्वाति द्विवेदी और करछना के रहने वाले विनय सिंह, मिर्जापुर के रहने वाले आशीष पांडेव और बस्ती की रहने वाली विनीता देवी, मुजफ्फरनगर के रहने वाले नितिन कुमार, वाराणसी की रहने वाली रिक्षा पांडेय, मेरठ की रहने वाली ज्योति यादव और हस्तिनापुर की रहने वाली विनीता चौधरी शामिल हुई थी, लेकिन इनमें से किसी का भी नाम मेरिट में नहीं आए थे। जो उम्मीदवार सफर हुए थे उनमें से कुछ ने ज्वाइन नहीं किया तो खाली रह पदों के सापेक्ष जुलाई 2023 में प्रतीक्षा सूची के उम्मीदवारों को मौका दिया गया। जिसके बाद 18 अक्तूबर 2023 को इन उम्मीदवारों ने उत्तर प्रदेश के कानपुर के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र जारी करवाया गया। अब इस खुलासे के बाद उत्तर प्रदेश के बाकि जिलों नए नियुक्ति पत्रों की जांच करवाई जा रही है। UP Newsकांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों के लिस्ट, रायबरेली से राहुल लड़ेंगे चुनाव
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