Ajay Mishra Teni Viral Video :विवादित केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने भाकियू नेता राकेश टिकैत के खिलाफ मोर्चा खोला, कहा दो कौड़ी का आदमी

Download 1 6
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:34 AM
bookmark
Lucknow : लखनऊ। देश की राजनीति में बीते कुछ वर्षों में नेताओं में सियासी सहनशीलता खत्म सी हो चली है। बदजुबानी भी निचले स्तर तक आ पहुंची है। संवैधानिक पदों पर बैठे लोग भी कुछ भी बोलने से परहेज नहीं कर रहे हैं। देश के विवादित केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लखीमपुर खीरी में किसानों के धरने के दौरान बीते वर्ष तीन अक्टूबर को उपद्रव के बाद हिंसा में चार किसान सहित आठ लोगों की मौत के मामले में फजीहत झेल रहे केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने एक बार फिर देश के प्रसिद्ध किसान नेता राकेश टिकैत के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया है। लखीमपुर में बीते दिनों संयुक्त किसान मोर्चा के धरने के दौरान अजय मिश्र टेनी को पद से हटाने की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए टेनी ने किसान नेता राकेश टिकैत को दो कौड़ी का आदमी बताया है। लखीमपुर खीरी से भारतीय जनता पार्टी के सांसद केन्द्र सरकार में गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने किसान नेता राकेश टिकैत के बारे में कहा है कि टिकैत दो कौड़ी का आदमी है। टेनी बीते दिनों लखीमपुर खीरी में किसानों के धरने पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। लखीमपुर खीरी में सयुंक्त किसान मोर्चा ने 75 घंटे तक धरना दिया। इस धरने को लेकर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने कहा कि आप लोग अपना काम करते रहिए। क्षेत्र में विकास के काम को देखिए और कराइए। किसान नेताओं का काम है, बात करना। आप लोग तो जानते हो कि लोग बोलते रहते हैं और काम करने वाले अपना काम करते रहते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मान लीजिए गाड़ी से लखनऊ जा रहे हैं, गाड़ी की तेज रफ्तार है। इसी दौरान कुत्ते भोंकने लगते हैं। कई बार पीछे लग जाते हैं। यह तो उनका स्वाभाव है, आप उनको बदल नहीं सकते हैं। हमारे लोगों का ऐसा स्वाभाव नहीं है, जो चीज जब सामने आती है तो मैं सभी का पूरा जवाब देता हूं। आप भी सुनिये, क्या-क्या कहा गृह राज्यमंत्री ने :-    लखीमपुर कार्यालय में उन्होंने अपने समर्थकों के बीच कहा कि राकेश टिकैट दो कौड़ी का आदमी है। इस दौरान टेनी ने आपत्तिजनक भाषा का भी इस्तेमाल किया। अजय मिश्र टेनी ने कहा कि जिसका जो व्यवहार होता है, वह उसके अनुरूप व्यवहार करता है। फिर चाहे जितने राकेश टिकैत-विकैत जितने आएं, मैं राकेश टिकैत को बहुत अच्छी तरह से जानता हूं, दो कौड़ी का आदमी है। दो बार चुनाव लड़ा, दोनों बार जमानत जब्त हो गई। इसके साथ ही अजय मिश्र टेनी ने कहा कि इस तरह का व्यक्ति किसी का विरोध करता है तो उसका कोई मतलब नहीं होता है, इसलिए मैं ऐसे लोगों को जवाब भी नहीं देता हूं।
अगली खबर पढ़ें

UP News : गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट की एडीसीपी अंकिता शर्मा का कानपुर तबादला

WhatsApp Image 2022 08 23 at 10.52.59 AM
locationभारत
userचेतना मंच
calendar23 Aug 2022 04:23 PM
bookmark
Lucknow : लखनऊ। दुनियाभर में चर्चा का विषय बने हुए श्रीकांत त्यागी प्रकरण में विशेष ‘सक्रियता’ बरतने वाली नोएडा कमिश्नरी की अपर पुलिस उपायुक्त एडीसीपी अंकिता शर्मा का तबादला कर दिया गया है। अंकिता शर्मा ने ही श्रीकांत त्यागी और ओमैक्स सोसायटी में रहने वाली पीड़ित महिला के बीच हुए विवाद की जांच की थी। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 15 आईपीएस अफसरों के तबादले किए हैं। इनमें 2018 बैच के 12 आईपीएस अधिकारियों को सहायक पुलिस अधीक्षक से अपर पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनाती दी गई है। इन्हीं तबादलों में अंकिता शर्मा भी शामिल है। उन्हें नोएडा कमिश्नरेट से कानपुर नगर पुलिस कमिश्नरेट भेजा गया है। उनके स्थान पर लखनऊ में तैनात अनिल कुमार यादव को भेजा गया है। तबादला सूची में एक डीआईजी व एक पुलिस अधीक्षक को भी इधर से उधर किया गया है। इनके अलावा बरेली में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक नगर रविन्द्र कुमार को पुलिस उपायुक्त कानपुर नगर कमिश्नरेट के पद पर तैनाती दी गई है। 11वीं वाहिनी पीएसी सीतापुर में तैनात सेनानायक अखिलेश कुमार चौरसिया को स्थापना में पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनाती दी गई है। गाजियाबाद में सहायक पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर शंकर को अपर पुलिस उपायुक्त के पद पर लखनऊ में तैनाती दी गई है। अपर पुलिस उपायुक्त पूर्वी सैयद अली अब्बास को लखनऊ में ही तैनाती दे दी गई है। 2018 बैच के साद मियां को बरेली से कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर, मनीष कुमार शांडिल्य को अलीगढ़ से वाराणसी कमिश्नरेट, सहायक पुलिस आयुक्त अंकिता शर्मा को कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर से अपर पुलिस आयुक्त कानपुर नगर पुलिस कमिश्नरेट, राहुल भाटी को गोरखपुर से बरेली भेजा गया है। आईपीएस अभिषेक भारती को प्रयागराज से गाजीपुर, संदीप कुमार मीणा को मथुरा से मुरादाबाद, संतोष कुमार मीणा को वाराणसी से प्रयागराज, अनिरुद्ध कुमार को अभिसूचना मु यालय लखनऊ से फतेहपुर और लखन सिंह यादव को वाराणसी से पुलिस कमिश्नरेट कानपुर भेजा गया है।
अगली खबर पढ़ें

Ghaziabad Crime News : गाजियाबाद में पढ़ाई से बचने के लिए दोस्त का मर्डर

Murder 1
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 03:05 AM
bookmark
Ghaziabad : गाजियाबाद। पढ़ने के लिए स्कूल न जाना पड़े, इसलिए उसने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी, ताकि वह जेल चला जाए। यह घटना सोमवार की शाम हुई, जिसमें 13 साल के बच्चे की हत्या की गई। इस हादसे को 10वीं के छात्र ने अंजाम दिया है। 16 साल का ये लड़का 10वीं में दो बार फेल हो चुका है। पूछताछ में उसने बताया कि स्कूल जाने से बचने के लिए अपने दोस्त का मर्डर किया ताकि जेल चला जाए। आरोपी ने बताया कि पढ़ाई के लिए मां-बाप उस पर दबाव बनाते थे और डांटते थे। पुलिस की पूछताछ में जो बात सामने आई, उसे सुनकर पुलिस भी अवाक रह गई। उसने बताया कि पढ़ाई से बचने के लिए आरोपी ने जेल जाने का प्लान बनाया। पहले उसने दोस्त को मार डाला। पहले उसका गला दबाया और फिर बीयर की बोतल फोड़कर उसके कांच से गला रेत दिया। आरोपी को मंगलवार को किशोर न्याय बोर्ड में पेश किया जाएगा। 13 साल के नीरज का शव सोमवार शाम साढ़े पांच बजे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के नीचे मिला था। नीरज आकाश नगर फेज-2 का रहने वाला था। उसके गले पर खून दिख रहा था। पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि नीरज आखिरी बार उसी इलाके के रहने वाले 16 साल के किशोर के साथ देखा गया था। पुलिस ने जब किशोर को हिरासत में लिया तो उसने हत्या की बात कबूल ली। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसके पिता प्रॉपर्टी डीलर हैं। पढ़ाई में वह शुरू से कमजोर है। इस वजह से 10वीं में लगातार दो बार फेल हो चुका है। तीसरी बार वह 10वीं की पढ़ाई कर रहा है। मां-बाप पढ़ाई के लिए उस पर खूब दबाव बनाते हैं, लेकिन पढ़ाई में मन नहीं लगने की वजह से वह मां-बाप से दूर रहना चाहता था, ताकि उस पर इस तरह का कोई दबाव न बने। उसने करीब एक महीने पहले एक योजना बनाई। पुलिस ने बताया कि उसकी प्लानिंग थी कि अगर जेल चला जाए तो वहां पढ़ाई का दबाव नहीं बनेगा। मां-बाप की डांट सुनने को नहीं मिलेगी और दोनों वक्त का खाना भी मिलता रहेगा। जेल में क्या-क्या होता है, कैसा रहन-सहन होता है, इसके लिए छात्र ने मोबाइल पर कई वीडियो भी देखे। एक गैंगस्टर का वीडियो भी देखने की बात सामने आई है। जब छात्र ने पूरा मन बना लिया तो उसे एक ऐसे मोहरे की तलाश थी, जिसके सहारे वो जेल जा सके। आखिर उसकी तलाश नीरज पर जाकर रुकी, जो उसके साथ पढ़ता था। आरोपी तीन दिन से नीरज को मारने की फिराक में था। इसलिए वो उसको रोजाना उसी प्वाइंट पर लेकर जा रहा था, जहां हत्या की। पहले दो दिन वो हत्या नहीं कर पाया था। सोमवार को दोनों छात्र स्कूल से घर आए। कुछ देर में आरोपी नीरज के घर पहुंचा और घूमने के बहाने उसको साथ ले गया। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के नीचे सुनसान जगह है। एक्सप्रेस-वे की ऊंचाई अधिक होने से नीचे की तरफ किसी की निगाह नहीं जाती। गांव के लोग भी वहां नहीं जाते। ऐसी सुनसान जगह ले जाकर आरोपी किशोर ने छात्र नीरज का पहले गला दबाया। वो बेहोश हो गया। पास में ही बियर की एक खाली बोतल पड़ी थी। आरोपी ने बोतल तोड़ी और फिर उसके कांच से नीरज की गर्दन पर वार किया। इससे नीरज की गर्दन से काफी खून बहने लगा। आरोपी चाहता था कि नीरज के मरने की पुष्टि हो जाए। काफी देर बाद तक जब नीरज के शरीर में कोई हलचल नहीं हुई तो वह गांव में वापस आ गया। गाजियाबाद पुलिस ने जब आरोपी किशोर को पकड़ा तो उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था। एसपी देहात ईरज राजा ने जब हत्या के कारण पूछे तो वह सुनकर दंग रह गए। आरोपी ने साफ कहा कि वो पढ़ाई और मां-बाप की डांट से बचना चाहता था, इसलिए उसने हत्या करके जेल जाना सही समझा।