UP Politics: ओपी राजभर वैचारिक रूप से भाजपा के करीब हैं: दया शंकर




Raebareli: उत्तर प्रदेश के रायबरेली से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां पर गद्दा फैक्ट्री में एक कर्मचारी की हत्या कर दी गई। हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी ने ही है। पत्नी ने अपने पति की हत्या करने के लिए एक ऐसी चीज का प्रयोग किया, जिसे हथियार नहीं कहा जा सकता है। महिला ने कपड़े धोने के लिए प्रयोग की जाने वाली थपकी से पहले पीट पीटकर अधमरा किया और बाद में गला दबाकर हत्या कर दी।
जानकारी के अनुसार, रायबरेली के बछरावां कोतवाली क्षेत्र के सेंहगो पश्चिम गांव निवासी 35 वर्षीय अतुल कुमार एक गद्दा फैक्ट्री में कर्मचारी था। बताया जाता है कि अतुल कुमार शराब पीने का आदी था और अपनी पत्नी से शराब के लिए पैसे मांगता था। शराब के पैसे न देने पर वह अपनी पत्नी से मारपीट करता था। कहा जा रहा है कि अपने पति की इस आदत और उत्पीड़न से वह बेहद परेशान हो गई।
बछरावां पुलिस ने वारदात का पर्दाफाश करते हुए महिला को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। उसने पुलिस को बताया कि रात में हत्या करके शव को उसी के घर के पास फेंक दिया गया था। पुलिस ने अतुल के भाई अरविंद कुमार की तहरीर पर अज्ञात में हत्या का केस दर्ज किया था। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने हत्या के खुलासे के लिए कोतवाल नारायण कुशवाहा की अगुवाई में पुलिस टीम गठित की थी। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो मृतक की पत्नी अन्नू उर्फ विमलेश कुमारी ने पति की हत्या किए जाने की बात कुबूल कर ली।
अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि गद्दा फैक्टरी के कर्मचारी की हत्या के मामले में उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया गया है। एएसपी के मुताबिक पूछताछ में आरोपी महिला ने बताया कि उसका पति अतुल कुमार काफी समय से नशे का आदी था और कोई कामकाज नहीं करता था। शराब पीने के लिए मुझसे पैसे मांगता था और शराब पीने के बाद मेरे साथ मारपीट करता था।
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Raebareli: उत्तर प्रदेश के रायबरेली से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां पर गद्दा फैक्ट्री में एक कर्मचारी की हत्या कर दी गई। हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी ने ही है। पत्नी ने अपने पति की हत्या करने के लिए एक ऐसी चीज का प्रयोग किया, जिसे हथियार नहीं कहा जा सकता है। महिला ने कपड़े धोने के लिए प्रयोग की जाने वाली थपकी से पहले पीट पीटकर अधमरा किया और बाद में गला दबाकर हत्या कर दी।
जानकारी के अनुसार, रायबरेली के बछरावां कोतवाली क्षेत्र के सेंहगो पश्चिम गांव निवासी 35 वर्षीय अतुल कुमार एक गद्दा फैक्ट्री में कर्मचारी था। बताया जाता है कि अतुल कुमार शराब पीने का आदी था और अपनी पत्नी से शराब के लिए पैसे मांगता था। शराब के पैसे न देने पर वह अपनी पत्नी से मारपीट करता था। कहा जा रहा है कि अपने पति की इस आदत और उत्पीड़न से वह बेहद परेशान हो गई।
बछरावां पुलिस ने वारदात का पर्दाफाश करते हुए महिला को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। उसने पुलिस को बताया कि रात में हत्या करके शव को उसी के घर के पास फेंक दिया गया था। पुलिस ने अतुल के भाई अरविंद कुमार की तहरीर पर अज्ञात में हत्या का केस दर्ज किया था। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने हत्या के खुलासे के लिए कोतवाल नारायण कुशवाहा की अगुवाई में पुलिस टीम गठित की थी। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो मृतक की पत्नी अन्नू उर्फ विमलेश कुमारी ने पति की हत्या किए जाने की बात कुबूल कर ली।
अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि गद्दा फैक्टरी के कर्मचारी की हत्या के मामले में उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया गया है। एएसपी के मुताबिक पूछताछ में आरोपी महिला ने बताया कि उसका पति अतुल कुमार काफी समय से नशे का आदी था और कोई कामकाज नहीं करता था। शराब पीने के लिए मुझसे पैसे मांगता था और शराब पीने के बाद मेरे साथ मारपीट करता था।
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UP Politics: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पत्रकारों से वार्ता करते हुए सपा विधायक और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने सपा में बने रहने के बारे में एक बड़ा राजफाश किया है। उन्होंने कहा कि पद मिले या न मिले, लेकिन वह उम्रभर सपा के लिए ही काम करते रहेंगे।
शिवपाल ने कहा कि उन्हें पद की कोई लालसा नहीं है। वह आजीवन सपा में ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी में उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी उसे वह ठीक से निभाएंगे, अगर कोई पद या जिम्मेदारी नहीं भी मिली तब भी वह संगठन के लिए काम करेंगे। कार्यकर्ताओं को सक्रिय करेंगे और पार्टी को मजबूत करने की कोशिश करेंगे। पूर्व मंत्री ने कहा कि यह मेरा अंतिम फैसला है। हालांकि उन्होंने यह भी गिनाया कि मैं प्रदेश अध्यक्ष रह चुका हूं, महासचिव रह चुका हूं, नेता विपक्षी दल रह चुका हूं और साथ ही मैंने चार बार समाजवादी पार्टी की सरकार बनवाई है। लेकिन इसके बावजूद किसी पद को पाने की कोई इच्छा नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं समाजवादी परंपरा से हूं, जहां मेरे लिए पद कोई मायने नहीं रखता है। शिवपाल यादव ने यह भी कहा कि जयप्रकाश नारायण और डॉक्टर राम मनोहर लोहिया के पास कोई पद नहीं था, लेकिन वह दोनों जब बाहर निकले तो उन्होंने राजनीति में हलचल मचा दी थी।
शिवपाल ने कहा कि सपा हमारी पार्टी है। नेताजी की बनाई हुई पार्टी है, इसलिए पद मिले या ना मिले मैं आजीवन इसी में रहूंगा। शिवपाल यादव से जब यह पूछा गया कि उन्हें नेता विपक्षी दल बनाए जाने की चर्चा थी, लेकिन दो हफ्ते बाद भी अखिलेश यादव ने इसका एलान नहीं किया तो शिवपाल ने कहा कि वह पहले भी नेता विरोधी दल रह चुके हैं, इस वक्त अखिलेश इस भूमिका को निभा रहे हैं और अच्छे से एवं बेहतर तरीके से निभा रहे हैं।
शिवपाल यादव ने दावा किया कि पार्टी निकाय चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करेगी। प्रसपा से आए जो नेता मजबूती से दावेदारी पेश करेंगे उन्हें टिकट दिया जाएगा। उन्होंने मौजूदा सरकार के बुलडोजर कल्चर पर सवाल उठाए और कहा कि सरकार ने जो परंपरा शुरू की है उसके नतीजे आने वाले दिनों में और खतरनाक हो सकते हैं। शिवपाल यादव ने इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुई फायरिंग और मारपीट की घटना को दुखद बताया। इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की।
UP Politics: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पत्रकारों से वार्ता करते हुए सपा विधायक और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने सपा में बने रहने के बारे में एक बड़ा राजफाश किया है। उन्होंने कहा कि पद मिले या न मिले, लेकिन वह उम्रभर सपा के लिए ही काम करते रहेंगे।
शिवपाल ने कहा कि उन्हें पद की कोई लालसा नहीं है। वह आजीवन सपा में ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी में उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी उसे वह ठीक से निभाएंगे, अगर कोई पद या जिम्मेदारी नहीं भी मिली तब भी वह संगठन के लिए काम करेंगे। कार्यकर्ताओं को सक्रिय करेंगे और पार्टी को मजबूत करने की कोशिश करेंगे। पूर्व मंत्री ने कहा कि यह मेरा अंतिम फैसला है। हालांकि उन्होंने यह भी गिनाया कि मैं प्रदेश अध्यक्ष रह चुका हूं, महासचिव रह चुका हूं, नेता विपक्षी दल रह चुका हूं और साथ ही मैंने चार बार समाजवादी पार्टी की सरकार बनवाई है। लेकिन इसके बावजूद किसी पद को पाने की कोई इच्छा नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं समाजवादी परंपरा से हूं, जहां मेरे लिए पद कोई मायने नहीं रखता है। शिवपाल यादव ने यह भी कहा कि जयप्रकाश नारायण और डॉक्टर राम मनोहर लोहिया के पास कोई पद नहीं था, लेकिन वह दोनों जब बाहर निकले तो उन्होंने राजनीति में हलचल मचा दी थी।
शिवपाल ने कहा कि सपा हमारी पार्टी है। नेताजी की बनाई हुई पार्टी है, इसलिए पद मिले या ना मिले मैं आजीवन इसी में रहूंगा। शिवपाल यादव से जब यह पूछा गया कि उन्हें नेता विपक्षी दल बनाए जाने की चर्चा थी, लेकिन दो हफ्ते बाद भी अखिलेश यादव ने इसका एलान नहीं किया तो शिवपाल ने कहा कि वह पहले भी नेता विरोधी दल रह चुके हैं, इस वक्त अखिलेश इस भूमिका को निभा रहे हैं और अच्छे से एवं बेहतर तरीके से निभा रहे हैं।
शिवपाल यादव ने दावा किया कि पार्टी निकाय चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करेगी। प्रसपा से आए जो नेता मजबूती से दावेदारी पेश करेंगे उन्हें टिकट दिया जाएगा। उन्होंने मौजूदा सरकार के बुलडोजर कल्चर पर सवाल उठाए और कहा कि सरकार ने जो परंपरा शुरू की है उसके नतीजे आने वाले दिनों में और खतरनाक हो सकते हैं। शिवपाल यादव ने इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुई फायरिंग और मारपीट की घटना को दुखद बताया। इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की।