कड़वा सच : मुख्यमंत्री का 150 लाख का मंच बनेगा दो दिन में, सड़कों के गड्ढे ले रहे हैं जान

हादसे का दोषी चालक को मानते हुए पुलिस उसकी तलाश में जमीन आसमान एक किए जा रही है। जबकि ट्रैफिक पुलिस की ओर से मेरठ रोड पर एक दर्जन स्थान ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित किए गए थे। उसका विवरण ट्रैफिक पुलिस की ओर से संबंधित लोक निर्माण विभाग को भेजा गया था। इन गड्ढों के भराव के लिए एनसीआरटीसी को भी कई बार चेताया गया था। सवाल उठता है कि ट्रैफिक पुलिस की हादसे की तमाम संभावनाओं को नजरअंदाज कर हाथ पर हाथ धरे बैठे कारपोरेशन के जिम्मेदार अधिकारियों को भी सरोज त्यागी की मौत का जिम्मेदार क्यों न माना जाए?
इस खबर के विपरीत यह देखना भी दिलचस्प है कि वीवीआईपी के आगमन को लेकर सरकारी मशीनरी युद्धस्तर पर काम कैसे करती हैं? मुख्यमंत्री का शीघ्र ही हापुड़ द्वारा प्रस्तावित है। उनके आवागमन की तैयारियों में कई सरकारी मशीनरी जुटी हुई हैं। उनमें से एक है लोक निर्माण विभाग हापुड़। वह हेलीपैड का निर्माण करा रही है। उसके लिए विभागीय तौर पर निविदा आमंत्रित की गई है और काम समाप्ति की अवधि दो दिन निर्धारित की गई है। दूसरी एजेंसी है लोक निर्माण विभाग बुलंदशहर। उसके जिम्मे मुख्यमंत्री के आवागमन पर जनसभा एवं शिलान्यास, लोकार्पण कार्यक्रम के लिए पंडाल, मंच, स्विस कॉटेज आदि की व्यवस्था करना है। करीब 150 लाख रुपये के इस कार्य को पूर्ण करने की अवधि भी दो दिन ही निर्धारित है।
हो सकता है कि करीब 02 करोड़ रुपये का यह कार्य दो दिन से भी कम अवधि में पूर्ण हो जाए। लेकिन, प्रदेश की सड़कों के जानलेवा गड्ढे कब भरेंगे? इस सवाल का जवाब ढूंढ पाना भी मुश्किल है। कोई ढूंढ सके तो बताना।अगली खबर पढ़ें
हादसे का दोषी चालक को मानते हुए पुलिस उसकी तलाश में जमीन आसमान एक किए जा रही है। जबकि ट्रैफिक पुलिस की ओर से मेरठ रोड पर एक दर्जन स्थान ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित किए गए थे। उसका विवरण ट्रैफिक पुलिस की ओर से संबंधित लोक निर्माण विभाग को भेजा गया था। इन गड्ढों के भराव के लिए एनसीआरटीसी को भी कई बार चेताया गया था। सवाल उठता है कि ट्रैफिक पुलिस की हादसे की तमाम संभावनाओं को नजरअंदाज कर हाथ पर हाथ धरे बैठे कारपोरेशन के जिम्मेदार अधिकारियों को भी सरोज त्यागी की मौत का जिम्मेदार क्यों न माना जाए?
इस खबर के विपरीत यह देखना भी दिलचस्प है कि वीवीआईपी के आगमन को लेकर सरकारी मशीनरी युद्धस्तर पर काम कैसे करती हैं? मुख्यमंत्री का शीघ्र ही हापुड़ द्वारा प्रस्तावित है। उनके आवागमन की तैयारियों में कई सरकारी मशीनरी जुटी हुई हैं। उनमें से एक है लोक निर्माण विभाग हापुड़। वह हेलीपैड का निर्माण करा रही है। उसके लिए विभागीय तौर पर निविदा आमंत्रित की गई है और काम समाप्ति की अवधि दो दिन निर्धारित की गई है। दूसरी एजेंसी है लोक निर्माण विभाग बुलंदशहर। उसके जिम्मे मुख्यमंत्री के आवागमन पर जनसभा एवं शिलान्यास, लोकार्पण कार्यक्रम के लिए पंडाल, मंच, स्विस कॉटेज आदि की व्यवस्था करना है। करीब 150 लाख रुपये के इस कार्य को पूर्ण करने की अवधि भी दो दिन ही निर्धारित है।
हो सकता है कि करीब 02 करोड़ रुपये का यह कार्य दो दिन से भी कम अवधि में पूर्ण हो जाए। लेकिन, प्रदेश की सड़कों के जानलेवा गड्ढे कब भरेंगे? इस सवाल का जवाब ढूंढ पाना भी मुश्किल है। कोई ढूंढ सके तो बताना।संबंधित खबरें
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