Auto – E rickshaws : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे उत्तर प्रदेश में ऑटो और ई-रिक्शा (Auto – E rickshaws) चालकों के सत्यापन का निर्देश दिया है। इसके तहत अब शहर में सभी ऑटो और ई-रिक्शा (Auto – E rickshaws) चालकों का पुलिस वेरिफिकेशन किया जाएगा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस भी इस दिशा में अलर्ट हो गई है और इस अभियान को सफल बनाने के लिए पूरी योजना तैयार कर ली गई है।
पुलिस और ट्रैफिक पुलिस मिलकर करेंगे वेरिफिकेशन
अडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर, शिव हरि मीणा के अनुसार, ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन सिविल पुलिस और ट्रैफिक पुलिस मिलकर करेगी। इस दौरान अवैध रूप से चलने वाले ऑटो और ई-रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह सत्यापन पूरे जिले के थाना क्षेत्रों में होगा।
चालकों की जानकारी पुलिस के पास होगी
इस अभियान का एक प्रमुख उद्देश्य यह है कि पुलिस के पास हर चालक की पूरी जानकारी हो। कई बार ऑटो या ई-रिक्शा (Auto – E rickshaws) में सवारी बैठाने के बाद लूटपाट या चोरी जैसी घटनाएं होती हैं। इन घटनाओं में बाद में यह सामने आता है कि चालक के खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज होते हैं। इसलिए, वेरिफिकेशन प्रक्रिया के दौरान चालक की पूरी डिटेल्स पुलिस के पास होगी।
ऑटो मालिकों (Auto – E rickshaws) को देना होगा जानकारी
इसके साथ ही, जिन ऑटो को किराए पर चलाया जाता है, उनके मालिक को चालक की पूरी जानकारी पुलिस को देनी होगी। अगर ऐसा नहीं किया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, ऑटो मालिक को चालक के बारे में अंडरटेकिंग भी देनी होगी, ताकि किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता से बचा जा सके। यह कार्य स्थानीय थाना पुलिस द्वारा किया जाएगा।
बिना लाइसेंस चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई
डीसीपी ट्रैफिक, लखन यादव ने बताया कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऑटो और ई-रिक्शा सही तरीके से चलें। यदि कोई नाबालिग या बिना लाइसेंस के वाहन चला रहा होता है तो उसके मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा और वाहन को सीज़ कर लिया जाएगा। इसके अलावा, जिन चालकों द्वारा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया जाएगा, उनके खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करेगी।
नोएडा में 23 रूटों पर ई-रिक्शा (Auto – E rickshaws) की व्यवस्था
हाल ही में पुलिस ने ई-रिक्शा को व्यवस्थित करने के लिए 23 रूट निर्धारित किए थे। शहर में 44 हजार से अधिक ऑटो और ई-रिक्शा हैं, जिनकी संख्या लगभग बराबर है। नवंबर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार नोएडा में 17,063 ऑटो, 5,431 ई-ऑटो और 22,062 ई-रिक्शा चल रहे हैं। डीसीपी ने बताया कि ई-रिक्शा को यूनिक नंबर दिए जाएंगे और अगर वे निर्धारित रूट के बिना पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अवैध वाहनों के खिलाफ कार्रवाई
पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी बिना रजिस्ट्रेशन वाले ई-रिक्शा (Auto – E rickshaws) सड़कों पर न चलें, क्योंकि ऐसे वाहन ट्रैफिक के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं। इन वाहनों का कोई इंश्योरेंस नहीं होता और यदि इनसे कोई हादसा होता है तो पीड़ित को कोई लाभ नहीं मिल पाता। पुलिस ऐसे अवैध वाहनों और जुगाड़ वाहनों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी।
इस अभियान के जरिए सरकार और पुलिस प्रशासन सड़क पर चलने वाले सभी वाहनों की सुरक्षा और प्रबंधन को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जा सके।Auto – E rickshaws :
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