EPFO Interest: जल्द ही मिलने वाला है EPFO के ब्याज का पैसा, करोड़ों कर्मचारियों को दिया जाएगा फायदा

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userचेतना मंच
calendar06 May 2022 08:31 PM
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नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्‍य निधि संगठन ने (EPFO Interest) इस साल अपने करोड़ों सब्‍सक्राइबर को बड़ा तोहफा देने जा रहा है। EPFO की ओर से वित्‍त वर्ष 2021-22 का ब्‍याज का पैसा इस साल जल्‍द ही कर्मचारियों के खाते में आने जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, EPFO से जुड़े सूत्रो से जानकारी दिया है कि हर बार की तरह इस साल कर्मचारियों को दिसंबर तक इंतजार (EPFO Interest) करने की जरूरत नहीं होती। संगठन जल्‍द ब्‍याज का पैसा ट्रांसफर करने की तैयारी में हो चुके हैं। इसका लाभ ईपीएफओ में पंजीकृत करीब 6 करोड़ कर्मचारियों को मिलने जा रहा है। सरकार ने 2021-22 में पीएफ पर 8.1 फीसदी का ब्‍याज देने की घोषणा किया जा चुका है। वित्‍तवर्ष 2020-21 में पीएफ का पैसा दिसंबर में ट्रांसफर कर दिया गया था।

दशहरा-दिवाली तक दिया जाएगा पैसा

मामले से संबंधित दो अधिकारियों ने जानकारी दिया है कि श्रम मंत्रालय के अधीन आने वाला EPFO इस साल देखा जाए तो दशहरा-दिवाली तक कर्मचारियों के खाते में ब्‍याज वाला पैसा दिया जाना है। उन्‍होंने जानकारी दिया है कि, ‘मुझे नहीं लगता कि वित्‍त मंत्रालय को 8.1 फीसदी ब्‍याज दर वाला प्रस्‍ताव को मंजूरी देने में ज्‍यादा दिक्कत होने वाली है। इसके साथ ही इस साल का ब्‍याज जल्‍दी खाते में भेजे जाने की संभावना लगाई जा रही है। वैसे तो सरकारी सिस्‍टम में जब तक किसी चीज की अधिकारिक ऐलान नहीं कर दिया जाता है, उसे तय नहीं मानने की जरूरत नहीं होती है। फिर भी इस बात की पूरी उम्‍मीद है कि इस साल ब्‍याज की रकम दो-तीन महीने पहले ही मिलने जा रहा है.’ अधिकारियों ने जानकारी दिया है कि इस साल ब्‍याज का पैसा जल्‍द मिलने के पीछे दो वजह मानी जा रही है। पहला ये कि पीएफ पर ब्‍याज दर अभी 8.1 फीसदी तक पहुंच गई है, जो 43 साल का निचला स्‍तर माना जा रहा रहा है। ऐसे में वित्‍त मंत्रालय की तरफ से इसकी समीक्षा किए जाने की संभावना काफी समझी जा रही है। दूसरा कारण ये है कि जल्‍दी पैसे ट्रांसफर करने से EPFO की वित्‍तीय स्थिति को लाभ मिलने वाला है और पीएफ सेटलमेंट के दौरान उस पर कम बोझ पड़ने वाला है।    
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Search Engine Alert: गूगल पर इन चीजों को नहीं करें सर्च, एक गलती से हो सकता है भारी नुकसान

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Picture Source: DNA India
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:34 AM
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नई दिल्ली: आज के दौर में कुछ भी जानकारी प्राप्त करना काफी आसान हो चुका है। तो हम कुछ भी ढूंढने के लिए गूगल (Search Engine Alert) का विकल्प चुनते हैं। इसकी मदद से हम जानकारी हासिल करते हैं। इंटरनेट की मदद से आपको स्पष्ट जानकारी आसानी से मिलती है और गूगल एक बड़ा सोर्स उभरकर सामने आ चुका है जिसकी मदद से कुछ देखने के लिए ज्यादा प्रयास नही करना होता। कोई भी छोटी से लेकर बड़ी जानकारी के लिए लोग गूगल पर ही चैक कर करते हैं। क्योंकि इंटरनेट की सहायता लेकर आप बेहद आसान तरीके से और काफी जल्द यहां सबकुछ देख सकते हैं। जानकारियों को यहां से लेते समय ध्यान रखना होगा कि ये जानकारी जितनी सटीक है। लेकिन इसके अलावा एक और चीज काफी अहम होती है, जिसका हमें गूगल का इस्तेमाल करते समय काफी ध्यान रखने की जरूरत है और वो है कि कौन सी चीजें गूगल (Search Engine Alert) पर सर्च करने से नुकसान हो सकता है। जी हां, क्योंकि आपकी जरा सी लापरवाही आपको जेल भेजने में मदद कर सकती है तो चलिए आपको बताते हैं कि आपको गूगल पर कौन सी चीजें भूलकर भी सर्च नहीं करना होता है।

चाइल्ड पॉर्न नहीं करना होता है सर्च

आपको भूले से भी गूगल पर चाइल्ड पॉर्न यानी बच्चों से संबंधित अश्लील कंटेंट को सर्च करने की जरूरत नही है। दरअसल, भारत में इसको लेकर कानून बनाया जा चुका है इसमें पोक्सो एक्ट 2012 के धारा14 के अंतर्गत चाइल्ड पॉर्न देखना, बनाना और अपने पास सुरक्षित रखना तक कानूनन अपराध समझा जाता है। अगर आप इनमें से कोई भी स्थिति में पकड़ लिए जाते हैं तो आप पर उचित कार्रवाई की जा सकती है इस जुर्म के लिए आपको 5-7 साल तक जेल होने का प्रवाधान दिया गया है। इसलिए गूगल पर ऐसा कभी करने की जरूरत नहीं है।

बम बनाने का तरीका नहीं करें चेक

गूगल पर बात करें तो बम बनाने के तरीके के बारे में कुछ भी सर्च की जरूरत नही होती है। अगर आप ऐसा करते हैं, तो सबसे पहले आप सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आना शुरू हो जाते हैं और फिर आप पर उचित कार्रवाई तक की जा सकती है।

गर्भपात को लेकर नहीं देखे जानकारी

आपको गूगल (Google) पर कभी भी गर्भपात से जुड़े हुए विषय सर्च नहीं करना चाहिए, क्योंकि भारत में बिना डॉक्टर की उचित मंजूरी लिए बिना अगर आप गर्भपात करवा रहे हैं तो ये गैरकानूनी समझा जाता है। इसके अलावा गूगल पर आपको कई तरीके ऐसे मिल जाते हैं, जिनसे आप दिक्कत में पड़ सकते हैं। इसलिए गूगल पर ये सर्च करने की जरूरत नहीं है।

ये भी नहीं खोजे

अकसर लोग गूगल पर जाने के बाद ऑफर्स चेक करने के अलावा और इनके चक्करों में पड़ना शुरू हो जाते हैं। जबकि ये ऑफर्स कई फर्जी वेबसाइट के जरिए भी देते हैं जिनके जरिए आपको लूटने का काम भी किया जाता है। कुछ लोग आपकी बैंकिंग जानकारी लेकर आपको चपत लगाने को लेकर कार्य करते हैं। इसलिए गूगल पर कभी ये सर्च करने की जरूरत नहीं है।
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Stock Market: गिरावट के साथ बाजार ने किया आगाज़, सेंसेक्स 696 अंक लुढ़का

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Source: News18
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userचेतना मंच
calendar06 May 2022 03:36 PM
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मुंबई: सप्ताह के आखिरी कारोबारी (Stock Market) दिन शुक्रवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट के साथ शुरुआत हुई है। इससे पहले भी बुधवार को रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट बढ़ाने के ऐलान होने के तुरंत बाद भारी गिरावट के साथ बंद हो गया था। आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 773 अंकों के नुकसान करने के बाद 54928 के स्तर पर खुल गया। फिलहाल सेंसेक्स 696 अंक की गिरावट के साथ 55,006 पर पहुंच चुका है। वहीं, निफ्टी ने भी कारोबार की शुरुआत भारी गिरावट करने के बाद हुई थी।

अमेरिकी शेयर बाजार में हुई गिरावट

भारतीय बाजारों के जैसे अमेरिकी शेयर बाजार (Stock Market) को भी देखा जाए तो फेड रिजर्व का ब्याज दरें बढ़ाने का फैसला समझ नहीं आ रहा है। गुरुवार को देखा जाए तो अमेरिकी शेयर बाजार का प्रमुख संवेदी सूचकांक डाऊजोंस 3.12 फीसद जिसका मतलब है कि 1063 अंक टूट गया। नैस्डैक ने 4.99 फीसद का गोता लगा दिया था और एसएंडपी 153 अंक यानी 3.56 फीसद लुढ़कक कर बंद होना शुरु हो गया था। Amazon के शेयर 7.56%, फेसबुक के शेयर 6.77% तो वहीं टेस्ला के शेयर 8.33% टूटकर बंद हुए। इसका असर आज घरेलू शेयर बाजार पर भी दिखाई दे रहा है। प्री-ओपनिंग में रिलायंस इंडस्ट्रीज के अलावा सभी स्टॉक लाल निशान पर थे। सेंसेक्स 773 अंक नीचे पहुंच गया था, जबकि निफ्टी 16415 के स्तर पर बना हुआ था। शुरुआती कारोबार में देखा जाए तो सेंसेक्स 900 अंकों की भारी गिरावट करने के बाद 54,801.53 के स्तर पर कारोबार जारी था। वहीं, निफ्टी 239.25 अंकों का गोता लगाने के बाद 16,443.40 के स्तर पर कारोबार हो रहा थाा। सेंसेक्स पर केवल दो स्टॉक हरे निशान पर बने हुए थे।

क्यों गिर रहा बाजार

बढ़ती मुद्रास्फीति, बढ़ती ब्याज दरों, चीन की आर्थिक मंदी और यूक्रेन में युद्ध सहित कई संकटों की वजह से इस साल वैश्विक बाजार प्रभावित होना शुरु हो गया है। वहीं, कमजोर वैश्विक संकेतों को देखा जाए तो भारतीय शेयर बाजार और रुपया तेजी से गिर रहा है। भारतीय रुपया आज अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लुढ़कना शुरु हो गया था। 76.26 रुपये के पिछले बंद की तुलना में भारतीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 76.64 तक गिरना शुरु हो गई थी।