ब्रिटेन में थमेगी शाही रेल की रफ्तार, वर्षों की परंपरा को दी जाएगी विदाई

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calendar02 Dec 2025 03:49 AM
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Britain News :  ब्रिटेन की ऐतिहासिक और शाही धरोहर का एक महत्वपूर्ण अध्याय अब बंद होने जा रहा है। 156 वर्षों से राजशाही की भव्यता और परंपरा की प्रतीक रही 'रॉयल ट्रेन' जल्द ही अपने अंतिम सफर पर निकलेगी। महारानी विक्टोरिया के समय से चली आ रही यह विशेष ट्रेन अब समय और खर्च की कसौटी पर खरी नहीं उतर रही। बकिंघम पैलेस ने पुष्टि की है कि महाराज चार्ल्स तृतीय ने इसके संचालन को समाप्त करने की सहमति दे दी है। रखरखाव की ऊंची लागत और बदलती जरूरतों को देखते हुए यह ट्रेन 2027 से पहले स्थायी रूप से सेवा से बाहर कर दी जाएगी।

इतिहास के पन्नों में दर्ज होगी 'रॉयल ट्रेन'

'रॉयल ट्रेन' की शुरुआत 1869 में महारानी विक्टोरिया ने की थी। यह ट्रेन सिर्फ यात्रा का साधन नहीं थी, बल्कि ब्रिटिश राजसत्ता की भव्यता, परंपरा और विशेषाधिकार का प्रतीक भी रही है। समय के साथ इसमें तकनीकी और सुविधाजनक बदलाव हुए, लेकिन इसकी शाही पहचान और गरिमा हमेशा बरकरार रही।

क्यों लिया गया यह फैसला?

पैलेस के वित्त प्रबंधन प्रमुख जेम्स चाल्मर्स ने बयान में कहा, हमें भविष्य की ओर देखते हुए अतीत से बंधे नहीं रहना चाहिए। जिस प्रकार शाही परिवार के अन्य कार्य आधुनिक हो चुके हैं, अब समय आ गया है कि इस परंपरा को गरिमापूर्ण विदाई दी जाए। बताया गया है कि 2027 में इस ट्रेन के रखरखाव का अनुबंध समाप्त हो रहा है, और उसी से पहले इसे सेवा से बाहर कर दिया जाएगा।

एक चलता-फिरता महल

यह ट्रेन आम ट्रेनों से अलग एक चलता-फिरता महल मानी जाती रही है। इसके प्रत्येक कोच में शाही सदस्यों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विशिष्ट सुविधाएं दी गई थीं — जैसे कि राजसी साज-सज्जा, शाही भोजन हेतु रसोईघर, व्यक्तिगत शयनकक्ष और उच्च स्तर की गोपनीयता व सुरक्षा व्यवस्था।

  • डिब्बों की संख्या: आमतौर पर इसमें 9 से 11 डिब्बे होते हैं, जिनमें हर डिब्बा किसी शाही सदस्य या उद्देश्य के लिए आरक्षित होता है।

  • डिज़ाइन: लकड़ी की कलात्मक कारीगरी, शाही कालीन, बैज और प्रतीकों से सजे डिब्बे किसी राजमहल से कम नहीं लगते।

  • सुरक्षा: इस ट्रेन की आवाजाही अत्यंत गोपनीय रखी जाती थी, और सुरक्षा के कड़े इंतजाम होते थे।

कहां-कहां चलती थी यह ट्रेन?

यह ट्रेन पूरे यूनाइटेड किंगडम — इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड — में चल सकती थी। इसका उपयोग आमतौर पर शाही विवाह, उद्घाटन, राष्ट्र भ्रमण और विशेष आयोजनों के लिए ही किया जाता था। हालांकि यह ट्रेन शाही परंपरा की अहम कड़ी रही, लेकिन वर्षों से इस पर भारी खर्च को लेकर आलोचना भी होती रही है। बताया जाता है कि इसके रखरखाव और संचालन पर हर साल करोड़ों पाउंड खर्च होते थे। टैक्सपेयर्स के पैसे से चलने वाली इस ट्रेन की उपयोगिता को लेकर अक्सर बहस उठती रही।    Britain News

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इराक के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बड़ा हमला ,हुआ भीषण विस्फोट

Iraq News
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locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 10:53 AM
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Iraq News : इराक का किरकुक शहर भीषण विस्फोट की आवाज से दहल गया। उत्तरी इराक स्थित किरकुक इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सैन्य खंड पर दो रॉकेट गिरे हैं। इनमें एक से दो सुरक्षा कर्मचारियों के घायल होने की बात कही जा रही है। तीसरा रॉकेट शहर में एक घर पर गिरा है। अभी तक किसी समूह ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। ईरान की मेहर और तुर्किये की अनादोलु न्यूज एजेंसी ने इराक की समाचार एजेंसी आईएनए के हवाले से किरकुक में हमले की जानकारी दी है। आईएनए के अनुसार, एयरपोर्ट के अधिकारियों ने कहा कि सोमवार देररात किरकुक एयरपोर्ट पर तीन (रॉकेट) प्रक्षेपास्त्र दागे गए। इस हमले में एक व्यक्ति मामूली रूप से घायल हो गया। स्थानीय समयानुसार रात 11.30 बजे (2030 जीएमटी) दो रॉकेट हवाई अड्डे के सैन्य खंड और एक नागरिक क्षेत्र में गिरा। इससे सैन्य क्षेत्र से सटे एक गेट के पास झाड़ियों में आग लग गई।अग्निशमन विभाग ने आग को तुरंत बुझा दिया। रन-वे या हवाई अड्डे की सुविधाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।

सभी परिचालन सामान्य, सुरक्षा बल सतर्क

अधिकारियों के बयान में कहा गया कि हवाई अड्डे के सभी घटक पूरी तरह से चालू हैं। किरकुक ऑपरेशन कमांड के सुरक्षा बलों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और हवाई अड्डे के चारों ओर कर्मियों को तैनात किया। बयान के अनुसार, उन्होंने यह भी पुष्टि की कि कोई खतरा नहीं है और इस घटना से निर्धारित उड़ानों में कोई बाधा नहीं आएगी। इससे पहले, एक इराकी सुरक्षा सूत्र ने कहा कि इराक के किरकुक एयरबेस और एक नागरिक घर पर दो रॉकेट गिरे, लेकिन कोई हताहत या भौतिक क्षति नहीं हुई। उल्लेखनीय है कि इस एयरपोर्ट को आधिकारिक तौर पर 16 अक्टूबर 2022 को नागरिकों के लिए खोला गया। 2003 से इसका उपयोग अमेरिकी वायुसेना सैन्य हवाई अड्डे के रूप में कर रही थी। इसे नवंबर 2011 में इराकी सेना को वापस किया गया था।

ड्रोन और रॉकेट हमलों की जद में इराक

मध्य पूर्व के रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, इराक लंबे समय से ड्रोन और रॉकेट हमलों का युद्धक्षेत्र रहा है। यही नहीं, इराक छद्म युद्धों के लिए उपजाऊ जमीन भी साबित हुआ है। दशकों के विनाशकारी संघर्ष और उथल-पुथल के बाद हाल ही में इसने स्थिरता की झलक हासिल की है। पिछले हफ्ते 12 दिवसीय ईरान-इजराइल युद्ध को समाप्त करने वाले युद्धविराम से कुछ घंटे पहले अज्ञात ड्रोन ने बगदाद और दक्षिणी इराक में दो सैन्य ठिकानों पर रडार सिस्टम पर हमला किया था। यह हमला किसने किया, उसकी पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। इराक सरकार ने कहा कि उसने ड्रोन हमलों की जांच शुरू कर दी है, लेकिन उसने अभी तक किसी भी अपराधी की पहचान नहीं की है।    Iraq News  

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अपने ही घर में घिर गए डोनाल्ड ट्रंप, घरवालों ने ही कर दी मुखालफत

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Donald Trump
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:05 AM
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Donald Trump :  अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिष्ठा के लिए अहम माने जा रहे घरेलू नीति विधेयक ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ को लेकर सियासी तूफान तेज हो गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने ही घर में घिरते नजर आ रहे है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अपने ही घरवालों ने ही उनके खिलाफ मुखालफत शुरू कर दी है।  सीनेट में इस विधेयक के खिलाफ जिस प्रकार रिपब्लिकन पार्टी के ही वरिष्ठ सदस्य खड़े हो गए हैं, उससे न सिर्फ ट्रंप प्रशासन की मुश्किलें बढ़ गई हैं, बल्कि पार्टी के अंदर गहरे मतभेद भी सतह पर आ गए हैं।

फेडरल रिजर्व पर ट्रंप का हमला

इस विधेयक को पारित करवाने के लिए व्हाइट हाउस की ओर से सीनेटरों पर लगातार दबाव डाला जा रहा है। इस बीच राष्ट्रपति ट्रंप ने फेडरल रिजर्व प्रमुख जेरोम पॉवेल पर एक हस्तलिखित टिप्पणी में आरोप लगाया है कि वह देश का "अत्यधिक पैसा खर्च कर रहे हैं"। ट्रंप ने ब्याज दरों में कटौती की सख्त मांग भी की है, जिसे आर्थिक सुधारों के रास्ते में बड़ी बाधा माना जा रहा है।

उत्तरी कैरोलिना के प्रभावशाली रिपब्लिकन सीनेटर थॉम टिलिस ने राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा प्रस्तुत इस विधेयक के समर्थन से इनकार कर दिया है। उनका मानना है कि यह कानून "स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक गंभीर भूल" साबित होगा। उन्होंने कहा कि “रिपब्लिकन अपने ही वादों से पीछे हट रहे हैं और जनता की भलाई के खिलाफ जा रहे हैं।”

टिलिस ने सीधे आरोप लगाया कि व्हाइट हाउस में बैठे कुछ "शौकिया सलाहकार" राष्ट्रपति को उस विधेयक का समर्थन करने के लिए उकसा रहे हैं, जिससे केवल उत्तरी कैरोलिना में ही 6.63 लाख लोग मेडिकेड जैसी बुनियादी स्वास्थ्य सेवा से वंचित हो जाएंगे। टिलिस ने चेतावनी दी कि वह इस दिशा में सहयोग नहीं कर सकते और वॉशिंगटन से स्वयं सेवानिवृत्त होने का संकेत दिया।

डॉन बेकन का कटाक्ष

नेब्रास्का के प्रतिनिधि और रिपब्लिकन सांसद डॉन बेकन, जो ओमाहा क्षेत्र से लगातार पाँच बार जीत चुके हैं, पहले ही ट्रंप की नीतियों के आलोचक रहे हैं। उन्होंने दो टूक कहा—“मैं पार्टी की आत्मा के लिए लड़ रहा हूं। मैं वह नहीं बनना चाहता जो बांसुरी की धुन में अंधा होकर चट्टान से गिर जाए। लेकिन ऐसा ही कुछ हो रहा है।”

अलास्का की सीनेटर लिसा मुर्कोव्स्की, जो रिपब्लिकन पार्टी के उदारवादी धड़े की प्रमुख नेता मानी जाती हैं, इस विधेयक को लेकर बेहद दुविधा में हैं। उन्होंने भले ही सेवानिवृत्ति का संकेत न दिया हो, लेकिन पार्टी बदलने की अटकलें अब ज़ोर पकड़ रही हैं। बिल के विरोध में आवाज़ उठाने वाले रिपब्लिकन नेताओं की सूची बढ़ती जा रही है। इनमें प्रमुख नाम हैं:

  • रिक स्कॉट (फ्लोरिडा)

  • रॉन जॉनसन (विस्कॉन्सिन)

  • माइक ली (यूटा)

  • सिंथिया लुमिस (व्योमिंग)

वहीं, मेन की सीनेटर सुसान कोलिन्स ने इस विधेयक में संशोधन लाने की योजना का ऐलान कर दिया है। उनका कहना है कि “ग्रामीण अस्पतालों को मेडिकेड कटौती की भरपाई के लिए कोई वित्तीय सहायता देना तो दूर, उसका ज़िक्र तक नहीं किया गया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।    Donald Trump

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