भारतीय सेना में शामिल होंगे 12 फाइटर विमान, तेजस बनेगी नई वायु शक्ति की रीढ़

Tejas
Fighter Plane
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 07:37 AM
bookmark
Fighter Plane : तेजस एमके1ए भारत में विकसित स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) है, जो हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा निर्मित किया जा रहा है। यह पूरी तरह से मेक इन इंडिया विजन का प्रतिनिधित्व करता है और भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

उन्नत तकनीकी विशेषताएं :

एईएसए रडार : यह रडार दुश्मन को दूर से ट्रैक करने और सटीक हमला करने में सक्षम इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट : रडार जैमिंग, डिटेक्शन और आत्मरक्षा बीवीआर मिसाइल क्षमता : 70-100 किमी दूर से हमला संभव एयर-टू-एयर और एयर-टू-ग्राउंड हथियार प्रणाली : मल्टी-रोल लड़ाई के लिए उपयुक्त है डिजिटल कॉकपिट : ग्लास कॉकपिट, एचयूडी और एचओटीएएस नियंत्रण मॉड्यूलर डिजाइन : तेज मेंटेनेंस और तेजी से अपग्रेड की सुविधा

एचएएल की भूमिका और उत्पादन क्षमता

एचएएल की नासिक और बेंगलुरु यूनिट में तेजस का निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में प्रति वर्ष 8-10 तेजस बनाने की क्षमता है, जिसे बढ़ाकर 16-20 यूनिट प्रति वर्ष किया जा रहा है। एचएएल की कुल आॅर्डर बुक में 60% से ज्यादा आॅर्डर सिर्फ भारतीय वायुसेना के हैं। आर्थिक दृष्टि से तेजस एमके1ए की 1 यूनिट की कीमत 309 करोड़ रुपये के करीब है। इसके निर्माण से हजारों इंजीनियरों, टेक्निकल स्टाफ और एसएमई को काम मिला है। भारत की रक्षा अर्थव्यवस्था को मजबूती और डिफेंस एक्सपोर्ट में वृद्धि की संभावना है। दूसरी ओर रणनीतिक दृष्टि से तेजस, मिग-21 जैसे पुराने जेट्स की जगह ले रहा है, जो सेना के आधुनिकीकरण की दिशा में अहम है। यह दो मोर्चों (चीन-पाकिस्तान) पर एक साथ युद्ध की स्थिति में तेज प्रतिक्रिया और लचीलापन प्रदान करेगा।

अंतरराष्ट्रीय आकर्षण

भारत अब तेजस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रमोट कर रहा है। निम्न देशों ने इसमें रुचि दिखाई है। मलेशिया : 18 तेजस खरीदने के लिए बातचीत जारी अर्जेंटीना : 15-20 तेजस की संभावना फिलीपींस, श्रीलंका, अफ्रीकी राष्ट्र : प्राथमिक चरण में

ग्लोबल डिफेंस प्लेयर के रूप में उभर सकता है भारत

इससे भारत को न केवल आर्थिक लाभ होगा, बल्कि वह एक ग्लोबल डिफेंस प्लेयर के रूप में उभर सकता है। डिलीवरी टाइमलाइन और लक्ष्य यह है कि 2025 में पहली 12 यूनिट्स डिलीवर होंगी। 2026-27 तक 73 और यूनिट्स का निर्माण किया जाएगा। भारत का संदेश स्पष्ट है कि अब भारत सिर्फ सुरक्षा नहीं चाहता, वह आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी सुरक्षा चाहता है। तेजस एमके1ए का आगमन भारतीय वायुसेना को न सिर्फ तकनीकी रूप से समृद्ध बनाएगा, बल्कि यह भारत के शत्रुओं को भी स्पष्ट संकेत देगा कि भारत अब युद्ध के लिए हमेशा तैयार और अपने दम पर सक्षम है।

नोएडा में आंधी का तांडव, तेज हवा से हुआ भारी नुकसान, वीडियो वायरल

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

पाकिस्तान में क्षतिग्रस्त वायुसेना अड्डों की मरम्मत के लिए निकाला टेंडर, नुकसान स्वीकारा

Pak hamla 1
Operation Sindoor
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 May 2025 06:58 PM
bookmark
Operation Sindoor : पाकिस्तान ने हाल ही में अपने प्रमुख वायुसेना अड्डों की मरम्मत के लिए टेंडर जारी किए हैं, जो भारत द्वारा किए गए 'आॅपरेशन सिंदूर' के तहत हुए हमलों में क्षतिग्रस्त हुए थे। इससे पहले, पाकिस्तान इन हमलों से हुए नुकसान को छिपा रहा था, लेकिन अब उसने आधिकारिक रूप से इन हमलों और उनके प्रभाव को स्वीकार किया है। उसके बाद ही इन क्षतिग्रस्त वायुसेना अड्डों की मरम्मत का टेंडर जारी किया है।

भारतीय वायुसेना की सटीक कार्रवाई में हुआ नुकसान

8 से 10 मई 2025 के बीच, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 11 प्रमुख सैन्य ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए, जिनमें नूर खान, रहिम यार खान, सर्गोधा, स्कर्दू, और भोलारी जैसे महत्वपूर्ण एयरबेस शामिल थे। इन हमलों का उद्देश्य पाकिस्तान की हवाई युद्ध क्षमता और कमांड संरचना को कमजोर करना था। उदाहरण के लिए, नूर खान एयरबेस पर रनवे और हैंगर को निशाना बनाया गया, जिससे वहां की परिचालन क्षमता प्रभावित हुई।

सैटेलाइट तस्वीरों से हुआ नुकसान का खुलासा

हमलों के बाद प्राप्त सैटेलाइट तस्वीरों में नूर खान, रहिम यार खान, और भोलारी एयरबेस पर बड़े गड्ढे और क्षतिग्रस्त इमारतें स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं। इन तस्वीरों से पुष्टि होती है कि भारतीय हमलों ने पाकिस्तान के हवाई ठिकानों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।

पाकिस्तान द्वारा मरम्मत के लिए टेंडर जारी

पाकिस्तान ने अब रावलपिंडी, रिसालपुर, और कल्लर कहार स्थित अपने सैन्य अड्डों की मरम्मत के लिए टेंडर जारी किए हैं। इन टेंडरों में रनवे, हैंगर, और रडार सिस्टम की मरम्मत शामिल है, जो भारतीय हमलों में क्षतिग्रस्त हुए थे। यह कदम पाकिस्तान द्वारा हुए नुकसान की आधिकारिक स्वीकारोक्ति के रूप में देखा जा रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पहली बार सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारतीय मिसाइलों ने नूर खान एयरबेस और अन्य स्थानों को निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि उन्हें रात 2:30 बजे सेना प्रमुख ने इस हमले की जानकारी दी थी।

रणनीतिक बदलाव और प्रभाव

इन हमलों के बाद, पाकिस्तान अपने सेना मुख्यालय को चकलाला से इस्लामाबाद स्थानांतरित करने पर विचार कर रहा है, जिससे उसकी रणनीतिक स्थिति में बदलाव के संकेत मिलते हैं। भारत द्वारा किए गए 'आॅपरेशन सिंदूर' ने पाकिस्तान की वायुसेना संरचना को गंभीर नुकसान पहुंचाया है, जिसे अब पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से स्वीकार किया है। इन घटनाओं से क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकते हैं। Operation Sindoor

Mumbai : आतंकियों की बड़ी धमकी, निशाने पर मुंबई की दो मशहूर जगह

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

विदेशी मीडिया ने भारत के साथ झड़प में पाकिस्तान की करारी हार बताया

Bharat apak
Operation Sindoor
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 12:20 PM
bookmark
Operation Sindoor : पहलगाम में आतंकियों के हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुई चार दिवसीय सैन्य झड़प को लेकर विदेशी मीडिया खासकर न्यूयॉर्क टाइम्स में एक विश्लेषणात्मक लेख छापा है। यह रिपोर्ट सेटेलाइट और अन्य श्रोतों से ली गई जानकारी पर आधारित है। इस रिपोर्ट में साफ तौर पर भारत की सैन्य बढ़त का जिक्र किया गया है। आइए संक्षेप में मुख्य बिंदुओं पर नजर डालें :

भारत की बढ़त के मुख्य कारण 

सटीक और प्रभावी हमले भारत ने पाकिस्तान की सैन्य सुविधाओं और एयरबेस (जैसे भोलारी और नूर खान एयर बेस) पर सटीक हमले किए। सैटेलाइट साक्ष्य हाई-रिजॉल्यूशन सैटेलाइट इमेजरी से यह पुष्टि हुई कि भारत के हमलों ने पाकिस्तानी सैन्य ढांचे को नुकसान पहुँचाया। प्रमुख रनवे निष्क्रिय हो गए, जिसमें रहीम यार खान और सरगोधा एयरबेस जैसे पाकिस्तानी ठिकानों पर रनवे क्षतिग्रस्त हुए, जिससे उड़ानें प्रभावित हुईं। आॅपरेशन सिंदूर भारत का यह सैन्य अभियान आतंकवादी ठिकानों पर केंद्रित था और इसमें नौ आतंकी कैंप नष्ट किए गए।

पाकिस्तान की स्थिति

पाकिस्तान के द्वारा किए गए हमलों की पुष्टि उपग्रह चित्रों से नहीं हो पाई। उधमपुर और आदमपुर जैसे भारतीय एयरबेस पर नुकसान के दावे तथ्यात्मक रूप से साबित नहीं हो सके। इसका निष्कर्ष यही निकला कि पाकिस्तान के हमले अपेक्षाकृत कम प्रभावी रहे। रिपोर्ट के अनुसार भारत ने इस चार दिवसीय सैन्य संघर्ष में निर्णायक बढ़त हासिल की है। सैन्य, रणनीतिक और तकनीकी रूप से भारत के हमले अधिक सटीक और प्रभावशाली थे, जबकि पाकिस्तान की ओर से किए गए जवाबी हमलों की पुष्टि नहीं हो सकी। यह ध्यान रखना जरूरी है कि ऐसी रिपोर्ट्स अंतरराष्ट्रीय मीडिया द्वारा प्रकाशित होती हैं और सरकारों द्वारा आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि या खंडन अलग से किया जा सकता है। लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स जैसी प्रतिष्ठित संस्था द्वारा प्रकाशित यह रिपोर्ट वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति को मजबूत दिखाती है। Operation Sindoor

UP News : उत्तर प्रदेश की राजधानी में हुआ बड़ा हादसा , 5 की दर्दनाक मौत

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।