Ahmedabad: निवेश आकर्षित करने के लिए राज्यों को 'रहने योग्य' शहर मुहैया कराने होंगे : मोंटेक अहलूवालिया

Ahmedabad News in hindi
अहलूवालिया ने अहमदाबाद स्थित सीईपीटी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए यह बात कही। इस विश्वविद्यालय में आवासों के डिजाइन, योजना, निर्माण और प्रबंधन की पढ़ाई होती है। पूर्ववर्ती योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अहलूवालिया ने कहा कि भविष्य के लिए भवन डिजाइन करते समय जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को ध्यान में रखना होगा। मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा कि शहर नियोजन बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहा है क्योंकि हम महानगरों की आबादी अब और नहीं बढ़ाना चाहते हैं। यदि आप आबादी को देखें, तो दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों का जनसंख्या घनत्व देश के पश्चिमी क्षेत्र के अधिकांश शहरों की तुलना में अब बहुत अधिक है, और यह विचार कि ये सभी नए शहरी लोग मौजूदा महानगरों में जा रहे हैं, बहुत गलत है। उन्होंने कहा कि भारत में शहरीकरण की गति लोगों की तेजी से बढ़ती हुई आय के स्तर के साथ और तेज हो रही है और देश में आवास की गुणवत्ता के निर्माण की आवश्यकता "शायद दुनिया में किसी भी जगह से अधिक है" उन्होंने कहा कि भारत में अगली पीढ़ी के शहरों को बड़े पैमाने पर विस्तार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी ने लोगों को अपने कार्यालयों को अलग-बलग जगहों पर बनाने का विकल्प दिया है जो निर्बाध रूप से जुड़े हो सकते हैं। सीईपीटी विश्वविद्यालय के 17वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए अहलूवालिया ने कहा कि हमें भारत में गैर-महानगरीय और दूसरी श्रेणी के शहरों के और अधिक विस्तार पर ध्यान देने की जरूरत है, जो पूरी तरह से राज्य सरकारों के हाथों में है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कुछ धनराशि देकर इस दिशा में मदद कर सकती है, लेकिन इसे वास्तविक प्रोत्साहन राज्य सरकारों से मिलना चाहिए। अहलूवालिया ने कहा कि लोगों को शहरों के बारे में सोचने का समाधान अधिक राज्यों के होने में है, क्योंकि "लोग शहर के बारे में बड़ा सोचने के लिए तभी तैयार होते हैं जब किसी नए राज्य की राजधानी बनाई जाती है"।Jacqueline Fernandez जैकलीन फर्नांडीज के खिलाफ मानहानि मामले की सुनवाई 25 मार्च को
देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noidaअगली खबर पढ़ें
Ahmedabad News in hindi
अहलूवालिया ने अहमदाबाद स्थित सीईपीटी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए यह बात कही। इस विश्वविद्यालय में आवासों के डिजाइन, योजना, निर्माण और प्रबंधन की पढ़ाई होती है। पूर्ववर्ती योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अहलूवालिया ने कहा कि भविष्य के लिए भवन डिजाइन करते समय जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को ध्यान में रखना होगा। मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा कि शहर नियोजन बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहा है क्योंकि हम महानगरों की आबादी अब और नहीं बढ़ाना चाहते हैं। यदि आप आबादी को देखें, तो दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों का जनसंख्या घनत्व देश के पश्चिमी क्षेत्र के अधिकांश शहरों की तुलना में अब बहुत अधिक है, और यह विचार कि ये सभी नए शहरी लोग मौजूदा महानगरों में जा रहे हैं, बहुत गलत है। उन्होंने कहा कि भारत में शहरीकरण की गति लोगों की तेजी से बढ़ती हुई आय के स्तर के साथ और तेज हो रही है और देश में आवास की गुणवत्ता के निर्माण की आवश्यकता "शायद दुनिया में किसी भी जगह से अधिक है" उन्होंने कहा कि भारत में अगली पीढ़ी के शहरों को बड़े पैमाने पर विस्तार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी ने लोगों को अपने कार्यालयों को अलग-बलग जगहों पर बनाने का विकल्प दिया है जो निर्बाध रूप से जुड़े हो सकते हैं। सीईपीटी विश्वविद्यालय के 17वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए अहलूवालिया ने कहा कि हमें भारत में गैर-महानगरीय और दूसरी श्रेणी के शहरों के और अधिक विस्तार पर ध्यान देने की जरूरत है, जो पूरी तरह से राज्य सरकारों के हाथों में है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कुछ धनराशि देकर इस दिशा में मदद कर सकती है, लेकिन इसे वास्तविक प्रोत्साहन राज्य सरकारों से मिलना चाहिए। अहलूवालिया ने कहा कि लोगों को शहरों के बारे में सोचने का समाधान अधिक राज्यों के होने में है, क्योंकि "लोग शहर के बारे में बड़ा सोचने के लिए तभी तैयार होते हैं जब किसी नए राज्य की राजधानी बनाई जाती है"।Jacqueline Fernandez जैकलीन फर्नांडीज के खिलाफ मानहानि मामले की सुनवाई 25 मार्च को
देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noidaसंबंधित खबरें
अगली खबर पढ़ें







