UP News: दो मस्जिद और एक मंदिर से उतारे गए लाउडस्पीकर, धर्मगुरुओं पर FIR

काँग्रेस की बुरी हार को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इसे काँग्रेस के कुछ नेताओं के घमंड का नतीजा बताया है



UP News / मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में शुक्रवार को नगर निगम के नवनिर्वाचित महापौर हरिकांत अहलूवालिया और 90 पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह में ‘वंदे मातरम’ को लेकर हंगामा हो गया।
सूत्रों के अनुसार चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में हंगामा उस समय हुआ जब कार्यक्रम का शुभारंभ करने के दौरान ‘वंदे मातरम’ गाया गया, जिसमें ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM) के पार्षदों ने ‘वंदे मातरम’ नहीं गाया और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पार्षदों ने कार्यक्रम के बीच में ही मारपीट शुरू कर दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए वहां तैनात पुलिस ने हस्तक्षेप किया और किसी तरह एआईएमआईएम और भाजपा सदस्यों को अलग कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। हंगामे के बीच मेरठ के मंडलायुक्त ने महापौर को शपथ दिलाई। उसके बाद महापौर अहलूवालिया ने 15-15 पार्षदों के समूह में शपथ दिलाई। इस दौरान ‘वंदे मातरम’ और भारत माता की जय के नारे गूंजते रहे।
उधर, मेडिकल थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) योगेंद्र सिंह ने कहा कि एआईएमआईएम नेता इस संबंध में तहरीर दे रहे हैं और शिकायत मिलने के बाद ही वह इस मामले में कुछ बता सकेंगे। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए एआईएमआईएम के पार्षदों ने ‘वंदे मातरम’ के मुद्दे पर भाजपा पार्षदों पर मारपीट करने का आरोप लगाया।
घटना पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि इन लोगों को 'वंदे मातरम' से आपत्ति क्यों है। वाजपेयी ने कहा कि जब वे भारत के संविधान की शपथ लेते हैं तो भारत के संविधान में उल्लिखित 'वंदे मातरम' गाने पर यह आपत्ति क्यों। इसे गाने की कोई बाध्यता नहीं है लेकिन कम से कम खड़े होकर शांत हो जाएं। उन्होंने कहा कि वो ना खड़े हों इस पर भी कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन बदतमीजी स्वीकार नहीं है।
डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने नगर निगम प्रशासन पर नाराजगी जताते हुए कहा कि नगर निगम ने ‘वंदे मातरम’ का गान ऐसे कर्मचारी से कराया जिसको यह गान ठीक से आता ही नहीं था। वाजपेयी ने कहा कि मजबूरी में मुझे जाकर ‘वंदे मातरम’ का गान गाना पड़ा।
वहीं एआईएमआईएम (AIMIM) के वार्ड 71 के पार्षद फजल करीम ने आरोप लगाया कि भाजपा के स्थानीय कुछ बड़े नेताओं के इशारे पर आज एआईएमआईएम के पार्षदों के साथ भाजपा पार्षदों ने मारपीट की। उन्होंने दावा किया कि घटना में उनकी पार्टी के वार्ड-75 के पार्षद दिलशाद सैफी और वार्ड-79 के पार्षद आसिफ घायल हुए हैं।
एआईएमआईएम के महानगर अध्यक्ष इमरान अंसारी ने कहा कि एआईएमआईएम के सभी पार्षद भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए मेडिकल थाने जा रहे हैं।
शपथ लेने के बाद महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि शहर को साफ-सुथरा और सुंदर बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में शामिल होने वालों में सांसद राजेंद्र अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी शामिल थे। हालांकि पूर्व महापौर सुनीता वर्मा सहित विपक्ष के किसी नेता ने कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया।
UP News / मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में शुक्रवार को नगर निगम के नवनिर्वाचित महापौर हरिकांत अहलूवालिया और 90 पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह में ‘वंदे मातरम’ को लेकर हंगामा हो गया।
सूत्रों के अनुसार चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में हंगामा उस समय हुआ जब कार्यक्रम का शुभारंभ करने के दौरान ‘वंदे मातरम’ गाया गया, जिसमें ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM) के पार्षदों ने ‘वंदे मातरम’ नहीं गाया और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पार्षदों ने कार्यक्रम के बीच में ही मारपीट शुरू कर दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए वहां तैनात पुलिस ने हस्तक्षेप किया और किसी तरह एआईएमआईएम और भाजपा सदस्यों को अलग कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। हंगामे के बीच मेरठ के मंडलायुक्त ने महापौर को शपथ दिलाई। उसके बाद महापौर अहलूवालिया ने 15-15 पार्षदों के समूह में शपथ दिलाई। इस दौरान ‘वंदे मातरम’ और भारत माता की जय के नारे गूंजते रहे।
उधर, मेडिकल थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) योगेंद्र सिंह ने कहा कि एआईएमआईएम नेता इस संबंध में तहरीर दे रहे हैं और शिकायत मिलने के बाद ही वह इस मामले में कुछ बता सकेंगे। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए एआईएमआईएम के पार्षदों ने ‘वंदे मातरम’ के मुद्दे पर भाजपा पार्षदों पर मारपीट करने का आरोप लगाया।
घटना पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि इन लोगों को 'वंदे मातरम' से आपत्ति क्यों है। वाजपेयी ने कहा कि जब वे भारत के संविधान की शपथ लेते हैं तो भारत के संविधान में उल्लिखित 'वंदे मातरम' गाने पर यह आपत्ति क्यों। इसे गाने की कोई बाध्यता नहीं है लेकिन कम से कम खड़े होकर शांत हो जाएं। उन्होंने कहा कि वो ना खड़े हों इस पर भी कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन बदतमीजी स्वीकार नहीं है।
डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने नगर निगम प्रशासन पर नाराजगी जताते हुए कहा कि नगर निगम ने ‘वंदे मातरम’ का गान ऐसे कर्मचारी से कराया जिसको यह गान ठीक से आता ही नहीं था। वाजपेयी ने कहा कि मजबूरी में मुझे जाकर ‘वंदे मातरम’ का गान गाना पड़ा।
वहीं एआईएमआईएम (AIMIM) के वार्ड 71 के पार्षद फजल करीम ने आरोप लगाया कि भाजपा के स्थानीय कुछ बड़े नेताओं के इशारे पर आज एआईएमआईएम के पार्षदों के साथ भाजपा पार्षदों ने मारपीट की। उन्होंने दावा किया कि घटना में उनकी पार्टी के वार्ड-75 के पार्षद दिलशाद सैफी और वार्ड-79 के पार्षद आसिफ घायल हुए हैं।
एआईएमआईएम के महानगर अध्यक्ष इमरान अंसारी ने कहा कि एआईएमआईएम के सभी पार्षद भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए मेडिकल थाने जा रहे हैं।
शपथ लेने के बाद महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि शहर को साफ-सुथरा और सुंदर बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में शामिल होने वालों में सांसद राजेंद्र अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी शामिल थे। हालांकि पूर्व महापौर सुनीता वर्मा सहित विपक्ष के किसी नेता ने कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया।
