पुलिस का अभियान जारी, मुठभेड़ के बाद घायल बदमाश कहां गया

बुलंदशहर में पुलिस की बदमाश से मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में बदमाश पुलिस की जवाबी कार्रवाई में घायल हो गया

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Uttar Pradesh News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 06:33 AM
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Uttar Pradesh News बुलंदशहर में पुलिस की बदमाश से मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में बदमाश पुलिस की जवाबी कार्रवाई में घायल हो गया। पुलिस ने बदमाश को घायल होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया, उससे अवैध, असलहा, कारतूस बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि बदमाश पर कई मुक़दमे दर्ज हैं।

पुलिस की बदमाश से हुई मुठभेड़

मामला बुलंदशहर के खुर्जा का है। खुर्जा के पहासू क़स्बा में पुलिस और स्वाट टीम चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी दौरान इस बदमाश से पुलिस की मुठभेड़ हुई। दरअसल अपराधियों पर नकेल कसने के लिए लगातार पुलिस अभियान चला रही है। इसी अभियान के तहत पुलिस बीती रात खेड़ा नहर के नज़दीक चेकिंग अभियान चला रही थी, तभी पुलिस की इस बदमाश से मुठभेड़ हो गई। दरअसल पुलिस को यह संदिग्ध व्यक्ति आता हुआ दिखा, जिसे पुलिस ने रुकने का इशारा किया लेकिन यह रुका नहीं और उसने आगे तेज बाइक बढ़ा दी। पुलिस ने इस बदमाश का पीछा किया। कुछ दूर जाकर इस बदमाश की बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई। ख़ुद को घिरता देख बदमाश ने पुलिस पर फ़ायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फ़ायरिंग की जिसमें बदमाश को गोली लगी और वह घायल हो गया। घायल बदमाश की पहचान नदीम पुत्र चमन ख़ा निवासी मोहल्ला क़ाज़ी खेल क़स्बा व थाना पहासू बुलंदशहर के रूप में हुई है Uttar Pradesh News in hindi

पुलिस कर रही मामले में कार्यवाही

पुलिस से बदमाश की मुठभेड़ के बाद वह घायल हो गया जिसके बाद पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। जानकारी के मुताबिक़ सामने आया कि इस बदमाश पर कई मुक़दमे दर्ज हैं। पुलिस ने बदमाश से 1 बाइक, एक तमंचा और कारतूस बरामद किया है। पुलिस लगातार अपराधियों के विरुद्ध अभियान चला रही है। इसी के क्रम में इस बदमाश से मुठभेड़ हुई है। घायल बदमाश को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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मदरसों की जांच में बड़ा खुलासा, 2 सालों में विदेशों से मिला 150 करोड़ से अधिक का फंड

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UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 09:26 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश में स्थित मदरसों की SIT जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच के दौरान बड़े पैमाने पर विदेशी फंडिंग के सबूत मिले हैं। रिपोर्ट के अनुसार पिछले दो साल में पूरे प्रदेश के 108 मदरसों में 150 करोड़ की फंडिंग हुई। इन मदरसों को खाड़ी देशों से फंडिंग हुई।

यूपी के जिन जिलों के मदरसे को विदेशों से आर्थिक मदद मिलती रही है। उनमें बहराइच, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती के साथ-साथ सहारनपुर, देवबंद, आजमगढ़, मुरादाबाद, रामपुर और अलीगढ़ समेत दर्जनों जिले शामिल हैं। जिन मदरसों को खाड़ी देशों से बड़ी फंडिंग के सबूत मिले हैं।

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SIT ने खुफिया जांच एजेंसियों से मांगी मदद

एसआईटी ने अब यूपी मदरसों की जांच के लिए केंद्रीय खुफिया जांच एजेंसियों की भी मदद मांगी है। फंडिंग भेजने वाली संस्था कौन-सी है, कहां से ये रकम भेजी गई? किस तरीके से रकम भेजी गई? इस रकम को किस अकाउंट से भेजी गई ? अब एसआईटी इस तरह के सवालों के जवाब जानने की कोशिश करेगी। इसके अलावा फंडिंग मिलने के बाद रकम मदरसे में कहां खर्च हुई ? खर्च की पूरी रसीद ? खरीदारी का पूरा बिल ? सभी जांच के दायरे में होगा। मदरसों में पढ़ने वाले कुल बच्चे और मिलने वाली फंडिंग के कनेक्शन की भी जांच होगी। एटीएस ने भी फंडिग का पूरा ब्यौरा मांगा है।

कई अन्य बिंदुओं पर भी होगी जांच

प्रदेश के जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों और मंडलीय उप निदेशकों को जांच रिपोर्ट 30 दिसंबर तक बोर्ड के रजिस्ट्रार को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। जांच में मदरसों के मान्यता प्रमाण पत्र के निर्गमन में दर्ज मान्यता का स्टार मदरसे में स्वीकृत पदों की संख्या, शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की शैक्षिक योग्यता, कक्षाओं की संख्या और मानक के अनुसार माप, शिक्षकों के सापेक्ष छात्रों का अनुपात, एनसीईआरटी पाठ्यक्रम चल रहा है या नहीं? इन बिंदुओं की जांच की जाएगी। शासन द्वारा जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी और मंडलीय उपनिदेशकों को जांच रिपोर्ट 30 दिसंबर तक बोर्ड के रजिस्ट्रार को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष ने की जांच रोकने की मांग

वहीं, इन मदरसों की जांच पर उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि इससे परीक्षाएं बाधित होंगी। उन्होंने अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह से मिलकर उन्हें पत्र सौंपा और जांच बोर्ड परीक्षा तक स्थगित करने का अनुरोध किया है। इफ्तिखार अहमद जावेद का कहना है कि बार-बार जांच और सर्वे से मदरसे के कामकाज प्रभावित होते हैं। चेयरमैन ने सामान लोकसभा निर्वाचन का भी हवाला दिया है। उनका कहना है कि जांच प्रक्रिया लंबित कार्य को और लंबित कर सकती है। उन्होंने कहा कि मदरसों की जांच अब एक नियमित प्रक्रिया बन गई है और बार-बार जांच होने से मदरसों में शिक्षण कार्य तथा अन्य गतिविधियों में व्यवधान पड़ता है।

मान्यता प्राप्त मदरसों की भी होगी जांच

दरअसल बीते अक्टूबर में उत्तर प्रदेश सरकार ने एडीजी एटीएस और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अफसरों की तीन सदस्य एसआईटी गठित कर मदरसों की विदेशी फंडिंग की जांच के आदेश के दिए थे। अभी तक राज्य के गैर मान्यता प्राप्त मदरसे ही जांच के घेरे में थे। लेकिन अब राज्य सरकार मान्यता प्राप्त मदरसों की भी जांच कराएगी। मदरसा शिक्षा परिषद ने मान्यता प्राप्त 4394 मदरसों की जांच कराने का फैसला किया है। सरकारी अनुदान प्राप्त 560 मदरसों की जांच से इसकी शुरुआत होगी। माइनॉरिटी डिपार्टमेंट ने इसके लिए दो सदस्ययों वाली कमेटी बना दी है।

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साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए होने जा रहा कुछ ऐसा आप रह जाएंगे हैरान!

साइबर क्राइम/उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से बड़ी खबर है। अपराध जगत में साइबर क्राइम से निपटने के लिए जनपद के सभी 75 जिलों के प्रत्येक थाने में साइबर सेल गठित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं

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Uttar Pradesh News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 10:55 PM
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Uttar Pradesh News गाजियाबाद। साइबर क्राइम/उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से बड़ी खबर है। अपराध जगत में साइबर क्राइम से निपटने के लिए जनपद के सभी 75 जिलों के प्रत्येक थाने में साइबर सेल गठित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। और मुख्यमंत्री के निर्देश को सभी पुलिस कमिश्नर द्वारा तत्काल प्रभाव से साइबर अपराध से निपटने के लिए 18 परीक्षेत्रीय मुख्यालय में साइबर थाने को स्थापित किया गया। साइबर थानों में अत्याधुनिक उपकरणों को लैस किया गया है। और इस बाबत युद्ध स्तर पर गृह मंत्रालय ने भी साइबर अपराध से निपटने की पूरी तैयारी कर ली है। और इस दिशा में साइड रेल पोर्टल से 224,61 पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। और उत्तर प्रदेश के तमाम कैडेट्स, पुलिस जनता, नुक्कड़ नाटक के जरिए जागृति अभियान समेत थाना स्तर पर निरीक्षक उप निरीक्षक स्तर पर प्रशिक्षण का अभियान चलाया गया है। मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी के निर्देश हैं कि साइबर जगत के अपराधियों को बक्शा नहीं जाएगा और इन पर निगाह रखने के लिए पुलिस को कड़े निर्देश दिए गए हैं।

 साइबर क्राइम से निपटने के लिए नई भर्तियां

पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से साइबर जगत से निपटने के लिए 91 निरीक्षक, 93 उपनिरीक्षक, 58 मुख्य आरक्षी, 176 आरक्षी भी नियुक्त किए गए हैं। गृह मंत्रालय के निर्देश पर ट्रेन पोर्टल प्रशिक्षित शिक्षक अभियान भी चलाया गया है। जिसके तहत साइबर से संबंधित जागरूकता का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

महीने के प्रत्येक बुधवार को प्रशिक्षण अभियान

महीने के प्रत्येक बुधवार को साइबर क्राइम से निपटने के लिए प्रशिक्षण अभियान चलाया गया है और किसी भी तरीके से साइबर क्राइम को जनता की जागरूकता और साइबर सेल गठित करके थानों में  साइबर के प्रति जागरूकता और प्रशिक्षण के द्वारा साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने की पूरी तैयारी कर ली गई है।

मोबाइल ब्लॉक करने का अभियान

लंबे अरसे से जो मोबाइल इस्तेमाल नहीं होते और अपराध जगत वाले उन मोबाइल का इस्तेमाल करके साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं। इसलिए प्रशासन ने पुरानी मोबाइलों को ब्लॉक करने का अभियान भी चला रखा है। Uttar Pradesh News in hindi

क्राइम प्रिवेंशन अगेंस्ट वूमेन एंड चिल्ड्रन में भी प्रशिक्षण अभियान

प्रशासन की सीधी तरह से कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता इसलिए क्राइम प्रिवेंशन अगेंस्ट वूमेन एंड चिल्ड्रन में भी 1386 एवं पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया।

पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण

साइबर विशेषज्ञ 18861 पुलिस कर्मियों को ऑनलाइन साइबर क्राइम से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए साइबर विशेषज्ञों से भी जोड़ा गया और तमाम पहलुओं से उन्हें प्रशिक्षित किया गया।

गूगल अधिकारियों द्वारा भी प्रशिक्षण

पुलिस को गूगल के अधिकारियों द्वारा भी एक दिवसीय कार्यक्रम मेल एनफोर्समेंट आउट रिसेशन करके पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जनपद में पांच पांच साइ ट्रेन CYTRAIN पोर्टल के अंतर्गत पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया।

साइबर ठगी होने पर तुरंत 1930 या फिर 112 पर कॉल करके मदद लेने के निर्देश

सभी प्रशिक्षण में साइबर ठगी की घटना होने पर तुरंत प्रभाव से 1930 या 112 कॉल पर मदद लेने की जागरूकता अभियान चलाने का कार्यक्रम भी शुरू किया गया है। उत्तर प्रदेश में बढ़ते साइबर अपराध के नेटवर्क पर अंकुश लगाने के लिए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने साइबर अपराध से संबंधित प्रशिक्षण सेल गठित करने, कैडेट्स को प्रशिक्षित कर,ने पुलिस को विशेष प्रशिक्षण अभियान देने, थानों में साइबर सेल गठित करने, जनता को लोक कर्नाटक स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों में जागरूक करने के प्रति युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। और पुलिस ने तत्काल प्रभाव से इनका अनुसरण कर साइबर अपराध को शिकंजे में लेने की पूरी तैयारी कर ली है। प्रस्तुति मीना कौशिक

स्कूल में बच्ची के साथ किया था दुष्कर्म, नौ साल बाद कोर्ट ने सुनाई ऐसी सजा

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।