UP News: सोनभद्र में तालाब में नहाने गए भाई- बहन की डूबने से मौत

04 7
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 01:34 PM
bookmark

UP News : सोनभद्र। यूपी के सोनभद्र जिले में बभनी थाना क्षेत्र के चपकी गांव में तालाब में नहाने गये 8 वर्ष के एक बालक और 11 वर्ष की बालिका की डूबने से मौत हो गयी। पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि दोनों चचेरे भाई-बहन थे।

UP News

पुलिस उप निरीक्षक आर एस शर्मा ने बताया कि थाना क्षेत्र के चपकी गांव निवासी विनय कुमार की पुत्री रेखा कुमारी (11) व रमेश कुमार का आठ वर्षीय पुत्र सचिन रविवार शाम गांव के और बच्चों के साथ तालाब में नहाने गये थे।

शर्मा ने बताया कि सभी बच्चे तालाब में नहा रहे थे तभी सचिन गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। उन्होंने कहा कि भाई को डूबता हुआ देख चचेरी बहन रेखा उसे बचाने के लिए गहरे पानी में चली गई और वह भी डूबने लगी।

अन्‍य बच्चों द्वारा सूचना देने पर परिजन तालाब के पास पहुंचे और बच्‍चों को पानी से बाहर निकाला, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।

परिजनों ने घटना की सूचना तत्काल बभनी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

Barabanki : तेज रफ्तार ट्रक और वैन की जबरदस्त टक्कर में पांच की मौत

उत्तर प्रदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Special Story : कुत्ते क्यों हो रहे खूंखार, सारे इलाज बेकार, डरा रहे आंकड़े

Screenshot 2023 04 27 104351
Special Story: Why are dogs becoming ferocious, all treatments are useless, figures are frightening
locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 May 2023 04:09 PM
bookmark
Special Story : आजकल इंसान के सबसे अधिक वफादार कहे जाने वाले जानवर कुत्ता अचानक से हमलावर हो गया है। पिछले कुछ माह से देश के कई शहरों से कुत्तों के हमला करने की खबर सुर्खियों में आई, जिसमें कुत्तों के हमलों से मासूम बच्चों और बुजुर्गों की मौत तक हो गई। गर्मियों में इसकी संख्या अधिक हो जाती है। आखिर कुत्ते अचानक क्यों इंसानों पर हमलावर हो रहे हैं।

Special Story :

  डराते हैं आंकड़े यदि सिर्फ कानपुर शहर की ही बात की जाए तो वहां के सिर्फ दो सरकारी अस्पतालों में कुत्ते काटने के मामले एक महीने में करीब एक हजार के आसपास पहुंच गए हैं। वहीं कानपुर नगर निगम के अनुसार कानपुर शहर में तकरीबन 19 हजार कुत्ते हैं। यह महज आंकड़ा है जबकि इससे कहीं अधिक कुत्ते शहर में हो सकते हैं जो कि आए दिन किसी ने किसी को काट कर चोटिल किए रहते हैं। इसमें कई लोगों की मौत भी हो गई है। इसी तरह नोएडा, लखनउ, इटावा, बांदा, दिल्ली आदि शहरों में भी कुत्तों के काटने के एक हजार से अधिक मामले एक माह में सामने आए हैं। कुत्तों को काबू करने के प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन वे नाकामयाब ही साबित हो रहे हैं। गर्मी न निकलना भी है कारण आवारा कुत्तों के हमलावर होने और खूंखार होने के पीछे कारण को जानने के लिए कानपुर चिड़ियाघर के उपनिदेशक और पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुराग बताते हैं कि गर्मियों में कुत्ते ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कुत्तों में पसीना शरीर से बाहर निकलने की ग्रंथियां नहीं होती है। ऐसे में जीभ निकालकर वह पैटिग करते हैं हांफ कर और लार के द्वारा अपनी गर्मी को निकालते हैं। लेकिन जब गर्मी ज्यादा हो जाती है, तो कुत्तों के शरीर का तापमान बढ़ जाता है। ऐसे में यह आवारा कुत्ते बेहद खूंखार हो जाते हैं। एक कारण कुत्तों की सरकारी स्तर पर हो रही नसबंदी भी है। नसबंदी करके कुत्तों को नगर निगम द्वारा छोड़ दिया जाता है। इसके बाद शरीर में बदलाव को वह सहन नहीं कर पाते हैं। खाली पेट भी हो रहे खूंखार लखनउ के पशुचिकित्सक डा. वीरेंद्र रस्तोगी कहते हैं कि आमतौर पर शहरी इलाकों में आवारा कुत्तों में आक्रमकता का एक कारण भूख और प्यास भी है। दरअसल, उन्हें सड़कर पर भरपेट खाना-पानी नहीं मिल पाता है। इस वजह से ऐसे में सुबह या शाम को जब वह भूखे होते हैं, तो किसी के हाथ में कोई सामान देखते ही उस तरफ भागने लगते हैं। ऐसे में जब सामने वाला डराता है, तो कुत्ते हमलावर हो जाते हैं। वे अपनी शिकार वाली मनोवृति में चले जाते हैं। ऐसे में वह कुछ भी खाने को मजबूर हो जाते हैं। शायद भरपेट खाना न मिल पाना भी एक कारण है उनके हमलावर होने का। पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कुत्ते जंगली प्रवृत्ति के होते हैं। जंगली कुत्तों और शहर के आवारा कुत्तों में फर्क नहीं होता है। कुत्ते खूंखार प्रवृत्ति के होते हैं, लेकिन जो शहर में कुत्ते इंसानों के बीच रहते हैं अगर उन्हें खाना पानी नहीं मिलता तो वह जंगली कुत्तों की तरह ही खूंखार हो जाते हैं। कुत्ते झुंड में रहना पसंद करते हैं। झुंड में ही वह हमला भी बोलते हैं। हमले के लिए चुनते सॉफ्ट टारगेट डॉ अनुराग ने बताया कि कुत्तों में जब प्रजनन काल का मौसम होता है, तो उनमें हार्मोनल बदलाव आ रहे होते हैं। इन दिनों कुत्ते दोगुना तक ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं। इसलिए उनसे जरा सी भी छेड़खानी करने पर वह तुरंत ही हमलावर हो जाते हैं। आवारा कुत्ते हमेशा सॉफ्ट टारगेट को चुनकर ही हमला बोलते हैं। वे पहले भौंक कर डराते हैं, जब उनको लगता है कि सामने वाला उनसे कमजोर है और जिनका वह आसानी से शिकार कर सकें, ऐसे लोगों पर हमला बोलते हैं। इसलिए मासूम बच्चों और बुजुर्गों को ही अधिकतर कुत्ते शिकार बनाते हैं। लोगों को चाहिए कि कुत्तों से ज्यादा छेड़छाड़ न करें। खास करके बदलते मौसम में और उनके प्रजनन काल में बच्चों को उनसे दूर रखें। अपने बच्चों को समझाएं की कुत्तों से किसी भी तरह से छेड़खानी न करें। [caption id="attachment_87547" align="aligncenter" width="602"]Special Story: Why are dogs becoming ferocious, all treatments are useless, figures are frightening Special Story: Why are dogs becoming ferocious, all treatments are useless, figures are frightening[/caption] कुत्ते के हमले से कैसे करें बचाव डॉ अनुराग सलाह देते हैं कि जब भी आवारा कुत्ते हमला बोलें तो लोगों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि यदि आप दोपहिया वाहन या पैदल हैं और ऐसे में अगर कुत्ता भौंके या आपकी तरफ आक्रामक हो तो रूकना नहीं चाहिए। अगर पैदल या बाइक से हैं तो बराबर चलते रहना चाहिए। दरअसल, कुत्तों का लोवर जबड़ा जो काटने के लिए काम आता है, वह तभी काम करता है जब कोई चीज स्थिर हो या रुकी हुई हो। इसलिए रुकना नहीं चाहिए। कुत्ता तभी काटेगा जब कोई स्थिर स्थिति में चीज मिलेगी। रनिंग स्थिति में कुत्ते के मुंह का लोवर जबड़ा काम नहीं करता है। [caption id="attachment_87548" align="aligncenter" width="750"]Special Story: Why are dogs becoming ferocious, all treatments are useless, figures are frightening Special Story: Why are dogs becoming ferocious, all treatments are useless, figures are frightening[/caption] पिछले 6 माह में कुत्ते काटने की प्रमुख घटनाएं 1.अक्टूबर 2022 में 8 महीने के बच्चे को आवारा कुत्तों ने नोएडा में नोच कर मार डाला। 2.दिसंबर 2022 में बांदा में 2 साल के बच्चे को मुंह में कुत्तों ने नोच लिया जिससे उसकी जान चली गई। 3.फरवरी 2023 हैदराबाद में 4 साल के मासूम बच्चे को तीन आवारा कुत्तों ने मिलकर नोच डाला जिससे उसकी मौत हो गई। 4.मार्च 2023 दिल्ली में आवारा कुत्तों ने दो बच्चों पर हमला बोल दिया जिसमें दोनों की मौत हो गई। 5.फरवरी में अलीगढ़ में बुजुर्ग डॉक्टर पर मॉर्निंग वॉक करते समय आवारा कुत्तों ने हमला बोल दिया और गिराकर नोच डाला। 6.अप्रैल में कन्नौज में भी आवारा कुत्तों ने अकेला पाकर बच्चों को नोच कर मार डाला। 7.जनवरी में दिल्ली में बुलडॉग ने बच्चे को काटा, गंभीर अवस्था अस्पताल में भर्ती।

Special Story : न धर्म, न जाति, न सरकारी कानून ,तमिलनाडु के इस शहर में है बस सुकून

अगली खबर पढ़ें

UP News : यूपी के 20 जिलों एटीएस की छापेमारी, हिरासत में लिए गए PFI से जुड़े 70 सदस्य ,दो गिरफ्तार

Picture1 2
UP News: ATS raids 20 districts of UP, 70 PFI members detained, two arrested
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 05:06 AM
bookmark
  UP News : उत्तर प्रदेश में आतंक निरोधी दस्ते (एटीएस) की रविवार को 20 जिलों में गई छापेमारी के बाद बरामद कई दस्तावेजों में इसके प्रमाण मिले हैं। इसके साथ ही करीब 70 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही हैं। वहीँ वाराणसी से 50-50 हजार रुपये के ईनामी परवेज अहमद व रईस अहमद को गिरफ्तार भी किया है। बता दें कि यूपी में पीएफआइ की तरफ से फिर से दंगा भड़ाकाने की साजिश की सूचना भी एनआइए ने ही एटीएस को दी थी। इसके बाद एटीएस ने एनआइए को भी जांच में शामिल कर लिया है।

UP News :

  दंगा भड़काने की कर रहे थे कोशिश बता दें बीते दिनों उत्तर प्रदेश में पीएफआइ की तरफ से फिर से दंगा भड़ाकाने की साजिश की सूचना भी एनआइए ने ही एटीएस को दी थी। इसके बाद से ही लगाकर अलग अलग टीमें इनपुट इकठ्ठा कर रही थी। पीएफआइ को प्रतिबंधित करने के बाद एटीएस तथा एनआइए ने कई बार इसके सदस्यों की गिरफ्तारी करके संगठन को कमजोर किया, लेकिन नए सिरे कोई बड़ा कांड कराने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। यूपी समेत पांच राज्यों में हुई थी छापेमारी इससे पहले एनआइए ने 26 अप्रैल को आतंकी गतिविधियों में शामिल लोगों की गिरफ्तारी को लेकर उत्तर प्रदेश व पंजाब सहित चार राज्यों में छापेमारी की थी। उत्तर प्रदेश के रामपुर के काशीपुर गांव में पीएफआइ के सक्रिय सदस्य की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी के बाद एनआइए के हाथ कई अहम सुराग लगे थे, जिसकी सूचना एटीएस की दी गई थी। यूपी के इन जिलों में छापेमारी यूपी एटीएस ने लखनऊ, सीतापुर, बहराइच, बलरामपुर, बाराबंकी, सिद्धार्थनगर, देवरिया, वाराणसी, आजमगढ़, कानपुर, गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, रामपुर, बिजनौर, अमरोहा में छापेमारी की कार्रवाई की है।

World Red Cross Day: वर्ल्ड रेड क्रॉस डे के मौके पर जानें इसका इतिहास एवं महत्व