Raebareli- आज जब पूरे देश में बेटियों के आगे बढ़ने, समाज में उन्हें समानता का अधिकार दिलाने के लिए कई मुहिम चलाए जा रहे हैं, ऐसे में कुछ ऐसी घटनाएं सामने आ जाती है, जो यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि क्या वाकई में समाज पर इसका कुछ असर हो रहा है या नहीं। समाज को शर्मसार करने वाली एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने यह साबित कर दिया है कि तमाम कोशिशों के बाद भी अब तक बेटियों को लेकर भेदभाव को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सका है।
उत्तर प्रदेश के रायबरेली (Raebareli) जिले से आज एक बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां के एक व्यक्ति ने लगातार पांचवीं बेटी पैदा होने पर अपना आपा खो दिया और अपनी ही नवजात बच्ची के मुंह पर थूक कर उसे कई थप्पड़ जड़ दिए। वह यहीं नहीं रुका बल्कि घटना का विरोध करने वाले डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के साथ भी बदतमीजी करने पर उतारू हो गया।
यह घटना है रायबरेली (Raebareli) जिले के लालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की। लालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले गांव गंगापुर बरस गांव के रहने वाले माधव की पत्नी दूरपतिया 5वीं बार गर्भवती थी। प्रसव पीड़ा होने पर मंगलवार की शाम उसे लालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया था जहां पर उसने एक बच्ची को जन्म दिया। लेबर रुम से वार्ड में शिफ्ट किया गया, तो लगातार पांचवीं बार बेटी के जन्म को लेकर आपा खोए माधव ने नवजात के मुंह पर थूक दिया और थप्पड़ से उसकी पिटाई कर दी। बच्चे की रोने की आवाज सुनकर डॉक्टर और हॉस्पिटल स्टाफ मौके पर पहुंचे। जब उन्होंने इसका विरोध करना शुरू किया तो, आरोपी पिता डाक्टर और स्टाफ के साथ भी मारपीट पर उतारू हो गया।
हंगामा बढ़ते देख ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ दुर्गेश नंदिनी ने पुलिस बुलाने की धमकी दी। पुलिस की बात सुन आरोपी वहां से भाग निकला। सीएचसी अधीक्षक डॉ राजेश कुमार गौतम ने बताया कि स्टाफ और डॉक्टरों ने मिलकर उसके इस मानवीय कृत्य के लिए उसे खूब फटकारा।