LUCKNOW INCIDENT: लखनऊ। राजधानी लखनऊ के हजरतगंज इलाके में एक बहुमंजिला इमारत ढहने की घटना में अपनी मां और पत्नी को खो चुके समाजवादी पार्टी प्रवक्ता अब्बास हैदर ने प्रशासन पर बचाव कार्य में लापरवाही बरतने और हत्या समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
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अपनी मां और पत्नी के शव लेने अस्पताल पहुंचे हैदर ने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाते हुए कहा कि बचाव के नाम पर सिर्फ तमाशा किया गया और लोग खड़े होकर फोटो और वीडियो बना रहे थे।
हैदर ने कहा, मैंने बचाव दल से जहां पर खुदाई करने को कहा था, वहां नहीं की गई। मैं वहां का ढांचा अच्छी तरह जानता था, लेकिन जब मैंने कहा कि यहां पर खुदाई करो तो वहां नहीं किया गया। मेरे परिजन दम घुटने से मरे हैं। उन्होंने कहा उनके बार-बार कहने के बावजूद निर्धारित स्थान पर खुदाई नहीं की गई और नीचे के कई फ्लोर काट दिए गए।
हैदर ने कहा कि उन्होंने बचाव दल से कहा था कि लोग पहली मंजिल पर थे, लेकिन उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया और पूरे छह घंटे तक तमाशा होता रहा।
हैदर ने कहा, एक साथ कई टीम खड़ी रहीं, लेकिन काम नहीं हुआ। प्रशासन लगातार झूठ बोलता रहा। यह प्रशासन द्वारा हत्या है। हैदर ने आरोप लगाया कि सरकार के बड़े-बड़े अधिकारी और मंत्री वाहवाही लूटने के लिए मीडिया में बयान दे रहे हैं कि वे पीड़ितों के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया अकाउंट के लिए वीडियो और फोटो खींचे जा रहे थे।
हजरतगंज क्षेत्र के वजीर हसन मार्ग पर स्थित अलाया अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों का आशियाना मंगलवार शाम तेज धमाके की आवाज के साथ एकाएक जमींदोज हो गया। हर तरफ चीख-पुकार, अपनों को खोने की घबराहट और आशंकाओं के बीच मलबे से लोगों को बाहर निकालने का अभियान शुरू हुआ जो अभी तक जारी है। इस हादसे में अब तक दो महिलाओं की मृत्यु हो चुकी है जबकि घायल 10 अन्य लोगों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रवक्ता अब्बास हैदर के परिवार पर तो मानो दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा है। इस घटना में उनकी मां बेगम हैदर (72) और पत्नी उजमा (46) की मृत्यु हो चुकी है, जबकि उनके पिता वरिष्ठ कांग्रेस नेता अमीर हैदर और छह साल का बेटा मुस्तफा अस्पताल में भर्ती हैं। परिवार में इतना बड़ा हादसा हो जाने से गमजदा हैदर ने कहा कि उनकी तो मानो दुनिया ही उजड़ सी गई है। एक झटके में उनकी मां और बीवी का साथ छूट गया यह जख्म शायद कभी नहीं भर पाएगा।
त्रासदी की पहली शिकार अब्बास हैदर की मां बेगम हैदर थीं। उन्हें मरणासन्न स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी मौत हो गई। बाद में उनकी पत्नी उजमा हैदर को भी बचाव दल ने मलबे से निकाला और बेहद गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया, मगर उन्हें भी नहीं बचाया जा सका।
एक चश्मदीद ने बताया, जब उन्हें (उजमा) को बाहर निकाला गया, तो उनके शरीर से खून बह रहा था। उनके सिर और पूरे शरीर पर खून देखा जा सकता था। उनके जिंदा बचने की संभावना भी कम थी। बचाव दल मौके पर पूरी मुस्तैदी से काम कर रहे हैं और वरिष्ठ अधिकारी संपूर्ण अभियान की देखरेख में जुटे हैं। कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान ने खुद मौके का दौरा किया और मीडिया को ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी। वहीं समाजवादी पार्टी के विधायक भी वहां देखे गए।
अलाया अपार्टमेंट का निर्माण सपा नेता शाहिद मंजूर की जमीन पर किया गया था। उन्होंने इसे एक बिल्डर को दिया था। सपा विधायक अरमान खान और रविदास मेहरोत्रा ने भी घटनास्थल का दौरा किया।
मेहरोत्रा ने कहा, इमारत के तहखाने में खुदाई चल रही थी। जांच करके दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। यह बहुत गंभीर मामला है और लोगों की जान से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि जिस जमीन पर अपार्टमेंट बनाया गया है वह उनकी पार्टी के नेता की है, मेहरोत्रा ने कहा, यह पार्टी का मामला नहीं है। इसमें सख्त कार्रवाई की जरूरत है।
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