Noida Authority : नोएडा से गायब हुई फाइल पर उठ रहे हैं अनेक सवाल, डीएनडी की है फाइल

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सर्वविदित है कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा किस तरह औने-पौने दामों पर डीएनडी को न सिर्फ जमीन आवंटित की गई, बल्कि अतिरिक्त जमीन भी दे दी गई। यह भी किसी से छिपा नहीं है कि नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व अन्य पदों पर रहे चुके कई आईएएस अधिकारी सेवानिवृत्त होने के बाद डीएनडी कंपनी में शीर्ष पदों पर काबिज हो गए। जाहिर तौर पर हमेशा से डीएनडी के लिए ढाल बनकर कार्य कर रहे ऐसे अधिकारी अपने रसूखों का इस्तेमाल करके लगातार डीएनडी की पैरवी कर रहे हैं।Political : अडाणी मामले से ध्यान भटकाने के लिए खड़ा किया गया तमाशा : राहुल गांधी
ऐसे में क्या यह संभव नहीं है कि इन्हीं अधिकारियों ने अपने रसूखों के जरिए कहीं नोएडा प्राधिकरण से फाइल गायब न करवा दी हो? दरअसल, डीएनडी के घोटाले पर जब सीएजी टीम की नजर पड़ी तो उन्होंने प्राधिकरण से इस मसले पर स्पष्टीकरण मांगा। इसके बाद जब फाइल खंगाली गई तो वह नदारद मिली।Noida Authority
प्राधिकरण कर्मचारियों के अलावा नोएडा के कई बुद्धिजीवी इस मसले पर नोएडा प्राधिकरण की कार्यशैली पर ही सवाल खड़ा कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि वास्तव में फाइल गायब हुई है तो यह गंभीर विषय है। इसकी उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस प्रकार फाइल गायब हो जाने के बाद नोएडा प्राधिकरण के लाखों आवंटियों के दस्तावेजों (डाक्यूमेंट्स) की सुरक्षा का क्या होगा? इसी प्रकार के अनेक दूसरे सवाल भी उठ रहे हैं। क्या है पूरा मामला यहां अवश्य पढ़ें :Big News : नोएडा प्राधिकरण से गायब हो गई डीएनडी की फाइल!
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सर्वविदित है कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा किस तरह औने-पौने दामों पर डीएनडी को न सिर्फ जमीन आवंटित की गई, बल्कि अतिरिक्त जमीन भी दे दी गई। यह भी किसी से छिपा नहीं है कि नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व अन्य पदों पर रहे चुके कई आईएएस अधिकारी सेवानिवृत्त होने के बाद डीएनडी कंपनी में शीर्ष पदों पर काबिज हो गए। जाहिर तौर पर हमेशा से डीएनडी के लिए ढाल बनकर कार्य कर रहे ऐसे अधिकारी अपने रसूखों का इस्तेमाल करके लगातार डीएनडी की पैरवी कर रहे हैं।Political : अडाणी मामले से ध्यान भटकाने के लिए खड़ा किया गया तमाशा : राहुल गांधी
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प्राधिकरण कर्मचारियों के अलावा नोएडा के कई बुद्धिजीवी इस मसले पर नोएडा प्राधिकरण की कार्यशैली पर ही सवाल खड़ा कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि वास्तव में फाइल गायब हुई है तो यह गंभीर विषय है। इसकी उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस प्रकार फाइल गायब हो जाने के बाद नोएडा प्राधिकरण के लाखों आवंटियों के दस्तावेजों (डाक्यूमेंट्स) की सुरक्षा का क्या होगा? इसी प्रकार के अनेक दूसरे सवाल भी उठ रहे हैं। क्या है पूरा मामला यहां अवश्य पढ़ें :Big News : नोएडा प्राधिकरण से गायब हो गई डीएनडी की फाइल!
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Lucknow News: 104 years old such a vintage car which got many awards[/caption]
28 दिन में तैयार हुई विंटेज कार की रेप्लिका
शिवम ने कहा कि इन्टरनेट पर भी इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई। इसके बाद आर्टिकेट डिपार्टमेंट के दोस्तों से सहायता ली। इसके अलावा हर्सिका सिंह ने भी काफी मदद की। उसने इस कार का ब्लू प्रिंट तैयार करके दिया। फिर थर्माकोल इक्कड्डा करने में भी दिक्कतें हुईं। क्योंकि जो इसमें थर्माकोल इस्तेमाल किया गया है वो मिल नहीं पा रहा था बड़ी मुश्किल से ऑडर देकर मंगवाया। फिर धीरे धीरे काम शुरू किया तब जाकर 28 दिनों में यह पूरी तरह से तैयार हुई। शिवम ने बताया कि इसमें करीब 40 से 45 हजार रुपए की लागत आई है। वहीं 200 किलो थर्माकोल लगा है। तब जाकर 20 फीट लंबी, 7 फीट चौड़ी और 6 फीट ऊंची बुगाटी कार का शानदार मॉडल तैयार हो पाया है।
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संदीप तिवारी