UP News : गैंगरेप पीड़िता ने 12 किलोमीटर तक दौड़कर दुष्कर्मियों से बचाई जान

WhatsApp Image 2022 08 19 at 3.52.31 PM 2
locationभारत
userचेतना मंच
calendar19 Aug 2022 09:27 PM
bookmark
Lucknow : लखनऊ। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के बस स्टैंड से चार युवकों ने एक गर्भवती महिला को अगवा कर लिया और बंधक बनाकर उसके साथ तीन दिनों तक सामूहिक बलात्कार किया। महिला दो माह की गर्भवती है। वारदात 16 अगस्त की बताई जा रही है। शुक्रवार की सुबह पीड़िता आरोपियों के चंगुल से भागकर फर्रुखाबाद के राजेपुर के बहादुरपुर गांव पहुंची और ग्रामीणों को आपबीती बताई। इसके बाद गांव वालों ने राजेपुर पुलिस को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस पीड़िता को लेकर हरदोई के मुर्चा कटरी गांव पहुंची, जहां विवाहिता को बंधक बनाकर रखा गया था। पीड़ित महिला ने बताया कि मेरी ससुराल सहारनपुर में है और मायका बरेली में है। 16 अगस्त को सहारनपुर जाने के लिए वह बरेली से बस से पकड़ी और फर्रुखाबाद पहुंची। यहां से सहारनपुर जाने के लिए बस स्टैंड पर दूसरी बस का इंतजार करने लगी। शाम करीब 6 बजे कुछ युवक आए और बिल्कुल सटकर खड़े हो गए। फिर पता नहीं क्या हुआ। जब मेरी आंख खुली तो मैंने खुद को एक बंद कमरे में पाया। उसमें एक तरफ भूसा रखा हुआ था, दूसरी तरफ खाली जगह मुझे बैठाया गया था। कमरे में अंदर से ताला लगा हुआ था। मेरे सामने चार लोग बैठे हुए थे। मेरे बोलते ही चारो मुझसे बदसलूकी करने लगे। मैंने युवकों से कहा कि मेरा सामान ले लिया है, तो कोई बात नहीं। लेकिन मुझे जाने दो। मेरे पेट में दो महीने का बच्चा है। मुझे परेशान मत करो। इसके बाद काफी देर तक मैं गिड़गिड़ाती रही कि मुझे जाने दो। चारों ने धमकी दी कि यहां से अगर उठी तो जान से मार देंगे। इसके बाद एक युवक ने मुझे पकड़ लिया और बारी-बारी मेरे साथ गंदा काम किया। मैं बेहोश हो गई। उसके बाद जब मुझे होश आया तो अगले दिन सुबह हो चुकी थी। कमरे में ताला पड़ा हुआ था, मैं चिल्लाई तो फिर से सभी आरोपियों ने मुझे धमकाया और चुप करा दिया। पीड़िता ने बताया कि चारों युवक लगातार मेरी इज्जत लूटते रहे और मैं छोड़ने की मिन्नतें करती रही। लेकिन वे नहीं मानें, मैं भूखी-प्यासी पड़ी रही, अब बाहर निकल पाने की उम्मीद टूट चुकी थी। महिला के मुताबिक तीन दिन बीत चुके थे। आज चौथा दिन था और सभी आरोपी सो रहे थे, लेकिन कमरे का ताला खुला पड़ा था। दबे पांव दरवाजा खोलकर बाहर निकली और गांव की तरफ दौड़ लगा दी। उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। करीब 12 किमी दौड़कर एक गांव में पहुंची और गांव वालों को अपने साथ हुए घटना के बारे में बताया। गांव वालों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। उसके बाद पुलिस को पूरी आपबीती बताई। बहादुरपुर गांव के लोगों ने बताया कि पीड़िता जब आई तो बदहवास हालत में थी। उसे कुछ भी सही तरीके से याद नहीं था। काफी डरी हुई थी। पीड़िता की बात सुनने के बाद राजेपुर पुलिस को सूचना दी। राजेपुर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार गौतम गांव पहुंचे और पीड़िता से पूछताछ की। इसके बाद पुलिस पीड़िता को लेकर हरदोई के मुर्चा कटरी गांव के उस घर में पहुंची, जहां पीड़िता ने बंधक बनाये जाने की बात बताई थी। मौके पर एक महिला मिली। पूछताछ करने पर महिला ने पुलिस को बताया कि लड़की की चाची, फूफा और बुआ ने 80 हजार लेकर उसे यहां पर चार दिन पहले छोड़ गए थे। पुलिस गैंगरेप के साथ पीड़िता को बेचे जाने के एंगल से भी जांच करने में जुट गई है। फर्रुखाबाद के एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि महिला ने बंधक बनाकर रेप का आरोप लगाया है। शुरुआती पड़ताल में उसकी बुआ, फूफा व चाची द्वारा उसे बेचे जाने की बात सामने आ रही है। पीड़िता का मेडिकल कराया जाएगा। घटनास्थल पर मिली महिला से भी पूछताछ की जा रही है।
अगली खबर पढ़ें

ED Raid : माफिया मुख्तार के घर समेत कई ठिकानों पर ईडी की छापेमारी

WhatsApp Image 2022 08 18 at 12.00.53 PM
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:58 AM
bookmark
Lucknow : लखनऊ। जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के गाजीपुर के यूसुफपुर मोहम्मदाबाद के अलावा कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की। यह कार्रवाई मुख्तार के करीबी लोगों के ठिकानों पर भी की जा रही है। कहा जा रहा है कि मुख्तार अंसारी के गाजीपुर स्थित आवास पर ईडी की छापेमारी चल रही है, जहां पर कई अहम जानकारियां मिलने की संभावना है। ईडी ने मुख्तार अंसारी और उनके करीबियों के दिल्ली, लखनऊ, मऊ और गाजीपुर स्थित कई ठिकानों पर छापेमारी की है। इसमें मुख्तार अंसारी का आवास भी शामिल है। ईडी की टीम गुरुवार तड़के मुख्तार अंसारी के मुहम्मदाबाद स्थित आवास पहुंची और अपनी कार्रवाई शुरू की। इससे पहले मुख्तार अंसारी को पंजाब के रोपड़ जेल में दो साल से अधिक समय तक वीआईपी ट्रीटमेंट मुहैया कराने के मामले में जांच पूरी हो चुकी है। जांच कमेटी ने सरकार को रिपोर्ट भी सौंप दी है। पंजाब की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर आरोप है कि मुख्तार अंसारी को रोपड़ जेल में शिफ्ट करने के लिए झूठी एफआईआर दर्ज की गई थी, ऐसे में आम आदमी पार्टी सरकार ने एफआईआर मामले की जांच के आदेश दिए थे। कांग्रेस सरकार पर आरोप है कि दो साल तक मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश पुलिस को नहीं सौंपा गया था, जबकि उनके कई मामले दर्ज थे। आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी के साथ उनकी पत्नी भी कुछ वक्त तक जेल में रही थीं।
अगली खबर पढ़ें

Lucknow News : उप्र में बदले गए 10 अफसर , 4 आईएएस व 6 पीसीएस बदले

Up govt
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 03:08 PM
bookmark
Lucknow : लखनऊ (एजेंसी)।  उत्तर प्रदेश सरकार ने एक और प्रशासनिक फेर-बदल करते हुए 4 आईएएस(IAS) और 6 पीसीएस(PCS)  अफसरों के तबादले कर दिए हैं। बुलंदशहर विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष के पद पर तैनात आईएएस निशा को प्रतीक्षारत श्रेणी में डाल दिया गया है। उनके  स्थान पर चंद्रप्रकाश सिंह जिला अधिकारी बुलंदशहर को विकास प्राधिकरण बुलंदशहर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। प्रदेश सरकार ने तबादला सूची जारी करते हुए विशेष सचिव कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा यूपी में तैनात डा. राजेश कुमार को  विशेष सचिव सचिवालय प्रशासन बना दिया है। ज्ञानेश्वर त्रिपाठी विशेष सचिव लोक निर्माण विभाग को विशेष सचिव सामान्य सचिवालय प्रशासन बनाया गया है। बिपिन कुमार मिश्रा अपर जिलाधिकारी (वि/रा) को अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) लखनऊ बनाया गया है। हिमांशु कुमार गुप्ता अपर जिलाधिकारी (ट्रान्स) लखनऊ को अपर जिलाधिकारी (वि/रा) लखनऊ के पद पर भेजा गया है। राकेश सिंह मुख्य राजस्व अधिकारी प्रतापगढ़ को अपर जिलाधिकारी (ट्रान्स) लखनऊ बनाया गया है। राकेश कुमार पटेल अपर जिलाधिकारी (नगर) अलीगढ़ को मुख्य राजस्व अधिकारी प्रतापगढ़ बनाकर भेजा गया है। विवेक चतुर्वेदी नगर मजिस्ट्रेट सहारनपुर को अपर जिलाधिकारी (नगर) अलीगढ़ बनाया गया है। अनिरुद्ध प्रताप सिंह उपजिलाधिकारी गाजीपुर को नगर मजिस्ट्रेट के तौर पर सहारनपुर भेजा गया है।