UP News : उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार हरि (भोले बाबा) के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत के बाद बड़ा खुलासा हुआ है। घटनास्थल पर मौजूद सिकन्दराराऊ के एसडीएम (उप जिलाधिकारी) ने हाथरस के डीएम आशीष पटेल को सौंपी रिपोर्ट में कहा है कि सत्संग समाप्त होने के बाद जब भोले बाबा निकल रहे थे तो सत्संगी उनके दर्शन और चरणरज लेकर अपने माथे पर लगाने के लिए डिवाईडर से कूद-कूद कर दौड़ने लगे। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने सत्संगियों को रोकने के लिए धक्का-मुक्की की जिस कारण भगदड़ मची।
हाथरस घटना में बड़ा खुलासा
हाथरस के डीएम को सौंपी रिपोर्ट में एसडीएम ने कहा है कि 02.07.2024 को राष्ट्रीय राजमार्ग-91 सि0राऊ से एटा रोड़ पर स्थित ग्राम फुलरई मुगलगढ़ी के दक्षिण दिशा में श्री नारायण साकार हरि का प्रवचन/सत्संग कार्यकम नियत था। वह मौके पर उपस्थित थे। सत्संग के पंडाल में लगभग 02 लाख से अधिक की भीड़ उपस्थित थी। श्री नारायण साकार हरि (भोले बाबा) लगमग दोपहर 12.30 बजे सत्संग पंडाल में पहुंचे तथा 01 घण्टा कार्यकम चला इसके बाद लगभग 01.40 .बजे श्री नारायण साकार हरि (भोले बाबा) पांडाल से निकलकर राष्ट्रीय राजमार्ग-91 पर एटा की ओर जाने के लिए आये तो जिस रास्ते से भोले बाबा निकल रहे थे उस रास्ते की और सत्संगी महिला, पुरूष व बच्चे आदि उनके दर्शन व चरण स्पर्श एवं आर्शीवाद स्वरूप उनकी चरण रज लेकर अपने माथे पर लगाने लगे तथा जी.टी.रोड़ के किनारे एवं बीच में बने डिवाइडर पर काफी अधिक संख्या में दर्शन के लिए पहले से लोग खड़े थे, जो डिवाइडर से कूद-कूद कर बाबा के दर्शनार्थ के लिए उनके वाहन की ओर दौड़ने लगे तो बाबा के साथ उनके निजी सुरक्षाकर्मी (ब्लैक कमाडो) एवं सेवादारों द्वारा बाबा के पास भीड़ न पहुँचने की स्थिति में भीड़ के साथ स्वयं ही धक्का-मुक्की करना शुरू कर दिया गया। UP News
बाबा को देखने के लिए मची थी अफरा-तफरी
जिससे कुछ लोग नीचे गिर गये तब भी भीड़ नहीं मानी और अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। जिसके कारण भीड़ राहत की सॉस लेने के लिए कार्यकम स्थल के सामने खुले खेत की तरफ सड़क के दूसरी ओर भागी जहाँ सड़क से खेत की ओर उतरने के दौरान ढालनुमा जगह होने के कारण अधिकाश लोग फिसल कर गिर गये। एसडीएम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इसके बाद पुन: सत्संगी उठ नहीं सके और भीड़ उनके ऊपर से होकर इधर-उधर भागने लगी। जिसमें कई महिलाऐं व पुरूष व बच्चे हताहत,गम्भीर रूप से घायल हो गये। एसडीएम द्वारा मौके पर उपस्थित राजस्व व पुलिस सुरक्षा कर्मियों द्वारा हताहत कर्मियों को एम्बुलेंस एवं मौके पर उपस्थित आदि साधनों से घटना स्थल के आस-पास स्थित अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिकन्द्रराराऊ में भिजवाया गया। जहाँ 89 श्रद्धालुओं को चिकित्सक द्वारा मृत घोषित कर दिया गया एवं कुछ श्रद्धालुओं को जनपद एटा में उपचार के लिए भेजा गया जहाँ चिकित्सक द्वारा 2 श्रद्धालुओं को मृत घोषित किया गया। इस प्रकार मृतकों की कुल संख्या-116 बच्चे, महिला/ पुरूष) की हो गयी तथा कुल 23 व्यक्ति घायल है, जिनमें से 11 का उपचार बांगला हॉस्पीटल हाथरस व 06 का पं.दीन दयाल उपाध्याय सं0 चिकित्सालय अलीगढ़ एवं 06 जे.एन.एम.सी.अलीगढ़ में इलाज चल रहा है। UP News
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