Tuesday, 22 April 2025

जनसंख्या में सबसे बड़ा प्रदेश है उत्तर प्रदेश, सबसे छोटा है यह प्रदेश

UP News : उत्तर प्रदेश भारत भारत का सबसे बड़ा प्रदेश है। जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश भारत का…

जनसंख्या में सबसे बड़ा प्रदेश है उत्तर प्रदेश, सबसे छोटा है यह प्रदेश

UP News : उत्तर प्रदेश भारत भारत का सबसे बड़ा प्रदेश है। जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा प्रदेश बना हुआ है। उत्तर प्रदेश की कुल आबादी (जनसंख्या) 25 करोड़ है। उत्तर प्रदेश की जनसंख्या दुनिया के अनेक देशों से भी अधिक है। आप अच्छी तरह से जानते हैं कि जनसंख्या के मामले में उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा प्रदेश है। क्या आप भारत के सबसे छोटे प्रदेश का नाम जानते हैं? यदि आप भारत के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश की विशेषताओं तथा भारत के सबसे छोटे प्रदेश को नहीं जानते तो यह आर्टीकल आपके लिए ही है। UP News

 उत्तर प्रदेश को इस प्रकार समझ सकते हैं

उत्तर प्रदेश जनसंख्या के मामले में भारत का सबसे बड़ा प्रदेश है। क्षेत्रफल के मामले में राजस्थान प्रदेश भारत का सबसे बड़ा प्रदेश है। क्षेत्रफल के मामले में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के विषय में यह जानना भी जरूरी है कि देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश के लिए 24 जनवरी का दिन बड़ा दिन है। यह भी कहा जा सकता है कि उत्तर प्रदेश के लिए 24 जनवरी का दिन ऐतिहासिक तथा सबसे बड़ा दिन होता है। भारत के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश के ऊपर देश के प्रत्येक नागरिक को गर्व है। उत्तर प्रदेश अनेक विशेषताओं तथा खासियतों से भरा हुआ है। उत्तर प्रदेश ही अकेला वह प्रदेश है जिसने भारत को सर्वाधिक प्रधानमंत्री दिए हैं। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश में भारत के मान, नाम तथा सम्मान को बढ़ाने के लिए अनेक प्रकार की अमूल्य निधि प्रदान की है। हर साल 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस के दिन उत्तर प्रदेश दिवस मनाया जाता है। अंग्रेजी भाषा में उत्तर प्रदेश दिवस को UP DAY कहा जाता है। उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के इतिहास को भी जानना जरूरी है। उत्तर प्रदेश का इतिहास बेहद गौरवशाली इतिहास रहा है। आजादी से पहले अंग्रेजी शासन के दौर में 1902 में नार्थ वेस्ट प्रोविंस का नाम बदल कर यूनाइटेड प्रेविंस (संयुक्त प्रांत) ऑफ आगरा एंड अवध रखा गया था। साल 1920 में यहां की राजधानी इलाहाबाद से बदलकर लखनऊ ट्रांसफर की गई। साल 1947 में  यूनाइटेड प्रोविंस को एक प्रशासनिक इकाई बनाया गया और 2 साल बाद टिहरी गढ़वाल और रामपुर की रियासतों को भी इसमें शामिल कर लिया गया। इसके बाद साल 1950 में यूनाइटेड प्रोविंस का नाम बदल कर उत्तर प्रदेश रखा गया। 1989 में पहली बार उत्तर प्रदेश दिवस मनाया गया था। अमरजीत मिश्र हर साल 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन करते थे। हालांकि बाद में समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश दिवस मनाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। उत्तर प्रदेश का राजनीति में भी अहम स्थान है। माना जाता है कि केन्द्र में सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर ही गुजरा है। उत्तर प्रदेश से ही देश के कुल 9 पीएम निकले हैं। इनमें पंडित जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, चौधरी चरण सिंह, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, विश्वनाथ प्रताप सिंह, चंद्रशेखर, अटल बिहारी वाजपेयी (लखनऊ सीट) और वर्तमान में पीएम नरेंद्र मोदी (वाराणसी सीट) का नाम शामिल है। बता दें कि सुचेता कृपलानी के रूप में भारत को पहली महिला सीएम भी उत्तर प्रदेश से ही मिली थीं। 1995 में मायावती ने पहली दलित सीएम के रूप में राज्य की बागडोर संभाली थी। UP News 

उत्तर प्रदेश का हो चुका है विभाजन फिर भी है सबसे बड़ा प्रदेश

 उत्तर प्रदेश अभी भी जनसंख्या के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य है लेकिन 2000 तक उत्तराखंड भी उत्तर प्रदेश का ही हिस्सा था। 2000 में उत्तर प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों को अलग करके नए राज्य का दर्जा दे दिया गया था। कुमाऊं और गढ़वाल के इस इलाके को उत्तरांचल कहा गया, जो बाद में उत्तराखंड कहलाया। क्षेत्रफल की दृष्टि से भी उत्तर प्रदेश देश के सबसे बड़े राज्यों में शामिल है। उत्तर प्रदेश राजनीतिक रूप से भी भारत का सबसे अहम राज्य है। राज्य में देश की सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटें आती हैं। राज्य में 403 विधानसभा सीटें और राज्यसभा की भी कुल 31 सीटें हैं जो सबसे अधिक हैं। उत्तर प्रदेश आर्थिक, क्षेत्रफल, जनसंख्या और संस्कृति सभी मामलों में काफी ताकतवर राज्य माना जाता है। राज्य में करीब 23 करोड़ लोग निवास करते हैं जो कि एक बड़ी वर्क फोर्स हैं। उत्तर प्रदेश देश की राजधानी नई दिल्ली से सटा हुआ है। इस कारण यहां पर अनेत उद्योग और निवेश की भरमार है। राज्य में कई मल्टी नेशनल कंपनियां हैं। वहीं, क्षेत्रफल के मामले में भी उत्तर प्रदेश भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है। राज्य में गंगा, यमुना, घाघर जैसी अनेक नदियां हैं जो भूमि को उपजाऊ बनाती है और इसे कई फसलों के मामले में अव्वल बनाती हैं। UP News

यह है भारत का सबसे छोटा प्रदेश

देश के सबसे छोटे राज्य की बात करें तो वह इतना ज्यादा छोटा है कि आप उस राज्य के एक छोर से दूसरे छोर तक महज ढाई घंटे में पहुंच जाएंगे। बाकी अन्य राज्यों की बात करें, जिसमें मध्य प्रदेश से लेकर उत्तर प्रदेश तक शामिल है, अगर आपको किसी एक छोर से इन राज्यों की राजधानी तक जाना पड़े तो कुल 6 से 8 घंटे लग जाते हैं। ऐसे में सवाल यही उठता है कि फिर वो कौन-सा राज्य है, जो इतना छोटा है। ऐसे में बता दें कि ये राज्य अपने खूबसूरत समुद्री बीचेस के लिए जाना जाता है। साथ ही यहां नाइट लाइफ भी बेहद मजेदार है। समुद्री बीच के अलावा कई ऐसी जगहें भी हैं, जहां पर टूरिस्ट घूम सकते हैं। इस राज्य का नाम गोवा है।

 गोवा को देश का सबसे छोटा राज्य होने का दर्जा प्राप्त है. इस राज्य का कुल क्षेत्रफल 3702 स्क्वैयर किलोमीटर है। दूसरा सबसे छोटा राज्य सिक्किम है, जिसका क्षेत्रफल 7 हजार 96 स्क्वैयर किलोमीटर है। इन दोनों के अलावा त्रिपुरा, नागालैंड और मिजोरम भी छोटे राज्यों की लिस्ट में शामिल हैं। यानी कि देश के पांच सबसे छोटे राज्यों में गोवा, सिक्किम, त्रिपुरा, नागालैंड और मिजोरम शुमार हैं। बात गोवा की करें तो एक छोर पर पतरादेवी (Patradevi) से दूसरे छोर पर पोलम बीच (Polem Beach) तक की दूरी 123 किलोमीटर के आसपास है, जिसे आप कार से 2 घंटे 40 मिनट में पूरी कर सकते हैं।

  गोवा न सिर्फ क्षेत्रफल के हिसाब से छोटा राज्य है, बल्कि जनसंख्या के हिसाब से भी चौथा सबसे छोटा राज्य है। हालांकि, खूबसूरत बीच की वजह से दुनियाभर से टूरिस्ट यहां घूमने के लिए आते हैं। यहां पर आप भागा बीच से लेकर अंजुना और वागाटोर बीच पर जा सकते हैं। इसके अलावा भी कई खूबसूरत बीचेस यहां पर हैं, जहां समुद्री लहरों का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा आप बस्तरिया मार्केट से आर्ट से जुड़ी चीजें और फैशनेबल कपड़ों की खरीदारी कर सकते हैं. यहां पर बॉम चर्च भी है, जो सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। इसके अलावा दूधसागर फॉल को भी घूम सकते हैं, जिसे देखना एक अनोखा अनुभव है। UP News

जनसंख्या के मामले में भारत के पाँच सबसे छोटे राज्य

जनसंख्या के हिसाब से भारत का सबसे छोटा राज्य कौन सा है। इसका जवाब भी बहुत कम लोगों को ही पता होगा. सिक्किम आबादी के हिसाब से भारत का सबसे छोटा राज्य है यानी यहां की जनसंख्या भारत में सबसे कम है। 2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक, हिमालयी राज्य सिक्किम की कुल जनसंख्या 6,07,688 है. जनसंख्या के हिसाब से दूसरा सबसे छोटा राज्य मिजोरम की है, यहां की कुल जनसंख्या 10.97 लाख (2011 जनगणना) है। जनसंख्या के हिसाब से सबसे छोटे राज्यों की सूची में अरुणाचल प्रदेश तीसरे, गोवा चौथे और नगालैंड पांचवें नंबर पर हैं। भारत 1947 में आजाद हुआ था। लेकिन 6 अप्रैल, 1975 को सिक्किम का भारत में विलय हुआ था, जब भारती सेना ने सिक्किम के चोग्याल राजवंश के राजमहल को चारों ओर से घेर लिया था। सेना ने राजमहल पर नियंत्रण कर लिया और सिक्किम की स्वतंत्रता की घोषणा की गई। चोग्याल के राजवंश के अंतिम राजा पाल्डेन थोंडुप नामग्याल को राजमहल में ही नजरबंद कर दिया गया था। इसके बाद भारत सरकार ने सिक्किम में जनमत संग्रह कराया गया, जिसमें 97.5 प्रतिशत लोगों ने भारत के साथ विलय के पक्ष में मतदान किया। इस तरह सिक्किम भारत का 22वां राज्य बना। UP News

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