उत्तर प्रदेश में घरेलू विवाद में भाभी ने देवर का प्राइवेट पार्ट काटा

उत्तर प्रदेश में घरेलू विवाद में भाभी ने देवर का प्राइवेट पार्ट काटा
locationभारत
userचेतना मंच
calendar20 OCT 2025 08:58 AM
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज जिले के मऊआईमा थाना क्षेत्र के मलखानपुर गांव से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक युवक पर उसकी ही भाभी ने हमला कर उसका प्राइवेट पार्ट काट डाला। यह चौंकाने वाली घटना 16 अक्टूबर की रात को उस समय हुई, जब युवक सो रहा था। UP News

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जाने पूरा मामला?

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज जिले के मऊआईमा थाना क्षेत्र के मलखानपुर गांव के 20 वर्षीय उमेश (परिवर्तित नाम), अपनी भाभी मंजू की छोटी बहन के साथ प्रेम संबंध में था। दोनों के बीच करीबियों के चलते शादी का वादा भी हुआ था। लेकिन जब परिवार को इस रिश्ते के बारे में जानकारी हुई, तो उन्होंने रिश्तेदारी में यह शादी करने से मना कर दिया।इसके बाद उमेश ने भी शादी से इनकार कर दिया और बताया कि वह किसी और से विवाह करना चाहता है। इस बात से मंजू की बहन मानसिक रूप से परेशान हो गई और डिप्रेशन में चली गई। अपनी बहन की हालत देखकर मंजू ने अपने देवर से बदला लेने की योजना बना डाली।

जाने, हमले की रात क्या हुआ?

पुलिस के अनुसार, 16 अक्टूबर की रात मंजू ने किचन से चाकू उठाया और उमेश के कमरे में पहुंच गई। जब उमेश गहरी नींद में था, तब उस पर ताबड़तोड़ चाकू से वार किए और उसका प्राइवेट पार्ट काट डाला। उमेश की चीख सुनकर परिवार के अन्य सदस्य मौके पर पहुंचे और मंजू मौके से फरार हो गई। उमेश को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने डेढ़ घंटे तक ऑपरेशन कर स्थिति को संभाला।

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डॉक्टर ने दी यह जानकारी

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)  के प्रयागराज जिले में इलाज कर रहे डॉक्टर गिरीश मिश्रा ने बताया कि युवक की हालत अब स्थिर है, लेकिन पूरी तरह ठीक होने में करीब 7 से 8 महीने लग सकते हैं।

FIR दर्ज, आरोपी महिला गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज जिले के मऊआईमा थाना क्षेत्र के मलखानपुर गांव के घटना के बाद परिजनों ने अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। पुलिस जांच में जब भाभी मंजू का नाम सामने आया, तो उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। मंजू ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। अब पुलिस ने मंजू के खिलाफ IPC की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और उसे जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। यह मामला न केवल घरेलू रिश्तों की जटिलता को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भावनात्मक चोट कितनी गंभीर हिंसा में बदल सकती है। ऐसे मामलों में परिवारों को संवाद और काउंसलिंग का सहारा लेना चाहिए, ताकि कोई कदम उठाने से पहले सभी पक्षों को समझा जा सके।
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उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, बदलेंगे सरकारी दफ्तर

उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, बदलेंगे सरकारी दफ्तर
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userचेतना मंच
calendar20 OCT 2025 07:44 AM
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उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश सरकार का यह बड़ा फैसला प्रदेश में औद्योगिक विकास की गति को तेज करने के लिए लिया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार का मत है कि सरकारी दफ्तरों में व्यापक बदलाव करने से प्रदेश में औद्योगिक विकास की गति को तेज करने में मदद मिलेगी। इसी कारण उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में औद्योगिक विकास से जुड़े हुए सरकारी दफ्तरों में बड़े पैमाने पर बदलाव करने की प्रक्रिया का यह बड़ा फैसला किया है।  UP News

पूरे 47 साल बाद होगा उत्तर प्रदेश में बड़ा बदलाव

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने का काम जिलों में स्थापित जिला उद्योग केन्द्र (DIC) के द्वारा किया जाता है। उत्तर प्रदेश में पूरे 47 साल पहले सभी जिलों में जिला उद्योग केन्द्र (DIC) स्थापित किए गए थे। 47 साल बीत जाने के बाद प्रदेश के सभी (DIC))  में बदलाव करने का बड़ा फैसला लिया गया है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में इंवेस्ट यूपी नामक विभाग का पुर्नगठन किया गया है। इस पुर्नगठन के तहत उत्तर प्रदेश में निवेश लाने के लिए इंवेस्ट यूपीप को एक अलग प्राधिकरण का स्वरूप दिया गया है। इस बदलाव के तहत ही इंवेस्ट यूपी में 11 महाप्रबंधक (GM) तथा दो संयुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO)  बनाए गए हैं। बदलाव होते ही इंवेस्ट यूपी ने दिल्ली, मुंबई, बैंगलुरू, हैदराबाद तथा चेन्नई में अपने दफ्तर खोलने शुरू कर दिए हैं।

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जिला उद्योग केन्द्र बनेंगे अत्याधुनिक

इंवेस्ट यूपी ने प्रदेश स्तर पर बड़े बदलाव करने के बाद जिलों में स्थापित जिला उद्योग केन्द्रों को अत्याधुनिक स्वरूप देने की पहल शुरू कर दी है। इस पहल के तहत सभी जिला उद्योग केंद्रों (DIC) का कायाकल्प किया जाएगा। इसके तहत DIC भवनों की मरम्मत कराई जाएगी। साथ ही गेट, प्रशासनिक भवन, कान्फ्रेंस हाल, आगंतुकों के लिए प्रतीक्षा हाल, शौचालय का भी निर्माण कराया जाएगा। इन्वेस्ट यूपी की कोशिश है कि DIC आने वाले निवेशकों को बेहतर अनुभव हो। इंवेस्ट यूपी ने सभी जिला उद्योग केन्द्रों से प्रस्ताव मांगे हैं कि कहां-कहां पर क्या-क्या काम होने वाले हैं। जिला उद्योग केंद्रों के महाप्रबंधकों से कहा गया है कि भवनों की मरम्मत, वातानुकूलन, फर्नीचर, कान्फ्रेंस हाल के साथ कार्यालयों में अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने संबंधी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके भेजें। दीपावली के बाद इस योजना पर काम शुरू किया जाएगा।    UP News
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ब्रजेश पाठक और केशव मौर्य के बहाने अखिलेश यादव का योगी सरकार पर वार

ब्रजेश पाठक और केशव मौर्य के बहाने अखिलेश यादव का योगी सरकार पर वार
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userचेतना मंच
calendar19 OCT 2025 00:01 PM
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अयोध्या में दीपोत्सव की भव्य तैयारियों के बीच उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी सियासी दीये जल उठे हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दीपोत्सव के सरकारी विज्ञापन को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा, अबकी बार डिप्टी सीएम बाहर और इसके साथ सूबे की सत्ता समीकरणों पर सवाल उठा दिए। UP News :

अखिलेश का तंज दीपोत्सव विज्ञापन पर

दरअसल, अखिलेश यादव का इशारा उस सरकारी विज्ञापन की ओर था जो दीपोत्सव 2025 को लेकर प्रमुख अखबारों में प्रकाशित हुआ। इस विज्ञापन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर प्रमुखता से दिखाई गई, लेकिन दोनों उपमुख्यमंत्रियों ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य की तस्वीरें गायब थीं। यही बात अखिलेश यादव को भा गई और राजनीति का नया मुद्दा देने के लिए काफी थी। उन्होंने (पूर्व ट्विटर) पर चुटकी लेते हुए कहा कि अबकी बार, डिप्टी सीएम बाहर, दीपोत्सव का सरकारी पोस्टर बता रहा सच्चाई।

पोस्टर से गायब चेहरों पर उठे सवाल

सोशल मीडिया पर अखिलेश की इस टिप्पणी के बाद पोस्टर को लेकर सियासी बहस तेज हो गई है। विपक्ष इसे सत्ता के भीतर के शक्ति समीकरण से जोड़कर देख रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि विज्ञापन से डिप्टी सीएम के गायब होने को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। खासतौर पर तब, जब ब्रजेश पाठक और केशव मौर्य हाल ही में कई मुद्दों पर अपनी अलग राय रख चुके हैं।

बीजेपी ने किया पलटवार

वहीं बीजेपी ने अखिलेश यादव के बयान को बेमतलब की राजनीति बताया है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि दीपोत्सव जैसे धार्मिक कार्यक्रम को लेकर अखिलेश को राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, दीपोत्सव अयोध्या की अस्मिता और भगवान राम की मयार्दा का उत्सव है, इसे राजनीतिक रंग देना समाजवादी पार्टी की पुरानी आदत है। राजनीतिक हलकों में यह चर्चा जोरों पर है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार का फोकस एक चेहरे की ब्रांडिंग पर ज्यादा है, और यही विपक्ष को हमला करने का मौका दे रहा है। अखिलेश यादव का यह ट्वीट दीपोत्सव के बीच में माहौल को गर्मा गया है और सोशल मीडिया पर यह लाइन अब वायरल हो चुकी है। UP News