उत्तर प्रदेश में घरेलू विवाद में भाभी ने देवर का प्राइवेट पार्ट काटा


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को कौशलयुक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है। प्रदेश में स्थानीय रोजगार सृजन और उद्योगों के साथ जुड़ाव पर विशेष बल दिया जा रहा है, ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘स्किल इंडिया मिशन’ को जमीनी स्तर पर नई गति मिले। लखनऊ के अलीगंज स्थित उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन मुख्यालय में मंगलवार को आयोजित समीक्षा बैठक में व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने राज्य में कौशल विकास से जुड़ी योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया। बैठक में युवाओं के कौशल उन्नयन, औद्योगिक प्रशिक्षण और रोजगार सृजन के लिए चल रही योजनाओं की समीक्षा की गई। UP News
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब ITI छात्रों के भविष्य को नई दिशा देने में जुट गई है। तकनीकी शिक्षा मंत्री अग्रवाल ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि प्रदेशभर में ITI से पासआउट युवाओं के सफल प्लेसमेंट की कहानियों को बड़े पैमाने पर प्रचारित किया जाए, ताकि और अधिक युवा कौशल प्रशिक्षण की ओर आकर्षित हों। उन्होंने कहा कि हर जिले में स्थानीय उद्योगों के साथ मजबूत तालमेल बनाकर छात्रों के लिए इंडस्ट्री विजिट (औद्योगिक भ्रमण) अनिवार्य किया जाएगा, जिससे उन्हें वास्तविक कार्यस्थलों का अनुभव मिल सके। इस पहल को सुव्यवस्थित करने के लिए डेलॉइट कंपनी एक विस्तृत इंडस्ट्री विजिट कैलेंडर और टाइम-टेबल तैयार करेगी, ताकि युवाओं को न सिर्फ रोजगार के अवसर मिलें बल्कि वे उद्योग जगत की जरूरतों के अनुरूप खुद को तैयार भी कर सकें। UP News
मंत्री अग्रवाल ने इस अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि राज्य के उद्योगों को सीधे कौशल विकास मिशन और आईटीआई संस्थानों से जोड़ा जाए, ताकि प्रशिक्षण केवल सैद्धांतिक न रहे, बल्कि उद्योग की असली जरूरतों के मुताबिक हो। उन्होंने कहा कि आईटीआई के कोर्स कंटेंट को समय-समय पर अपडेट किया जाए, जिससे छात्र बदलती टेक्नोलॉजी और बाजार की मांग के अनुरूप तैयार हो सकें। साथ ही, उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि ‘स्किल मित्र’ पोर्टल पर हर छात्र की प्लेसमेंट स्थिति नियमित रूप से अपडेट की जाए, ताकि पारदर्शिता बनी रहे और युवाओं को सही अवसर मिल सकें।
मंत्री ने यह भी जोर दिया कि आईटीआई से प्रशिक्षित युवा स्थानीय स्तर पर इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, मैकेनिक जैसी सेवाओं में आत्मनिर्भर बनें, ताकि रोजगार पाने के साथ-साथ वे रोजगार देने वाले भी बन सकें। राज्य के सभी नोडल आईटीआई संस्थानों को अब हर महीने की 21 तारीख को प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें डेलॉइट इंडिया सक्रिय भागीदारी निभाएगा, ताकि युवाओं को सीधे कंपनियों से जोड़ने की प्रक्रिया और अधिक सशक्त हो सके।
योगी सरकार के लगातार प्रयासों का नतीजा अब जमीनी स्तर पर नजर आने लगा है। Subros Ltd., Creature Industries, Dixon Technologies, Havells, Pepsico और Sona BLW जैसी नामी कंपनियों में आईटीआई छात्रों को रोजगार के सुनहरे अवसर मिल चुके हैं। यही नहीं, Gyan Dairy, Alpha Engineers (TATA Motors Ancillary), Mohannah Enterprises, Kashi Industries और Avionics Sparrow जैसी इकाइयों में कराए गए औद्योगिक भ्रमण (इंडस्ट्री विजिट) ने छात्रों को वास्तविक कार्यस्थलों का अनुभव देकर उनका आत्मविश्वास और कौशल दोनों बढ़ाया है। UP News
बैठक में यह भी सामने आया कि राज्य सरकार Automotive Skills Development Council (ASDC), Furniture & Fittings Sector Skill Council (FFSC) और Gyan Dairy जैसी संस्थाओं के साथ निरंतर साझेदारी को मजबूत कर रही है। इस पहल के तहत नोएडा, गोरखपुर और सहारनपुर में “फर्नीचर सेक्टर” के लिए अत्याधुनिक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) की स्थापना तेजी से की जा रही है, जिससे उत्तर प्रदेश को कौशल विकास का राष्ट्रीय केंद्र बनाने का सपना साकार हो सके। UP News


