चुनाव आयोग की बढ़ी समयसीमा के बीच भाजपा ने तेज किया एसआईआर अभियान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं मोर्चा संभालते हुए सभी विधायकों के साथ वर्चुअल बैठक की और स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी लोग बाकी काम छोड़कर सिर्फ़ एसआईआर पर ध्यान दें।

उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर भाजपा ने बड़ा फैसला लिया है। पार्टी ने आगामी एक सप्ताह तक अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और पूरा फोकस केवल एसआईआर कार्यों पर केंद्रित कर दिया है। राजधानी लखनऊ, वाराणसी, आगरा, मेरठ और गाजियाबाद समेत प्रदेश के अधिकांश महानगरों में एसआईआर की धीमी गति से पार्टी और संगठन दोनों ही चिंतित हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री आवास पर हुई संघ-भाजपा की समन्वय बैठक में भी यही मुद्दा प्रमुख रहा। —UP News
सीएम योगी ने संभाला कमान, विधायकों की वर्चुअल बैठक
बता दें कि महानगरों में अपेक्षित प्रगति न मिलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं कमान संभालते हुए बुधवार देर शाम सभी भाजपा विधायकों के साथ वर्चुअल बैठक की और इस बैठक में उन्होंने साफ निर्देश दिया कि फिलहाल बाकी सभी कार्यक्रम स्थगित कर केवल एसआईआर के काम में जुटें। सीएम ने कहा कि अगले दो से तीन दिनों में सकारात्मक नतीजे दिखने चाहिए। किसी भी पात्र मतदाता का नाम छूटने न पाए और नए मतदाता बनने से कोई भी वंचित न रहे। साथ ही, उन्होंने दोहरे वोट, गलत पते के मतदाता या अवैध रूप से सूची में शामिल किसी भी नाम को हटाने पर सख्त जोर दिया।
महानगरों में पिछड़ रही रफ्तार
बता दें कि प्रदेश के जिलों में जहां एसआईआर का काम अच्छी गति से आगे बढ़ रहा है, वहीं महानगरों की स्थिति संतोषजनक नहीं है। कई जगह अब तक केवल 55 से 70 प्रतिशत तक ही गणना प्रपत्र जमा हो पाए हैं। जबकि चुनाव आयोग ने समयसीमा बढ़ाकर 11 दिसंबर कर दी है। आयोग के आंकड़ों में प्रदेश की जो बढ़त दिखाई देती है, वह मुख्य रूप से जिलों की वजह से है, महानगर अभी भी पीछे हैं।
संघ-भाजपा बैठक में भी उठी चिंता
बता दें कि सोमवार को हुए उच्चस्तरीय समन्वय बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बी.एल. संतोष और संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार की मौजूदगी में महानगरों की सुस्त प्रगति पर चिंता जताई गई। इसके बाद प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की और 30 वरिष्ठ नेताओं को जिलों व कमिश्नरी स्तर पर एसआईआर की मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी। इन नेताओं को निर्देश दिया गया कि वे केवल कार्य पर ध्यान दें, दिखावे या प्रचार से दूर रहें।
प्रदेशभर में नेताओं को सौंपी जिम्मेदारी
भाजपा नेता अब अपने-अपने क्षेत्रों में एसआईआर अभियान को तेज करने में जुट गए हैं।
- धर्मपाल सिंह ने वाराणसी में बैठक की।
- प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने अमेठी व रायबरेली में प्रगति की समीक्षा की।
- उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मथुरा में मोर्चा संभाला।
लक्ष्य—सटीक और शुद्ध मतदाता सूची
बता दें कि भाजपा का स्पष्ट लक्ष्य है कि मतदाता सूची पूरी तरह शुद्ध और त्रुटिरहित हो। पार्टी का मानना है कि सही वोटर लिस्ट न सिर्फ संगठनात्मक मजबूती बल्कि आगामी चुनावी रणनीति के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। —UP News
उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर भाजपा ने बड़ा फैसला लिया है। पार्टी ने आगामी एक सप्ताह तक अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और पूरा फोकस केवल एसआईआर कार्यों पर केंद्रित कर दिया है। राजधानी लखनऊ, वाराणसी, आगरा, मेरठ और गाजियाबाद समेत प्रदेश के अधिकांश महानगरों में एसआईआर की धीमी गति से पार्टी और संगठन दोनों ही चिंतित हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री आवास पर हुई संघ-भाजपा की समन्वय बैठक में भी यही मुद्दा प्रमुख रहा। —UP News
सीएम योगी ने संभाला कमान, विधायकों की वर्चुअल बैठक
बता दें कि महानगरों में अपेक्षित प्रगति न मिलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं कमान संभालते हुए बुधवार देर शाम सभी भाजपा विधायकों के साथ वर्चुअल बैठक की और इस बैठक में उन्होंने साफ निर्देश दिया कि फिलहाल बाकी सभी कार्यक्रम स्थगित कर केवल एसआईआर के काम में जुटें। सीएम ने कहा कि अगले दो से तीन दिनों में सकारात्मक नतीजे दिखने चाहिए। किसी भी पात्र मतदाता का नाम छूटने न पाए और नए मतदाता बनने से कोई भी वंचित न रहे। साथ ही, उन्होंने दोहरे वोट, गलत पते के मतदाता या अवैध रूप से सूची में शामिल किसी भी नाम को हटाने पर सख्त जोर दिया।
महानगरों में पिछड़ रही रफ्तार
बता दें कि प्रदेश के जिलों में जहां एसआईआर का काम अच्छी गति से आगे बढ़ रहा है, वहीं महानगरों की स्थिति संतोषजनक नहीं है। कई जगह अब तक केवल 55 से 70 प्रतिशत तक ही गणना प्रपत्र जमा हो पाए हैं। जबकि चुनाव आयोग ने समयसीमा बढ़ाकर 11 दिसंबर कर दी है। आयोग के आंकड़ों में प्रदेश की जो बढ़त दिखाई देती है, वह मुख्य रूप से जिलों की वजह से है, महानगर अभी भी पीछे हैं।
संघ-भाजपा बैठक में भी उठी चिंता
बता दें कि सोमवार को हुए उच्चस्तरीय समन्वय बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बी.एल. संतोष और संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार की मौजूदगी में महानगरों की सुस्त प्रगति पर चिंता जताई गई। इसके बाद प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की और 30 वरिष्ठ नेताओं को जिलों व कमिश्नरी स्तर पर एसआईआर की मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी। इन नेताओं को निर्देश दिया गया कि वे केवल कार्य पर ध्यान दें, दिखावे या प्रचार से दूर रहें।
प्रदेशभर में नेताओं को सौंपी जिम्मेदारी
भाजपा नेता अब अपने-अपने क्षेत्रों में एसआईआर अभियान को तेज करने में जुट गए हैं।
- धर्मपाल सिंह ने वाराणसी में बैठक की।
- प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने अमेठी व रायबरेली में प्रगति की समीक्षा की।
- उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मथुरा में मोर्चा संभाला।
लक्ष्य—सटीक और शुद्ध मतदाता सूची
बता दें कि भाजपा का स्पष्ट लक्ष्य है कि मतदाता सूची पूरी तरह शुद्ध और त्रुटिरहित हो। पार्टी का मानना है कि सही वोटर लिस्ट न सिर्फ संगठनात्मक मजबूती बल्कि आगामी चुनावी रणनीति के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। —UP News












