Site icon चेतना मंच

गेहूं की ऐसी वेरायटी जो कम समय में देगी पैदावार, जाने कौन सी हैं

Uttar Pradesh News

Uttar Pradesh News

Uttar Pradesh News मऊ। कई ऐसे देश हैं जो खेती किसानी को प्रधानता देते हैं ऐसे देशों में भारत की भी गणना होती है। कृषि प्रधान देश होने के  कारण यहां बड़े पैमाने पर कृषि का कार्य होता है, और भारत की समस्‍त जनसंख्या का एक बड़ा भाग खेती किसानी करता है और अपने जीवन यापन के साथ और को भी खाद्न्‍न आपूर्ति करता है। पहले जब प्राकृतिक या अन्‍य कारणों से किसान गेहूं की बुवाई समय से नहीं कर पाते थे तो उस बार उन्‍हें गेहूं की पैदावार कम होने का खामियाजा भुगतना पड़ता था लेकिन अब हमारे वैज्ञानिकों ने गेहूं की ऐसी किस्में तैयार कर दी हैं जिन्‍हें लेट बुवाई करने पर भी हमें अच्छी फसल जल्‍द ही मिल जाती है और पैदावार भी बेहतर हो जाता है। जो किसानों के लिए भायदेमंद साबित होता है।

Uttar Pradesh News in hindi 

गेहूं की लेट वेरायटी जो है किसानों के लिए फायदेमंद

आइए जानते हैं कि गेहूं की वो कौन सी वेरायटी है जिसे किसान किसी कारण से गेहूं की बोवाई लेट हो जाने के कारण उस वेरायटी की गेहूं को बोकर अच्‍छा लाभ और पैदावार ले सकते हैं। इनमें गेहूं की एक लेट वेरायटी है हलना K-68, जिसे किसान जनवरी के पहले सप्ताह तक बुवाई कर सकते हैं। पैदावार भी प्रति हेक्टेयर 35-40 कुंतल होती है। मऊ के कृषि उपनिदेशक सत्येंद्र सिंह चौहान के अनुसार अगर हम गेंहू की इस वैरायटी को बोते हैं, तो हमें समय से बोए गए गेंहू के बराबर ही पैदावार मिल सकती है। कृषि उपनिदेशक ने बताया कि ये कम समय में होने वाली गेहूं की एक लेट वैरायटी है। इसको हम 15 दिसंबर से लेकर जनवरी के पहले सप्ताह तक बो सकते हैं।

 किसानों को राहत

किसानों को पहले हमेशा ही विभिन्‍न प्राकृतिक आदि कारणों जब गेहूं आदि की बुवाई लेट हो जाती थी तो उन्‍हें उसका खामियाजा भुगतना पड़ता था। या तो पैदावार बहुत कम होती थी या बहुत लेट हो जाने पर उसकी बुवाई आदि का खर्च इतना बढ़ जाता था कि वो कम पैदावार नुकसान का कारण ही बनता था, जिससे किसान हमेशा परेशान ही रहता था। लेकिन अब गेहूं की लेट वेरायटी आ जाने से किसानों को बड़ी राहत मिली है। अब किसान बुवाई लेट होने के बाद भी पहले जितना या उससे भी ज्‍यादा पैदावार लेकर राहत की सांस ले     रहे हैं।

इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से जुड़ेगी नोएडा मेट्रो, यहां से होगी कनेक्टीविटी, जानें बनेंगे ​कितने स्टेशन

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें।

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुक  पर लाइक करें या  ट्विटर  पर फॉलो करें।

Exit mobile version