घरों में कुत्ते-बिल्ली (dog-cat) , तोते आदि पाले जाते हैं, वहीं चूहे-छछूंदर, चीटियां आदि वैसे ही डेरा डाल लेते हैं। कई बार चिड़िया या कबूतर अपना घोंसला भी बना लेते हैं। इनमें से कुछ जीवों का घर में रहना शुभ होता है और कुछ का रहना अशुभ होता है। शकुन शास्त्र (shakun shastra) में इन जीवों से मिलने वाले शुभ-अशुभ संकेतों के बारे में भी बताया गया है। घर में अक्सर नजर आने वाले चूहे-छछूंदर (Rat and mole) को लेकर भी इसमें शकुन-अपशकुन बताए गए हैं।
अधिकांश घरों में काले चूहे अक्सर दिखते रहते हैं। काले चूहों का सीमित संख्या में दिखना सामान्य बात है लेकिन अचानक घर में काले चूहों की संख्या बेतहाशा बढ़ जाए तो यह खतरे की बात है। चूहों की संख्या में अचानक हुई बढ़ोतरी किसी बड़े नुकसान का संकेत देती है। लिहाजा चूहों की संख्या को कंट्रोल करने के लिए भी उपाय करें और नुकसान को लेकर सतर्क रहें। ज्यादा चूहे घर में निगेटिविटी भी लाते हैं।
छछूंदर का घर में होना बहुत शुभ होता है। वास्तु और ज्योतिष के मुताबिक जिस घर में छछूंदर रहती है वहां मां लक्ष्मी का वास होता है। इतना ही नहीं जहां छछूंदर होती है वहां चूहे-सांप, कीड़े-मकोड़े और अन्य तरह के जीव-जंतु नहीं होते हैं। छछूंदर घर के सारे बैक्टीरिया को खा जाती है. जाहिर है जहां सफाई रहेगी, वहां लक्ष्मी का वास होगा, लेकिन छछूंदर का थूक जहरीला होता है इसलिए इसका काटना बहुत नुकसानदेह होता है।
छछूंदर का घर में रहना तो शुभ होता ही है। इसके अलावा छछूंदर यदि किसी व्यक्ति के चारों ओर घूम जाए तो समझ लें कि उसे जल्दी ही बहुत बड़ा फायदा होने वाला है।
यदि दिवाली की रात किसी को छछूंदर दिख जाए तो उसकी किस्मत खुलना तय है। उसे अप्रत्याशित पैसा और खूब तरक्की मिलती है।
यदि छछूंदर घर के चारों ओर चक्कर लगा ले तो उस घर की विपत्ति टल जाती है। कई मुसीबतें खत्म हो जाती हैं।
यशराज कनिया कुमार, वैदिक एवं अंक ज्योतिषी