Greater Noida : गौतम बुध नगर वासियों के लिए आज ऐतिहासिक दिन है ग्रेटर नोएडा के पास जेवर में निर्माणाधीन जेवर एयरपोर्ट पर पहला हवाई जहाज उतर गया है। इस क्षण का गौतम बुद्ध नगर सहित पूरे उत्तर प्रदेश के निवासी वर्षों से इंतजार कर रहे थे। जेवर एयरपोर्ट के रनवे पर आज पहली टेस्ट लैंडिंग के लिए इंडिगो का हवाई जहाज उतरा।
जिले की धरती पर नया इतिहास बना
गौतमबुद्धनगर के लिए आज सोमवार (9 दिसंबर 2024) का दिन बेहद खास बन गया। जिले की धरती पर नया इतिहास बन गया है। ग्रेटर नोएडा के पास जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सोमवार को पहली बार कॉमर्शियल विमान रनवे पर लैंड किया। विमान को लैंडिंग की अनुमति के साथ ही नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने रनवे पर अन्य सुरक्षा उपकरणों का जायजा भी ले लिया है। ट्रायल रन शुरू होने से पहले रनवे को सलामी (वाटर कैनन) तक दी गई। वहीं जब जेवर एयरपोर्ट के रनवे पर इंडिगो एयरलाइंस का पहला कॉमर्शियल विमान उतरा तो उसे भी वॉटर कैनन से सलामी दी गई। इस दौरान नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू व जेवर एयरपोर्ट से जुड़े अधिकारी भी मौजूद रहे। एयरपोर्ट अथॉरिटी आॅफ इंडिया (एएआई) का कॉमर्शियल विमान दिल्ली से 10 मिनट में नोएडा एयरपोर्ट पर पहुंचा। यहां पर करीब डेढ़ घंटे विमान एयरपोर्ट के ऊपर आसमान में गरजा और सभी सुरक्षा उपकरणों की जांच के बाद ही रनवे पर 1 बजकर 25 मिनट पर लैंड किया। Greater Noida
विमान पूरी सुरक्षा के साथ रनवे पर उतरा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) के एक अधिकारी ने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी आॅफ इंडिया (एएआई) का कॉमर्शियल विमान पूरी सुरक्षा के साथ रनवे पर उतरा। रनवे का ट्रॉयल टेस्ट पूरी तरह सफल हुआ है।
एयरपोर्ट पर 3900 मीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा पहला रनवे बनकर पूरी तरह से तैयार है। रनवे पर मार्किंग और लाइटिंग का कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा कैट-1 और कैट-3 उपकरण स्थापित हो चुके हैं, जो कोहरे में विमान की ऊंचाई और दृश्यता की जानकारी देते हैं। एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) को स्थापित किया जा चुका है, जिसकी 10 से 14 अक्तूबर तक जांच की जा चुकी है। सोमवार को अब ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल प्रक्रिया कई दिनों तक निरंतर या एक दिन छोड़कर भी होने की संभावना है। ट्रायल से पूर्व डीजीसीए की टीम ने एयरपोर्ट पहुंचकर निरीक्षण किया है।
एयरपोर्ट ऑपरेशन की तैयारियां
नोएडा एयरपोर्ट के नोडल ऑफिसर शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि 15 दिसंबर तक ट्रायल पूरा करने का लक्ष्य है। इसके बाद एयरपोर्ट संचालन के लिए एयरोड्रम लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाएगा। इस प्रक्रिया में वरिष्ठ अधिकारी, जिनमें नागरिक उड्डयन मंत्रालय, डीजीसीए, एनआईएएल, और उत्तर प्रदेश नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारी निगरानी करेंगे।
एयरलाइन पार्टनर्स का रोल
एनआईएएल अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस ट्रायल के बाद अकासा और इंडिगो जैसी एयरलाइंस अपने ट्रायल शुरू कर सकती हैं। यह एयरपोर्ट 1,334 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाया गया है और इसे चार चरणों में पूरा किया जाएगा। इसके लिए 29,650 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ़ श्नेलमैन के अनुसार, एयरपोर्ट के चौथे चरण के पूरा होने के बाद यहां सालाना 7 करोड़ यात्री सफर कर सकेंगे। Greater Noida