उत्तर प्रदेश राज्य के प्रयागराज जिले में लगे महाकुंभ मेले में आज रात करीब 3 बजे भगदड़ मचने की वजह से एक बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में करीब 17 लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने की खबर सामने आई है। हालांकि प्रशासन ने अभी घायलों और मृतकों का कोई आंकड़ा पेश नहीं किया है। प्रशासन की पूरी टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है।
प्रयागराज महाकुंभ हादसे को लेकर पीएम मोदी ने की योगी आदित्यनाथ से बात
खबरों के मुताबिक प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान भगदड़ मचने से कई श्रद्धालु घायल हो गए हैं। इस मामले में PM मोदी ने CM योगी से बात कर तत्काल राहत पहुंचाने का निर्देश दिया है। स्थिति अब नियंत्रण में है और अधिकारी भीड़ को नियंत्रित करने में जुटे हैं।
10 जिलों के डीएम आए भीड़ को नियंत्रित करने –
मौनी अमावस्या के पर्व पर बहुत ही अधिक मात्रा में भीड़ होने की वजह से 10 जिलों के जिलाधिकारी को ग्राउंड लेवल पर बुलाकर भीड़ को नियंत्रित करने का जिम्मा सौंपा गया है। मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रित रहे इसके लिए श्रद्धालुओं को शहर के बाहर ही रोका जा रहा है। जितनी भीड़ स्नान करके लौट रही है, उतने ही श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में प्रवेश दिया जा रहा है।
#WATCH | #Mahakumbh | Prayagraj, Uttar Pradesh: On the reports of a stampede at the Maha Kumbh, Special Executive Officer Akanksha Rana says, “On the Sangam routes, a stampede-like situation arose after some barriers broke. Some people have been injured. They are under treatment.… pic.twitter.com/SgLRVXMlgf
— ANI (@ANI) January 28, 2025
अफवाह के चलते मची भगदड़:
खबरों के मुताबिक देर रात किसी अफवाह के चलते संगम तट पर अचानक भगदड़ मच गई। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गई और लोग उन्हें कुचलते हुए आगे निकल गए। इस हादसे में कई लोगों की जान चली गई। हालांकि प्रशासन की तरफ से अभी कोई आंकड़ा पेश नहीं किया गया है, लेकिन खबर सामने आई है कि अब तक 14 डेड बॉडीज को स्वरूप रानी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लाया जा चुका है। घटनास्थल पर 70 से अधिक एम्बुलेंस मौजूद है।
कई अखाड़ों के अमृत स्नान को किया गया रद्द:
बताया जा रहा है कि भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन के अनुरोध पर महाकुंभ मेले में मौजूद सभी 13 अखाड़े ने अपने शाही स्नान (अमृत स्नान) के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है।
जानकारी के लिए आपको बता दे मौनी अमावस्या का पर्व अमृत स्नान का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। महाकुंभ मेले में इस पर्व पर करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान था, जिसके लिए पहले से ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह बेरीकेट्स लगाए गए थे। दूसरे जिले के नंबर प्लेट वाली गाड़ियों को प्रयागराज शहर के अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा था। मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी पर्व के भीड़ को देखते हुए सभी स्कूल, कॉलेज यहां तक की ऑफिस को भी बंद करने का आदेश दे दिया गया था। इतनी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद देर रात यह हादसा हो गया।