Bihar News: नौकरी के बदले जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (Ed) की जांच तेज होती जा रही है। बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को पूछताछ के लिए बुलाया गया, जहां उनके समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी की। इससे पहले, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेज प्रताप यादव से भी कई घंटे तक पूछताछ हो चुकी है।
ईडी कार्यालय पहुंचे लालू यादव, समर्थकों का प्रदर्शन
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सुबह 11 बजे प्रवर्तन निदेशालय (Ed) कार्यालय में पेश होने के लिए बुलाया गया था। वे निर्धारित समय से सात मिनट पहले ही पहुंच गए। उनके साथ उनकी बेटी मीसा भारती भी मौजूद थीं। वहीं, ईडी कार्यालय के बाहर राजद समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने इस कार्रवाई को ‘चुनावी समन’ करार देते हुए कहा कि इससे पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने भाजपा पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया।
तेजस्वी यादव का केंद्र पर हमला
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की जांच एजेंसियां केवल बिहार पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। उन्होंने कहा, “हमसे बार-बार पूछताछ की जाती है, लेकिन इससे कुछ साबित नहीं होता। अगर मैं राजनीति में नहीं होता, तो मेरे खिलाफ कोई केस नहीं बनता। भाजपा जितना हमें तंग करेगी, हम उतने ही मजबूत होंगे।”
राबड़ी देवी और तेज प्रताप से हुई थी पूछताछ
इससे पहले मंगलवार को ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और बेटे तेज प्रताप यादव से करीब चार घंटे तक पूछताछ की थी। पूछताछ के दौरान राबड़ी देवी से यह पूछा गया कि जिन व्यक्तियों से जमीन खरीदी गई, वे उन्हें कैसे जानती हैं और उनसे पहली बार कब मिली थीं। इसके अलावा, तेजस्वी यादव द्वारा दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में खरीदे गए बंगले के संबंध में भी सवाल किए गए।
मीसा भारती का बयान
राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने इस पूछताछ को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़ा और कहा कि हर चुनाव से पहले ऐसी जांचें की जाती हैं, जो राजनीति से प्रेरित होती हैं। वहीं, तेज प्रताप यादव ने किसी भी बयान देने से इनकार कर दिया।
क्या है ‘लैंड फॉर जॉब्स’ घोटाला?
पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने रेलवे में नौकरी देने के बदले उम्मीदवारों से जमीनें लीं या फिर उन्हें कम कीमत पर बेचने के लिए दबाव डाला। यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू यादव रेल मंत्री थे। सीबीआई द्वारा दायर चार्जशीट के अनुसार, उन्होंने रेलवे भर्ती में नियमों को दरकिनार कर अवैध नियुक्तियां कीं।
पिछले साल भी हो चुकी है पूछताछ
Ed की जांच लंबे समय से चल रही है और अब तक लालू यादव और तेजस्वी यादव से कई बार पूछताछ हो चुकी है। 20 जनवरी 2024 को दिल्ली और पटना में ईडी की टीमों ने लालू यादव और तेजस्वी यादव से 10 घंटे से अधिक पूछताछ की थी। इस दौरान लालू यादव से 50 से ज्यादा सवाल पूछे गए थे, जिनमें से अधिकतर का जवाब उन्होंने ‘हां’ या ‘ना’ में ही दिया। पूछताछ के दौरान कई बार वे झल्ला भी गए थे। 30 जनवरी को तेजस्वी यादव से भी करीब 11 घंटे तक पूछताछ की गई थी। Bihar News
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