टीसीएस ने तैयार कर ली है छंटनी की पूरी लिस्ट

टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (TCS) के मैनेजमेंट ने बहुत बड़ी तैयारी पूरी कर ली है। TCS कंपनी के प्रबंधकों की यह तैयारी टीसीएस में छंटनी को लेकर है। TCS LAYOFF की खबर से TCS में काम करने वाले 6 लाख 13 हजार कर्मचारियों के दिल की धड़कनें बढ़ी हुई है।

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calendar28 Jul 2025 08:47 PM
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टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (TCS) के मैनेजमेंट ने बहुत बड़ी तैयारी पूरी कर ली है। TCS कंपनी के प्रबंधकों की यह तैयारी टीसीएस में छंटनी (TCS LAYOFF) को लेकर है। TCS LAYOFF की खबर से TCS में काम करने वाले 6 लाख 13 हजार कर्मचारियों के दिल की धडक़नें बढ़ी हुई है। TCS में छंटनी TCS LAYOFF की खबर से TCS कंपनी की सेहत पर बुरा असर पड़ना भी शुरू हो गया है। TCS में छंटनी TCS LAYOFF की खबर के कारण ही सोमवार को TCS के शेयर में 2 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है।TCSकम से कम 12 हजार कर्मचारियों की छंटनी करेगा TCS


TCS में छंटनी TCS LAYOFF की खबर दुनिया भर में तेजी के साथ फैली है। TCS में कुल 6 लाख 12 हजार कर्मचारी हैं। TCS के प्रबंधकों ने कंपनी के दो प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करने का बड़ा फैसला लिया है। इस प्रकार TCS के कम से कम 12261 कर्मचारी निकाले जाएंगे। खबर आ रही है कि TCS में छंटनी TCS LAYOFF के तहत कंपनी ने छटनी के योग्य कर्मचारियों की लिस्ट बनानी शुरू कर दी है। TCS के प्रबंधक छंटनी करने योग्य कर्मचारियों की सूची को गोपनीय ढंग से तैयार कर रहे हैं। इस गोपनीयता के कारण TCS में काम करने वाले प्रत्येक कर्मचारी के मन में छंटनी का डर समाया हुआ है। आपको बता दें कि, TCS भारत की सबसे बड़ी IT कंपनी है। TCS के प्रबंधकों ने अगले एक साल में 2 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी TCS LAYOFF करने का फैसला कर लिया है।

TCS के CEO ने किया है छटनी का खुलासा


आपको बता दें कि TCS में छंटनी TCS LAYOFF का खुलासा खुद TCS के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) के. कृतिवासन ने किया है। TCS के CEO के. कृतिवासन ने एक मीडिया समूह के साथ बातचीत में TCS में छंटनी TCS LAYOFF की बात कही। TCS के CEO ने मीडिया समूह को दिए गए इंटरव्यू में कंपनी में छंटनी का कारण भी बताया। उन्होंने बताया कि दुनिया भर में IT सेक्टर में काम करने का तरीका बदल रहा है। तेजी से बदलते हुए काम करने के तरीके को TCS ने अच्छी तरह से परख लिया है। इस जांच परख के बाद ही TCS में छंटनी TCS LAYOFF का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि, छंटनी का यह फैसला भविष्य में कंपनी को पूरी तरहर से फिट बनाए रखने के लिए किया गया है।

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AI के कारण हो रही है TCS की छंटनी

TCS में होने वाली छंटनी TCS LAYOFF को लेकर अनेक विश्लेषकों का कहना है कि ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) के बढ़ते हुए प्रयोग के कारण कर्मचारियों की आवश्यकता कम हो गई है। इसी कारण TCS में छंटनी जैसा बड़ा फैसला किया गया है। विश्लेषकों की राय के मुताबिक ही TCS के CEO के. कृतिवासन की भी राय सामने आई है। उनका कहना है कि अब हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी नई तकनीकों और ऑपरेटिंग मॉडल में हो रहे बदलावों पर फोकस कर रहे हैं। कंपनी बड़े पैमाने पर एआई मॉड्यूल्स का इस्तेमाल कर रही है और आगे चलकर आवश्यक स्किल्स का बारीकी से आकलन कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि हमने एसोसिएट्स पर काफी निवेश किया है, ताकि उन्हें करियर ग्रोथ के अवसर मिल सकें। हालांकि, कुछ सेक्टर्स में पुनर्नियोजन प्रभावी नहीं रहा है, जिसके चलते भूमिकाओं में कटौती का फैसला लिया गया है। TCS के CEO के. कृतिवासन ने आगे बताया कि ये छंटनी मुख्य रूप से जूनियर स्टाफ के बजाय मिड और सीनियर लेवल के मैनेजमेंट को सबसे ज्यादा प्रभावित कर सकती है। Lay Off की पुष्टि करने के साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जो कर्मचारी इस छंटनी की जद में आएंगे, उन्हें सर्वरेंस पैकेज के अलावा, नोटिस पीरियड के लिए सैलरी, एक्सटेंडेड हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज और आउट प्लेसमेंट असिस्टेंस जैसी सहायता मुहैया कराई जाएगी। TCS

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शेयर बाजार में बिकवाली की सुनामी, निवेशकों के 8 लाख करोड़ स्वाहा!

भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी दिन भी बाजार लाल निशान में खुला और भारी बिकवाली देखी गई। वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेतों और टैरिफ को लेकर बढ़ती चिंताओं ने निवेशकों की भावनाओं को बुरी तरह प्रभावित किया है।

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calendar28 Jul 2025 04:25 PM
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Stock Market: भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी दिन भी बाजार लाल निशान में खुला और भारी बिकवाली देखी गई। वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेतों और टैरिफ को लेकर बढ़ती चिंताओं ने निवेशकों की भावनाओं को बुरी तरह प्रभावित किया है। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सेंसेक्स की शुरुआत करीब 350 अंकों की गिरावट के साथ हुई। हालांकि कुछ देर बाद बाजार में हल्की रिकवरी देखी गई और सुबह 9:41 बजे तक सेंसेक्स 143.29 अंकों की गिरावट के साथ 81,319.80 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी 50 भी लाल निशान में बना रहा।

बुधवार से अब तक 8 लाख करोड़ रुपये का नुकसान


बाजार में बुधवार को आई तेजी के बाद से अब तक निवेशकों के करीब 8 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं। पिछले हफ्ते गुरुवार और शुक्रवार को भी बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुआ था। सोमवार को शेयर बाजार के सेक्टोरल फ्रंट पर मिला-जुला रुझान देखने को मिला, निफ्टी रियल्टी में सबसे ज्यादा कमजोरी, करीब 1.8% की गिरावट, आईटी इंडेक्स भी 1.07% की गिरावट के साथ ट्रेड करता दिखा, बैंकिंग, मीडिया, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स भी नुकसान में रहे। वहीं निफ्टी ऑटो, एफएमसीजी, मेटल, फार्मा, पीएसयू बैंक और ऑयल एंड गैस इंडेक्स हरे निशान में खुले, जिससे बाजार को कुछ हद तक संतुलन मिला।

कोटक महिंद्रा और TCS में तेज गिरावट


सोमवार को कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। खबर लिखे जाने तक यह करीब 7% टूट चुका था। वहीं, TCS के शेयरों में भी कमजोरी बनी रही। बीते सप्ताह भारी गिरावट के बाद बजाज फाइनेंशियल सर्विसेज और टाटा मोटर्स में हल्की रिकवरी दर्ज की गई। शुक्रवार को बाजार की भारी गिरावट ने निवेशकों को 6.42 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान पहुंचाया था। वैश्विक अनिश्चितताओं और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बीच, खासतौर पर फाइनेंस सेक्टर में सबसे ज्यादा दबाव देखा गया था।

क्या है गिरावट की वजह?

टैरिफ और व्यापार से जुड़े वैश्विक तनाव। विदेशी निवेशकों की सतत बिकवाली। आईटी और फाइनेंशियल सेक्टर में कमजोरी। कच्चे तेल की कीमतों और डॉलर की मजबूती का असर। फिलहाल बाजार में अस्थिरता बनी हुई है और विशेषज्ञ निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं। अगले कुछ दिन बाजार की दिशा वैश्विक संकेतों, कॉरपोरेट नतीजों और घरेलू आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी।

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UPI यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबरी, NPCI ने खोल दिए नए दरवाजे

UPI यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब UPI के जरिए न सिर्फ सामान की खरीदारी की जा सकेगी बल्कि बैंक से मिली क्रेडिट लाइन से सीधे पैसे निकालना, किसी को ट्रांसफर करना और छोटे दुकानदारों को भुगतान करना भी संभव होगा। देशभर में UPI के जरिए क्रेडिट लाइन से डायरेक्ट लेनदेन की सुविधा शुरू हो जाएगी।

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calendar21 Jul 2025 01:01 PM
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UPI Users : यूपीआई यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिए न सिर्फ सामान की खरीदारी की जा सकेगी, बल्कि बैंक से मिली क्रेडिट लाइन (लोन लिमिट) से सीधे पैसे निकालना, किसी को ट्रांसफर करना और छोटे दुकानदारों को भुगतान करना भी संभव होगा। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने 10 जुलाई को इस संबंध में सर्कुलर जारी किया है। इसके तहत, 1 अगस्त 2025 से देशभर में UPI के जरिए क्रेडिट लाइन से डायरेक्ट लेनदेन की सुविधा शुरू हो जाएगी।

क्या है नया नियम?


अब तक UPI से क्रेडिट लाइन का उपयोग केवल दुकानों पर भुगतान तक ही सीमित था। लेकिन अब इसे विस्तार देते हुए NPCI ने कई नई सुविधाएं जोड़ी हैं, जिनमें कैश निकालना, किसी व्यक्ति या कारोबारी को ट्रांसफर करना, छोटे दुकानदारों को पेमेंट करना, लोन अकाउंट को UPI से सीधे लिंक करना शामिल है। यानी अब Paytm, PhonePe, Google Pay जैसे थर्ड पार्टी UPI ऐप्स से भी आप अपनी क्रेडिट लिमिट से डेबिट कार्ड की तरह सीधे भुगतान कर सकेंगे।

किन सेवाओं पर होगा असर?


नए नियमों के तहत अब आप अपने फिक्स्ड डिपॉजिट, गोल्ड लोन, पर्सनल लोन, शेयर-बॉन्ड या बिजनेस ओवरड्राफ्ट अकाउंट्स को भी UPI से लिंक कर सकेंगे। इससे बैंक से मिलने वाली क्रेडिट को इस्तेमाल करना कहीं ज्यादा आसान और सीधा हो जाएगा। NPCI ने देशभर के सभी बैंकों और फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर्स को निर्देश दिया है कि वे इस सुविधा को 31 अगस्त 2025 तक हर हाल में लागू करें। इससे देशभर में UPI इस्तेमाल करने वाले करोड़ों लोगों को फायदा मिलेगा।

क्रेडिट लाइन क्या होती है?

क्रेडिट लाइन एक पूर्व-स्वीकृत लोन सुविधा होती है, जिसे बैंक आपकी आय और क्रेडिट स्कोर के आधार पर तय करता है। इसमें आपको एक तय लिमिट दी जाती है, जिसे आप आवश्यकता पड़ने पर इस्तेमाल कर सकते हैं। अब यह राशि सीधे UPI से इस्तेमाल की जा सकेगी यानी आपका लोन अकाउंट अब आपकी जेब में होगा।