Raipur Political : भाजपा के एजेंट की तरह कार्य कर रहा है प्रवर्तन निदेशालय : बघेल

Baghel
Enforcement Directorate is acting like an agent of BJP: Baghel
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:59 PM
bookmark
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भारतीय जनता पार्टी के एजेंट की तरह कार्य कर रहा है। बघेल ने सोमवार को केंद्रीय एजेंसी द्वारा उजागर किए गए कथित शराब घोटाले को झूठा और निराधार करार दिया है।

Raipur Political

हताशा में भाजपा, ईडी के जरिये कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश

मुख्यमंत्री ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि जैसे-जैसे राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, भाजपा हताशा में ईडी का इस्तेमाल करके कांग्रेस सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। बघेल ने शराब से राजस्व संग्रह में गिरावट के एजेंसी के दावे को निराधार करार दिया और कहा कि इससे संबंधित आंकड़े पिछली भाजपा सरकार की तुलना में मौजूदा कांग्रेस सरकार में शराब की बिक्री से राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 2017 में निगम के माध्यम से शराब बेचने का निर्णय रमन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार का था। 2017 से राज्य में शराब व्यापार से जुड़ी डिस्टिलरीज, अधिकारियों, परिवहन व्यवसायियों और प्लेसमेंट एजेंसियों में कोई बदलाव नहीं किया गया। शराब से राजस्व संग्रह 2017-18 में 3,900 करोड़ रुपये से बढ़कर 2022-23 में छह हजार करोड़ रुपये हो गया, जो स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि एजेंसी का यह दावा कि भ्रष्टाचार के कारण राजस्व संग्रह में गिरावट हुई है निराधार है।

Noida News: काले धन को सफ़ेद करने का रैकेट पकड़ा गया, पत्रकार भी था शामिल

सीएजी ने आडिट के बाद दी थी क्लीन चिट

सीएम ने कहा कि भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने राज्य के आबकारी विभाग (जो शराब का कारोबार करता है) का ऑडिट किया और उसे क्लीन चिट दी। विपक्षी दल भाजपा के पास राज्य में उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है। राज्य में चुनाव नजदीक है, इसलिए हताशा में आकर वह ईडी का इस्तेमाल राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश रचने के लिए कर रही है। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। उन्होंने कहा कि फरवरी 2020 में आयकर विभाग ने राज्य में आबकारी​ विभाग से जुड़े लोगों के खिलाफ छापेमारी की थी, लेकिन एजेंसी यह भी नहीं बता पाई कि किसकी कितनी चल-अचल संपत्ति बरामद हुई। इस साल मार्च में फिर से ईडी ने छापेमारी की, जो विफल साबित हुई, क्योंकि एजेंसी ने तलाशी के दौरान की गई बरामदगी के बारे में कोई प्रेस नोट जारी नहीं किया।

Raipur Political

झूठे बयानों पर दस्तखत के लिए डरा रहा है ईडी

बघेल ने कहा कि ईडी ने लोगों को डराकर और प्रताड़ित करके झूठे बयानों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया। यहां तक कि उन्होंने जानबूझकर देर रात तक महिलाओं से पूछताछ की, जिससे उन्हें परेशान किया जा सके। ईडी ने अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए राज्य में दो हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाले का आरोप लगाया, क्योंकि वह छापे और जांच के दौरान कुछ भी पता लगाने में विफल रहे। आरोप पूरी तरह झूठा, निराधार और निंदनीय है। बघेल ने आरोप लगाया कि ईडी और केंद्रीय एजेंसियां भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रही हैं। इसका एकमात्र काम चुनाव में भाजपा को फायदा पहुंचाना है। केंद्रीय एजेंसी चाहे कितनी भी साजिश कर ले, भाजपा सफल नहीं होगी। कांग्रेस सरकार भाजपा नेताओं और ईडी की हर साजिश का पर्दाफाश करेगी।

DM Murder Case : हत्या मामले में पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई पर बिहार व केंद्र से जवाब तलब

ईडी ने रायपुर के मेयर को किया था गिरफ्तार

ईडी ने शनिवार को कथित शराब घोटाले के मामले में कांग्रेस नेता और रायपुर के महापौर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया है। शराब कारोबारी अनवर की हिरासत के लिए रायपुर की विशेष अदालत में दायर अपनी अर्जी में एजेंसी ने एक सिंडिकेट द्वारा छत्तीसगढ़ में शराब के कारोबार में बड़े पैमाने पर घोटाले का दावा किया, जिसमें राज्य सरकार के अधिकारी, निजी व्यक्ति और राजनीतिक शामिल थे। एजेंसी ने दावा किया कि इस घोटाले में 2019-22 के बीच दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का धन अर्जित किया गया। हिरासत के अनुरोध वाली अर्जी के अनुसार भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी अनिल टुटेजा, अनवर के साथ सिंडिकेट के सरगना थे और भ्रष्टाचार के पैसे का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए भी किया गया था। 2003 बैच के आईएएस अधिकारी टुटेजा राज्य के उद्योग और वाणिज्य विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात हैं। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

DM Murder Case : हत्या मामले में पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई पर बिहार व केंद्र से जवाब तलब

Anand
Response summoned from Bihar and Center on the release of former MP Anand Mohan in the murder case
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:18 AM
bookmark
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी. कृष्णैया की 1994 में हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व सांसद आनंद मोहन को समय से पहले रिहा करने के बिहार सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर सोमवार को केंद्र एवं बिहार सरकार से जवाब मांगा। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जेके माहेश्वरी की पीठ ने याचिका पर केंद्रीय गृह मंत्रालय, बिहार सरकार और आनंद मोहन को नोटिस जारी किया है।

DM Murder Case

27 अप्रैल को हुई थी आनंद मोहन की रिहाई

याचिका पर सुनवायी शुरू होते ही दिवंगत अधिकारी की पत्नी उमा कृष्णैया की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ लूथरा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण मामला है। पीठ ने कहा कि वह याचिका पर नोटिस जारी कर रही है। शीर्ष अदालत ने एक मई को याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति जताई थी। इसे आठ मई के लिए सूचीबद्ध किया था। बिहार कारागार नियमावली में संशोधन के बाद आनंद मोहन को 27 अप्रैल को सहरसा जेल से रिहा कर दिया गया था।

Karnataka : मैं कर्नाटक का ‘भूमिपुत्र’, हूं, आखिरी सांस तक गरीबों के लिए लड़ता रहूंगा : खरगे

उम्रकैद की सजा की व्याख्या 14 वर्ष कैद के रूप में नहीं की जा सकती

जी. कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया ने अपनी याचिका में दलील दी है कि गैंगस्टर से नेता बने आनंद मोहन को सुनाई गई उम्रकैद की सजा उनके पूरे जीवनकाल के लिए है। इसकी व्याख्या महज 14 वर्ष की कैद की सजा के रूप में नहीं की जा सकती। उन्होंने उच्चतम न्यायालय में दायर अपनी याचिका में कहा कि जब मृत्युदंड की जगह उम्रकैद की सजा सुनाई जाती है, तब उसका सख्ती से पालन करना होता है, जैसा कि न्यायालय का निर्देश है और इसमें कटौती नहीं की जा सकती। आनंद मोहन का नाम उन 20 से अधिक कैदियों में शामिल है, जिन्हें जेल से रिहा करने के लिए राज्य के कानून विभाग ने हाल में एक अधिसूचना जारी की थी, क्योंकि वे जेल में 14 वर्षों से अधिक समय बिता चुके हैं।

DM Murder Case

कारागार नियमावली में संशोधन के बाद घटाई गई सजा

बिहार कारागार नियमावली में राज्य की महागठबंधन सरकार द्वारा 10 अप्रैल को संशोधन किये जाने के बाद आनंद मोहन की सजा घटा दी गई। नियमावली में संशोधन के जरिये ड्यूटी पर तैनात लोकसेवक की हत्या में संलिप्त दोषियों की समय पूर्व रिहाई पर पाबंदी हटा दी गई थी। राज्य सरकार के इस फैसले के आलोचकों का दावा है, ऐसा मोहन की रिहाई को सुविधाजनक बनाने के लिए किया गया, जो जाति से राजपूत हैं। इससे नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ उसकी लड़ाई में मदद मिल सकती है। नेताओं सहित कई अन्य लोगों को राज्य के जेल नियमावली में संशोधन से लाभ हुआ है।

आपसी सहमति से बने संबंध रेप नहीं, कोर्ट ने 61 वर्षीय बुजुर्ग को किया दोषमुक्त

डीएम की पीट-पीटकर भीड़ ने की थी हत्या

उल्लेखनीय है कि तेलंगाना के रहने वाले जी. कृष्णैया की 1994 में उग्र भीड़ ने उस समय पीट-पीटकर हत्या कर दी थी, जब उनके वाहन ने मुजफ्फरपुर जिले में गैंगस्टर छोटन शुक्ला की शवयात्रा से आगे निकलने की कोशिश की थी। तब आनंद मोहन विधायक थे और शवयात्रा में शामिल थे। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Karnataka : मैं कर्नाटक का ‘भूमिपुत्र’, हूं, आखिरी सांस तक गरीबों के लिए लड़ता रहूंगा : खरगे

23 7
Karnataka News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:21 PM
bookmark

Karnataka : कलबुर्गी (कर्नाटक)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन सोमवार को यहां मतदाताओं से समर्थन की भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता इस बात पर गर्व कर सकती है कि राज्य के ‘भूमि पुत्र’ के रूप में वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं।

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के एक उम्मीदवार द्वारा उन्हें जान से मारने की कथित तौर पर धमकी दिए जाने का हवाला देते हुए कहा कि वह 81 वर्ष के हो चुके हैं और अगर कोई उन्हें मारना चाहता है तो मार सकता है, लेकिन वह अपनी अंतिम सांस तक गरीबों के लिए लड़ाई जारी रखेंगे और उनके हितों की रक्षा का प्रयास करते रहेंगे।

Karnataka News

कांग्रेस ने हाल ही में एक ऑडियो क्लिप जारी कर आरोप लगाया था कि कलबुर्गी जिले के चित्तापुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार मणिकांत राठौड़ ने खरगे और उनके परिवार की हत्या करने की धमकी दी है। आडियो में राठौड को कन्नड़ में यह कहते हुए सुना जा रहा है कि वह ‘‘खरगे, उनकी पत्नी और बच्चों’’ का सफाया कर देंगे। राठौड़ ने इस आरोप को खारिज कर दिया था।

खरगे ने यहां चुनावी सभा में कहा कि ऐसा लगता है कि भाजपा नेताओं के दिमाग में यह बात आ गई है कि वो मुझे खत्म कर दें। अगर ऐसा नहीं है तो फिर यह कहने की हिम्मत कैसे हो गई कि वह खरगे और परिवार को मारना चाहता है ?

कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अगर मणिकांत राठौड ने उन्हें मारने की धमकी दी है तो उसके पीछे भाजपा का कोई नेता है।

कलबुर्गी और कर्नाटक के लोग मेरे पीछे

उन्होंने कहा कि मेरे पास बाबासाहेब का संविधान है जो मेरी रक्षा करेगा। कलबुर्गी और कर्नाटक के लोग मेरे पीछे हैं। अब कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद देश की जनता मेरे साथ है। आप मुझे और मेरे परिवार को खत्म कर सकते हैं...अगर मैं जाता हूं तो कोई और उठ खड़ा होगा।

कांग्रेस अध्यक्ष ने बचपन में अपने पूरे परिवार को खोने का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि मैं अब भी जीवित हूं और लोगों के आशीर्वाद से जीवित रहूंगा। खरगे का कहना था कि उन्हें जो कहना है, कहने दीजिए, मैं मजबूत हूं। कोई व्यक्ति 100 साल या 90 साल जी सकता है, लेकिन भारत में औसत आयु 70 या 71 साल है। मैं पहले ही बोनस पीरियड में हूं। मैं 81 साल का हूं। अगर मैं आगे जीता हूं तो आठ या नौ साल जीवित रहूंगा। कोई चिंता नहीं है। अगर मुझे खत्म करने से आपकी समस्याएं हल हो जाएंगी तो मैं तैयार हूं।

खरगे ने कहा कि जैसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में खुद को ‘भूमि पुत्र’ कहा था, उसी तरह वह कर्नाटक के ‘भूमि पुत्र’ हैं। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे इस क्षेत्र की सभी सीटों पर कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करें।

आपसी सहमति से बने संबंध रेप नहीं, कोर्ट ने 61 वर्षीय बुजुर्ग को किया दोषमुक्त

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।