Gurugram News प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी का लाइसेंस रद्द

Gurugram News : हरियाणा सरकार ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटेलिटी का लाइसेंस रद्द कर दिया है। गुरुग्राम के शिकोहपुर में आवंटित 3.52 एकड़ जमीन पर कंपनी वाणिज्यिक कॉलोनी विकसित नहीं कर सकी। इस लाइसेंस को आठ साल बाद रद्द किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में वाड्रा की कंपनी को यह जमीन आवंटित हुई थी।
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कंपनी को यह यह जमीन भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार के समय में आवंटित हुई थी। चकबंदी विभाग के तत्कालीन महानिदेशक अशोक खेमका ने इसका इंतकाल भी रद्द कर दिया था। अब टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग ने इस जमीन के लाइसेंस को गलत ठहराते हुए रद्द करने के आदेश जारी किए हैं।
वाड्रा की कंपनी ने जमीन आगे महंगे दामों पर डीएलएफ को बेच दी थी। इस जमीन के लाइसेंस का नवीनीकरण कराने के लिए डीएलएफ ने सरकार के पास आवेदन कर रखा था।
चार जनवरी 2008 में ओंकारेश्वर प्रापर्टी प्राइवेट लिमिटेड ने सबसे पहले गुरुग्राम के गांव शिकोहपुर में कामर्शियल कॉलोनी के लिए इस जमीन का लाइसेंस लिया था। बाद में यह जमीन वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट को बेच दी गई। स्काई लाइट ने इस जमीन को डीएलएफ को बेच दिया।
Gurugram News : हरियाणा सरकार ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटेलिटी का लाइसेंस रद्द कर दिया है। गुरुग्राम के शिकोहपुर में आवंटित 3.52 एकड़ जमीन पर कंपनी वाणिज्यिक कॉलोनी विकसित नहीं कर सकी। इस लाइसेंस को आठ साल बाद रद्द किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में वाड्रा की कंपनी को यह जमीन आवंटित हुई थी।
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कंपनी को यह यह जमीन भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार के समय में आवंटित हुई थी। चकबंदी विभाग के तत्कालीन महानिदेशक अशोक खेमका ने इसका इंतकाल भी रद्द कर दिया था। अब टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग ने इस जमीन के लाइसेंस को गलत ठहराते हुए रद्द करने के आदेश जारी किए हैं।
वाड्रा की कंपनी ने जमीन आगे महंगे दामों पर डीएलएफ को बेच दी थी। इस जमीन के लाइसेंस का नवीनीकरण कराने के लिए डीएलएफ ने सरकार के पास आवेदन कर रखा था।
चार जनवरी 2008 में ओंकारेश्वर प्रापर्टी प्राइवेट लिमिटेड ने सबसे पहले गुरुग्राम के गांव शिकोहपुर में कामर्शियल कॉलोनी के लिए इस जमीन का लाइसेंस लिया था। बाद में यह जमीन वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट को बेच दी गई। स्काई लाइट ने इस जमीन को डीएलएफ को बेच दिया।






