सड़क हादसे का शिकार हुई बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, सिर में लगी चोट

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Kolkata News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar24 Jan 2024 10:22 PM
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Kolkata News : पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर इस समय की बड़ी खबर आ रही है। खबर यह है कि बुधवार को बंगाल की सीएम ममता बनर्जी एक सड़क हादसे का शिकार हो गई। यह सड़क हादसा कोहरे के कारण हुआ। इस दुर्घटना में ममता बनर्जी के सिर में चोट आई है और वह घायल हो गई। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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जानकारी के अनुसार, बुधवार को बंगाल की सीएम ममता बनर्जी वर्धमान जनपद से सरकारी कार में सवार होकर कोलकाता वापस लौट रही थी। इसी दौरान धुंध की वजह से कार के ब्रेक लगाने के दौरान ममता बनर्जी के सिर में हल्की चोट लगी। बताया जा रहा है कि ममता के काफिले में एक अन्य कार के आने से ड्राइवर को अचानक ब्रेक लगाने पड़े, जिस कारण उनके सिर में चोट लगी।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बर्धमान जिले में एक कार्यक्रम में भाग लेने गईं थीं। पहले उन्हें हेलीकॉप्टर से वापस आना था, लेकिन मौसम खराब होने और बारिश आने के कारण उन्हें सड़क मार्ग से वापस कोलकाता लौटना पड़ा। बताया जा रहा है कि चोट ज्यादा गंभीर नहीं है। फिलहाल वह खतरे से बाहर हैं और चिकित्सक उनकी देख रेख कर रहे हैं।

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Bharat Ratna to Karpoori Thakur, कौन हैं भारत रत्न पाने वाले कर्पूरी ठाकुर?

Bharat Ratna to Karpoori Thakur
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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 01:34 AM
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Bharat Ratna to Karpoori Thakur: बिहार के पूर्व सीएम और जन नेता कर्पूरी ठाकुर की बुधवार को 100वीं जयंती मनाने में उनके शिष्य नीतीश कुमार और लालू यादव दोनों की ही पार्टियां लगी हैं। राजद और जदयू दोनों ही दल बुधवार को पटना में पूर्व सीएम की जयंती को लेकर कार्यक्रम आयोजित करने जा रहे हैं। लेकिन इससे पहले ही उनकी 100वीं जयंती से ठीक एक दिन पहले केंद्र सरकार ने बिहार के दिग्गज को भारत रत्न देने का एलान किया है।

कर्पूरी ठाकुर को दिया जाएगा देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न

https://twitter.com/narendramodi/status/1749810240030445643 बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिया जाएगा। कर्पूरी ठाकुर की पहचान स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक और राजनीतिज्ञ के रूप में रही है। वह बिहार के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार के मुख्यमंत्री रहे थे। उनकी लोकप्रियता के कारण उन्हें जन नायक कहा जाता था। वो सीएम नीतीश कुमार और पूर्व सीएम लालू यादव के गुरु रहे हैं। कर्पूरी ठाकुर को बिहार की राजनीति में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। 1988 में उनका निधन हो गया था। लेकिन इतने साल बाद भी वो बिहार के पिछड़े और अति पिछड़े मतदाताओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं। गौरतलब है कि बिहार में पिछड़ों और अतिपिछड़ों की आबादी करीब 52 प्रतिशत है, इसीलिए सभी राजनीतिक दल इन मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ बनाने के के लिए कर्पूरी ठाकुर का नाम लेते रहते हैं।

क्यों किया जाता है कर्पूरी ठाकुर को याद?

कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में मैट्रिक तक पढ़ाई मुफ्त कर दी थी। साथ ही राज्य के सभी विभागों में हिंदी में काम करने को अनिवार्य बना दिया। उन्होंने अपने कार्यकाल में गरीबों, पिछड़ों और अति पिछड़ों के हक में ऐसे तमाम काम किए, जिससे बिहार की सियासत में आमूलचूल परिवर्तन आ गया। बिहार में समाजवाद की राजनीति करने वाले लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार दोनों ही कर्पूरी ठाकुर के शिष्य हैं। जनता पार्टी के दौर में लालू और नीतीश ने कर्पूरी ठाकुर की उंगली पकड़कर सियासत के गुर सीखे।

Bharat Ratna to Karpoori Thakur: सीएम नीतीश कुमार ने जताई खुशी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें भारत रत्न मिलने पर कहा कि "कर्पूरी ठाकुर की 100 वीं जयंती पर यह सर्वोच्च सम्मान दिए जाने की घोषणा दलितों, वंचितों और उपेक्षित तबकों के बीच सकारात्मक भाव पैदा करेगा। हम हमेशा से कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने की मांग करते रहे हैं। आज कर्पूरी ठाकुर को दिए जाने वाले इस सम्मान से हमें खुशी मिली है।" कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, "बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कई मौकों पर 'जननायक' कर्पूरी ठाकुर के लिए भारत रत्न की मांग की थी। जिसे पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पूरा करने जा रही है।"

Bharat Ratna to Karpoori Thakur

क्रिकेट के अनूठे नियम: जिनसे दर्शक क्या खिलाड़ी भी हो जाते हैं कंफ्यूज

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Strike For Babri: अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान, कहां लगे बाबरी मस्जिद के समर्थन में नारे?

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Strike For Babri
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calendar01 Dec 2025 10:48 AM
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Strike For Babri: एक ओर जहां सारे देश में राममय माहौल बना हुआ है, हर कोई भगवान राम के रंग में रंगा हुआ है। सोमवार को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान लोगों का ये राम प्रेम अपने चरम पर था। लोग जाति-धर्म, ऊंच-नीच सब कुछ भूलकर राम भक्ति में लीन थे। लोग रामोत्सव मना रहे थे, लेकिन दिल्ली की एक यूनिवर्सिटी में 2-3 युवा छात्रों ने रामभक्तों के रंग में भंग डाल दिया।

Strike For Babri: दिल्ली में लगे बाबरी के नारे

ये वाकया दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय का है, जहां सोमवार को दो-तीन छात्रों ने पोस्टर लेकर बाबरी मस्जिद बनाने के समर्थन में नारे लगाए। उनका कहना था कि बाबरी मस्जिद बननी चाहिए। जब तक यह मस्जिद नहीं बनेगी, तब तक वह कक्षाओं का बहिष्कार करेंगे। इस प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंचा और मामला शांत कराया। इस घटना के बाद एहतियात के तौर पर कल से ही जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के बाहर पुलिस बल तैनात हैं।

पुलिस ने दी घटना की जानकारी

इस घटना के बाद एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि "यूनिवर्सिटी के बाहर पुलिस बल की तैनाती एहतियात के तौर पर की गई है। उन्होंने ये भी बताया कि पुलिस बल की तैनाती रामलला की प्राण प्रतिष्ठा और आगामी गणतंत्र दिवस समारोह को ध्यान रखते हुए की गई है। पुलिस अधिकारी का ये भी कहना है कि यूनिवर्सिटी के अंदर एक प्रदर्शन का आयोजन किया गया था, लेकिन बाहर कुछ नहीं हुआ।" जब दिल्ली पुलिस से पूछा गया कि क्या दो लोगों को हिरासत में लिया गया है? तो उन्होंने कहा कि कोई भी हिरासत में नहीं लिया गया है।

Strike For Babri

इस प्रदर्शन पर जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के प्रशासन ने कहा कि "इस प्रदर्शन के चलते पढ़ाई-लिखाई पर कोई असर नहीं पड़ा। पूरा मामला नियंत्रण में है।" यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने कहा, "यह प्रदर्शन सिर्फ दो-तीन छात्र ही कर रहे थे। यही लोग नारेबाजी भी कर रहे थे। इसके चलते कक्षाएं और परीक्षाएं बाधित नहीं हुईं।"

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