Noida News : ब्राह्मïण समाज ने भाजपा को समर्थन देने की ली शपथ
भारत
चेतना मंच
08 Feb 2022 05:53 PM
Noida: नोएडा। भाऊराव देवरस विद्या मन्दिर (Bhaurao Deoras Vidya Mandir) सेक्टर 12 नोएडा में ब्राह्मण समाज ने एकमत से नोएडा महानगर के वर्तमान विधायक पंकज सिंह के पक्ष में आने वाली 10 फरवरी को होने वाले चुनाव में शत प्रतिशत मतदान करने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर महाराष्ट्र से आए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद विनय प्रभाकर सहस्त्रबुद्धे ने अपने उद्बोधन में कहा कि ब्राह्मण समाज हमेशा राष्ट्र निर्माण की सोच रखता है। देश विरोधी और आतताई लोगों के लिए परशुराम के रूप में प्रकट होता है। उन्होंने समाज के आए ब्रह्म बंधुओं से निवेदन किया कि आप देश और राष्ट्र-धर्म, समाज व गौ, गंगा, गायत्री के लिए अपने आप को आहूत कर दिया। ऐसी पार्टियों के लिए वोट करें जिन्होंने भगवान राम के सम्मान में, भगवान शंकर के सम्मान में और आगे भविष्य में भगवान श्री कृष्ण का मथुरा में बनने वाले भव्यतम मंदिर के लिए प्रयासरत हैं। ऐसी पार्टी के लिए वोट करें।
इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता, केसी शर्मा, मंजू शर्मा, योगराज शर्मा, धर्मपाल शर्मा, सुशील शर्मा, मुकेश शर्मा मोहन शर्मा, विनोद शर्मा, जिला कोषाध्यक्ष उमा नंदन कौशिक, ईश्वर गिरी, नैवेद्य शर्मा, डॉ नरेश शर्मा, भारतेंदु शर्मा, ऋषि शर्मा, मनीष शर्मा, प्रज्ञा पाठक, के सी त्रिपाठी, एडवोकेट नीरज शर्मा, हरीश मिश्रा, मुकेश शर्मा, अजीत भारद्वाज गेझा, विनोद शर्मा समेत लगभग 13 सौ लोगों ने हाथ उठाकर शपथ ली की वह आगामी 10 फरवरी को होने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करेंगे।
भाजपा के ब्राह्मण सम्मेलन में हंगामा
Noida: नोएडा । सेक्टर-12 के भाउराव देवरस इंटर कॉलेज में भाजपा के प्रबुद्ध सम्मेलन (ब्राह्मण सम्मेलन) में बसपा के समर्थकों तथा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और जमकर नारे लगाए। सेक्टर-12 में जब भाजपा का ब्राह्मण सम्मेलन चल रहा था उसी वक्त सैकड़ों बसपा के ब्राह्मण कार्यकर्ता स्कूल परिसर में घुस गए तथा भाजपा पर ब्राह्मण विरोधी नारे लगाते हुए ब्राह्मïण हत्यारी भाजपा सरकार मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए। हंगामा देख भाजपा के कार्यकर्ता बसपा कार्यकर्ताओं से भिड़ गए। दोनों के बीच आपस में जमकर मारपीट हुई। बाद में भाजपा नेताओं ने पुलिस बल बुलाकर बसपा कार्यकर्ताओं को वहां से खदेड़ दिया। पुलिस ने बसपा के नेताओं पर जमकर लाठियां भांजी।
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08 Feb 2022 05:53 PM
Noida: नोएडा। भाऊराव देवरस विद्या मन्दिर (Bhaurao Deoras Vidya Mandir) सेक्टर 12 नोएडा में ब्राह्मण समाज ने एकमत से नोएडा महानगर के वर्तमान विधायक पंकज सिंह के पक्ष में आने वाली 10 फरवरी को होने वाले चुनाव में शत प्रतिशत मतदान करने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर महाराष्ट्र से आए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद विनय प्रभाकर सहस्त्रबुद्धे ने अपने उद्बोधन में कहा कि ब्राह्मण समाज हमेशा राष्ट्र निर्माण की सोच रखता है। देश विरोधी और आतताई लोगों के लिए परशुराम के रूप में प्रकट होता है। उन्होंने समाज के आए ब्रह्म बंधुओं से निवेदन किया कि आप देश और राष्ट्र-धर्म, समाज व गौ, गंगा, गायत्री के लिए अपने आप को आहूत कर दिया। ऐसी पार्टियों के लिए वोट करें जिन्होंने भगवान राम के सम्मान में, भगवान शंकर के सम्मान में और आगे भविष्य में भगवान श्री कृष्ण का मथुरा में बनने वाले भव्यतम मंदिर के लिए प्रयासरत हैं। ऐसी पार्टी के लिए वोट करें।
इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता, केसी शर्मा, मंजू शर्मा, योगराज शर्मा, धर्मपाल शर्मा, सुशील शर्मा, मुकेश शर्मा मोहन शर्मा, विनोद शर्मा, जिला कोषाध्यक्ष उमा नंदन कौशिक, ईश्वर गिरी, नैवेद्य शर्मा, डॉ नरेश शर्मा, भारतेंदु शर्मा, ऋषि शर्मा, मनीष शर्मा, प्रज्ञा पाठक, के सी त्रिपाठी, एडवोकेट नीरज शर्मा, हरीश मिश्रा, मुकेश शर्मा, अजीत भारद्वाज गेझा, विनोद शर्मा समेत लगभग 13 सौ लोगों ने हाथ उठाकर शपथ ली की वह आगामी 10 फरवरी को होने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करेंगे।
भाजपा के ब्राह्मण सम्मेलन में हंगामा
Noida: नोएडा । सेक्टर-12 के भाउराव देवरस इंटर कॉलेज में भाजपा के प्रबुद्ध सम्मेलन (ब्राह्मण सम्मेलन) में बसपा के समर्थकों तथा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और जमकर नारे लगाए। सेक्टर-12 में जब भाजपा का ब्राह्मण सम्मेलन चल रहा था उसी वक्त सैकड़ों बसपा के ब्राह्मण कार्यकर्ता स्कूल परिसर में घुस गए तथा भाजपा पर ब्राह्मण विरोधी नारे लगाते हुए ब्राह्मïण हत्यारी भाजपा सरकार मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए। हंगामा देख भाजपा के कार्यकर्ता बसपा कार्यकर्ताओं से भिड़ गए। दोनों के बीच आपस में जमकर मारपीट हुई। बाद में भाजपा नेताओं ने पुलिस बल बुलाकर बसपा कार्यकर्ताओं को वहां से खदेड़ दिया। पुलिस ने बसपा के नेताओं पर जमकर लाठियां भांजी।
UP में BJP के इस राजनीतिक प्रयोग की पहले चरण में होगी अग्नि परीक्षा
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 02:40 AM
यूपी का पिछला विधानसभा चुनाव 2017 में हुआ था और तब किसी को नहीं पता था कि योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) देश के सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। पिछले पांच साल में योगी आदित्यनाथ के प्रति यूपी के आम आदमी की सोच में क्या बदलाव आया है?
योगी के सीएम बनने से बीजेपी (BJP) को नुकसान हुआ है या फायदा? आखिर योगी को सीएम बनाने के पीछे क्या सोच रही होगी? क्या वह सोच सही साबित हुई है? क्या योगी के बहाने बीजेपी और आरएसएस किसी बड़े एजेंडे को बढ़ाने की कोशिश कर रही है? ये ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब के लिए आपको यूपी के आम आदमी से बात करनी होगी।
सत्ता से बाहर रहने के बावजूद कांग्रेस रही सबसे मजबूत
आज शाम पांच बजे उन क्षेत्रों में चुनाव प्रचार का औपचारिक खात्मा हो जाएगा जहां आगामी 10 फरवरी को मतदान है। इन्हीं से एक शहर मथुरा (Mathura) है, जहां बुधवार को यूपी विधानसभा चुनाव (up election 2022) के पहले चरण का मतदान (first phase election in up) होना है।
होली गेट (Holi Gate) चौराहा मथुरा का दिल है। यह गेट, छाता इलाके में आता है। यहां हिंदू और मुस्लिम आबादी घुली-मिली हुई है। होली गेट से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर कृष्ण जन्मभूमि स्थल (Krishna Janmabhoomi) और उससे लगी शाही ईदगाह मस्जिद (Shahi Mosque Eidgah) है जिसे लेकर विवाद है।
कृष्ण की जन्मस्थली और धार्मिक आस्था का केंद्र होने के बावजूद इसे बीजेपी का गढ़ नहीं कहा जा सकता। पिछले विधानसभा चुनाव (2017) से पहले लगातार 15 वर्ष (2002-2017) तक कांग्रेस के प्रदीप माथुर यहां के विधायक रहे हैं।
बीजेपी के वर्तमान विधायक से नाराज हैं लोग
वोटरों और उनकी जाति के लिहाज से देखें तो यहां जाट, ब्राह्मण और राजपूत की संख्या अन्य किसी से भी ज्यादा है। अजीब बात यह है कि 15 साल (2002-2017) तक कांग्रेस (Congress) लगातार यहां से चुनाव जीतती रही जबकि, यूपी में पिछले 33 साल से कांग्रेस सत्ता से बाहर है। फिलहाल, बीजेपी (BJP) के श्रीकांत शर्मा (Shrikant Sharma) यहां के विधायक और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।
तो इस बार यहां क्या होगा? यह सवाल पूछने पर लोग अपने राजनीतिक रुझान के मुताबिक जवाब देते हैं। जाहिर है कि किसी भी शहर में हर राजनीतिक दल के समर्थक और विरोधी मौजूद होते हैं और जवाब भी इसी आधार पर मिलता है।
फिलहाल, शहर में विधायक और प्रदेश में बीजेपी सत्तासीन है तो, उन्हीं के कामकाज और प्रदर्शन के बारे में सवाल किया गया। लेकिन, जो जबाव मिला वह चौंकाने वाला था। बीजेपी समर्थक इस विषय पर बात करने के लिए तैयार नहीं हैं कि उनके वर्तमान विधायक ने पिछले पांच साल में क्या काम किया। उनका कहना है वह इस बार भी बीजेपी को वोट देंगे क्योंकि, योगी को जिताना है।
योगी बन चुके हैं बीजेपी का नया फेस
छाता बाजार से लेकर विश्राम घाट तक बीजेपी के ज्यादातर समर्थक अपने वर्तमान विधायक के काम और उनकी कार्यशैली से नाराज दिखे लेकिन, वे बीजेपी को वोट करना चाहते हैं क्योंकि, योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली उन्हें पसंद है।
यानी, पिछले पांच साल में योगी ने उन लोगों के बीच अपनी छवि को मजबूत किया है जिनका हिंदूत्व के प्रति झुकाव है। लोगों का कहना है कि हमें विधायक से क्या करना है। पिछले पांच साल में योगी जी 20 से ज्यादा बार मथुरा आ चुके हैं और यहां के विकास पर सीधे उनकी नजर है।
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है आखिर क्यों 2017 के चुनाव के बाद अचानक योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को यूपी का सीएम बनाया गया और क्यों 2022 में योगी के नाम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया गया।
कैसे योगी ने बदल दी बीजेपी की आंतरिक राजनीति
जाहिर है कि पिछले पांच वर्षों में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कठोर प्रशासक और आस्थावान हिंदू नेता के तौर पर अपनी छवि को मजबूती से स्थापित किया है। अचानक सीएम बनने वाले नेता से कठोर प्रशासन तक के सफर की अंतिम परीक्षा 10 फरवरी से शुरू हो रही है। तब और अब में बहुत कुछ बदल चुका है। आज, बीजेपी में मोदी (Narendra Modi) के बाद कौन के जवाब में योगी का नाम सबसे आगे है। इस रेस में अमित शाह (Amit Shah) भी योगी से पिछड़ते नजर आते हैं।
योगी की इस छवि के पीछे किसका हाथ है? क्या इससे बीजेपी को चुनावी लाभ मिलेगा? क्या यह सच में मोदी के बाद कौन का जवाब तलाशने के लिए किया गया राजनीतिक प्रयोग है? या इसकी कोई और वजह है? इन सवालों का जवाब 10 मार्च के बाद अपने आप स्पष्ट हो जाएगा। इसमें कोई दो राय नहीं कि 10 मार्च के परिणाम भारतीय राजनीति के भविष्य को गहरे तक प्रभावित करने वाले हैं। यह प्रभाव क्या होंगे और उनका भारत के भविष्य पर क्या असर पड़ेगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
- संजीव श्रीवास्तव
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चेतना मंच
02 Dec 2025 02:40 AM
यूपी का पिछला विधानसभा चुनाव 2017 में हुआ था और तब किसी को नहीं पता था कि योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) देश के सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। पिछले पांच साल में योगी आदित्यनाथ के प्रति यूपी के आम आदमी की सोच में क्या बदलाव आया है?
योगी के सीएम बनने से बीजेपी (BJP) को नुकसान हुआ है या फायदा? आखिर योगी को सीएम बनाने के पीछे क्या सोच रही होगी? क्या वह सोच सही साबित हुई है? क्या योगी के बहाने बीजेपी और आरएसएस किसी बड़े एजेंडे को बढ़ाने की कोशिश कर रही है? ये ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब के लिए आपको यूपी के आम आदमी से बात करनी होगी।
सत्ता से बाहर रहने के बावजूद कांग्रेस रही सबसे मजबूत
आज शाम पांच बजे उन क्षेत्रों में चुनाव प्रचार का औपचारिक खात्मा हो जाएगा जहां आगामी 10 फरवरी को मतदान है। इन्हीं से एक शहर मथुरा (Mathura) है, जहां बुधवार को यूपी विधानसभा चुनाव (up election 2022) के पहले चरण का मतदान (first phase election in up) होना है।
होली गेट (Holi Gate) चौराहा मथुरा का दिल है। यह गेट, छाता इलाके में आता है। यहां हिंदू और मुस्लिम आबादी घुली-मिली हुई है। होली गेट से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर कृष्ण जन्मभूमि स्थल (Krishna Janmabhoomi) और उससे लगी शाही ईदगाह मस्जिद (Shahi Mosque Eidgah) है जिसे लेकर विवाद है।
कृष्ण की जन्मस्थली और धार्मिक आस्था का केंद्र होने के बावजूद इसे बीजेपी का गढ़ नहीं कहा जा सकता। पिछले विधानसभा चुनाव (2017) से पहले लगातार 15 वर्ष (2002-2017) तक कांग्रेस के प्रदीप माथुर यहां के विधायक रहे हैं।
बीजेपी के वर्तमान विधायक से नाराज हैं लोग
वोटरों और उनकी जाति के लिहाज से देखें तो यहां जाट, ब्राह्मण और राजपूत की संख्या अन्य किसी से भी ज्यादा है। अजीब बात यह है कि 15 साल (2002-2017) तक कांग्रेस (Congress) लगातार यहां से चुनाव जीतती रही जबकि, यूपी में पिछले 33 साल से कांग्रेस सत्ता से बाहर है। फिलहाल, बीजेपी (BJP) के श्रीकांत शर्मा (Shrikant Sharma) यहां के विधायक और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।
तो इस बार यहां क्या होगा? यह सवाल पूछने पर लोग अपने राजनीतिक रुझान के मुताबिक जवाब देते हैं। जाहिर है कि किसी भी शहर में हर राजनीतिक दल के समर्थक और विरोधी मौजूद होते हैं और जवाब भी इसी आधार पर मिलता है।
फिलहाल, शहर में विधायक और प्रदेश में बीजेपी सत्तासीन है तो, उन्हीं के कामकाज और प्रदर्शन के बारे में सवाल किया गया। लेकिन, जो जबाव मिला वह चौंकाने वाला था। बीजेपी समर्थक इस विषय पर बात करने के लिए तैयार नहीं हैं कि उनके वर्तमान विधायक ने पिछले पांच साल में क्या काम किया। उनका कहना है वह इस बार भी बीजेपी को वोट देंगे क्योंकि, योगी को जिताना है।
योगी बन चुके हैं बीजेपी का नया फेस
छाता बाजार से लेकर विश्राम घाट तक बीजेपी के ज्यादातर समर्थक अपने वर्तमान विधायक के काम और उनकी कार्यशैली से नाराज दिखे लेकिन, वे बीजेपी को वोट करना चाहते हैं क्योंकि, योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली उन्हें पसंद है।
यानी, पिछले पांच साल में योगी ने उन लोगों के बीच अपनी छवि को मजबूत किया है जिनका हिंदूत्व के प्रति झुकाव है। लोगों का कहना है कि हमें विधायक से क्या करना है। पिछले पांच साल में योगी जी 20 से ज्यादा बार मथुरा आ चुके हैं और यहां के विकास पर सीधे उनकी नजर है।
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है आखिर क्यों 2017 के चुनाव के बाद अचानक योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को यूपी का सीएम बनाया गया और क्यों 2022 में योगी के नाम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया गया।
कैसे योगी ने बदल दी बीजेपी की आंतरिक राजनीति
जाहिर है कि पिछले पांच वर्षों में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कठोर प्रशासक और आस्थावान हिंदू नेता के तौर पर अपनी छवि को मजबूती से स्थापित किया है। अचानक सीएम बनने वाले नेता से कठोर प्रशासन तक के सफर की अंतिम परीक्षा 10 फरवरी से शुरू हो रही है। तब और अब में बहुत कुछ बदल चुका है। आज, बीजेपी में मोदी (Narendra Modi) के बाद कौन के जवाब में योगी का नाम सबसे आगे है। इस रेस में अमित शाह (Amit Shah) भी योगी से पिछड़ते नजर आते हैं।
योगी की इस छवि के पीछे किसका हाथ है? क्या इससे बीजेपी को चुनावी लाभ मिलेगा? क्या यह सच में मोदी के बाद कौन का जवाब तलाशने के लिए किया गया राजनीतिक प्रयोग है? या इसकी कोई और वजह है? इन सवालों का जवाब 10 मार्च के बाद अपने आप स्पष्ट हो जाएगा। इसमें कोई दो राय नहीं कि 10 मार्च के परिणाम भारतीय राजनीति के भविष्य को गहरे तक प्रभावित करने वाले हैं। यह प्रभाव क्या होंगे और उनका भारत के भविष्य पर क्या असर पड़ेगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
Noida News : हरौला सहित कई गांवों में सपा प्रत्याशी को समर्थन
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 02:00 AM
Noida: नोएडा । समाजवादी पार्टी नोएडा विधानसभा(Samajwadi Party Noida Assembly) के प्रत्याशी सुनील चौधरी(Sunil Chaudhary) ने सपा नेताओं के साथ झुंडपुरा, हरौला, नयाबांस, अट्टा, छलेरा सहित कई गांव में सघन जनसंपर्क चलाकर घर-घर वोट मांगे। इस दौरान उनका हरौला में कई जगह पर स्वागत किया गया और उन्हें वोट देने का आश्वासन दिया गया।गौरतलब है कि हरौला गांव में सुनील चौधरी की ससुराल है। जनसंपर्क के दौरान उन्हें जनता का भारी समर्थन व आशीर्वाद मिला। इस अवसर पर सपा प्रत्याशी सुनील चौधरी ने कहा कि भाजपा विधायक ने पांच साल में कोई कार्य नहीं किया। जिस विधायक को जनता के बीच रहना चाहिए था वह दिल्ली और लखनऊ में रहे।सपा सरकार के शासनकाल में नोएडा में ऐतिहासिक विकास कार्य किये गए और भाजपा सरकार ने केवल सपा सरकार के कार्यों के उद्घाटन का उद्घाटन किया। जनता को अपने बीच का विधायक चाहिए जो उनके सुख-दु:ख में साथ रहे। नोएडा की जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है और सपा को जिताने का संकल्प ले लिया है।
इस अवसर पर नोएडा ग्रामीण जिला महासचिव एवं प्रवक्ता राघवेंद्र दुबे ने कहा कि सपा सरकार बनने पर दोबारा नोएडा विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर होगा। मेट्रो संचालन, शिल्प हाट, नारी निकेतन, सेक्टर-39 में हॉस्पिटल, मल्टीलेवल पार्किंग, सर्फाबाद में मिनी स्टेडियम, होशियारपुर में कन्या इंटर कॉलेज सहित तमाम विकास के कार्य हुए।
इस अवसर पर अध्यक्ष महेंद्र यादव, देवेंद्र अवाना, सूबे यादव, ओमपाल राणा, देवेंद्र गुर्जर, जगत चौधरी, बबलू चौहान, विनोद चौहान, विक्रम चौहान, विनोद यादव, ओमवीर बंसल, आशु अवाना, पवन शर्मा, सौरभ शर्मा, हीरा चौधरी, मुन्ना आलम, यामीन खान, मोहम्मद तस्लीम सहित तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 02:00 AM
Noida: नोएडा । समाजवादी पार्टी नोएडा विधानसभा(Samajwadi Party Noida Assembly) के प्रत्याशी सुनील चौधरी(Sunil Chaudhary) ने सपा नेताओं के साथ झुंडपुरा, हरौला, नयाबांस, अट्टा, छलेरा सहित कई गांव में सघन जनसंपर्क चलाकर घर-घर वोट मांगे। इस दौरान उनका हरौला में कई जगह पर स्वागत किया गया और उन्हें वोट देने का आश्वासन दिया गया।गौरतलब है कि हरौला गांव में सुनील चौधरी की ससुराल है। जनसंपर्क के दौरान उन्हें जनता का भारी समर्थन व आशीर्वाद मिला। इस अवसर पर सपा प्रत्याशी सुनील चौधरी ने कहा कि भाजपा विधायक ने पांच साल में कोई कार्य नहीं किया। जिस विधायक को जनता के बीच रहना चाहिए था वह दिल्ली और लखनऊ में रहे।सपा सरकार के शासनकाल में नोएडा में ऐतिहासिक विकास कार्य किये गए और भाजपा सरकार ने केवल सपा सरकार के कार्यों के उद्घाटन का उद्घाटन किया। जनता को अपने बीच का विधायक चाहिए जो उनके सुख-दु:ख में साथ रहे। नोएडा की जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है और सपा को जिताने का संकल्प ले लिया है।
इस अवसर पर नोएडा ग्रामीण जिला महासचिव एवं प्रवक्ता राघवेंद्र दुबे ने कहा कि सपा सरकार बनने पर दोबारा नोएडा विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर होगा। मेट्रो संचालन, शिल्प हाट, नारी निकेतन, सेक्टर-39 में हॉस्पिटल, मल्टीलेवल पार्किंग, सर्फाबाद में मिनी स्टेडियम, होशियारपुर में कन्या इंटर कॉलेज सहित तमाम विकास के कार्य हुए।
इस अवसर पर अध्यक्ष महेंद्र यादव, देवेंद्र अवाना, सूबे यादव, ओमपाल राणा, देवेंद्र गुर्जर, जगत चौधरी, बबलू चौहान, विनोद चौहान, विक्रम चौहान, विनोद यादव, ओमवीर बंसल, आशु अवाना, पवन शर्मा, सौरभ शर्मा, हीरा चौधरी, मुन्ना आलम, यामीन खान, मोहम्मद तस्लीम सहित तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे।