चांदी की तेज रफ्तार पर अचानक कैसे लगी ब्रेक? वजह चौंकाने वाली

चांदी के दाम में अचानक बड़ी गिरावट देखने को मिली है। महज चार घंटों में चांदी अपने पीक से करीब 8,800 रुपये तक टूट गई जबकि सोने की कीमतें भी रिकॉर्ड हाई से फिसल गईं। जानिए MCX पर आज सोने और चांदी के ताजा भाव, गिरावट की वजह, मुनाफावसूली का असर और आगे कीमतों का पूरा अनुमान।

Silver Price Today
चांदी के दाम में भारी गिरावट
locationभारत
userअसमीना
calendar13 Dec 2025 11:12 AM
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शुक्रवार का दिन सर्राफा बाजार के लिए बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा। जहां एक तरफ चांदी ने अपने जीवनकाल का सबसे ऊंचा स्तर छूकर निवेशकों को चौंका दिया वहीं दूसरी ओर महज कुछ घंटों में ऐसा तेज क्रैश देखने को मिला कि बाजार में हलचल मच गई। चांदी चार घंटों के भीतर अपने पीक से करीब 8,800 रुपये तक टूट गई जबकि सोने की कीमतों में भी रिकॉर्ड हाई से गिरावट दर्ज की गई। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह निवेशकों की ओर से की गई जबरदस्त मुनाफावसूली रही।

कुछ घंटों में तेजी से फिसली चांदी की कीमत

शुक्रवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर चांदी के भाव पहले तेजी से चढ़ते हुए शाम करीब 8 बजे अपने ऑल टाइम हाई स्तर 2,01,615 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए। जैसे ही चांदी ने 2 लाख रुपये का आंकड़ा पार किया वैसे ही बड़े निवेशकों ने मौके को भांपते हुए मुनाफा निकालना शुरू कर दिया। इसका असर यह हुआ कि कुछ ही घंटों में चांदी की कीमतें तेजी से फिसलती चली गईं। बाजार बंद होते-होते चांदी 1,92,851 रुपये प्रति किलो पर आकर बंद हुई।

बाजार में बना अचानक दबाव

इतना ही नहीं, देर रात कारोबार के दौरान चांदी और भी कमजोर होती नजर आई और एक समय यह 1,90,077 रुपये प्रति किलो तक फिसल गई थी। अगर गुरुवार की बात करें तो उस दिन चांदी 1,98,942 रुपये पर बंद हुई थी। इस हिसाब से चांदी एक ही दिन में करीब 6,091 रुपये सस्ती हो गई। साफ है कि ऊंचे स्तरों पर पहुंचते ही निवेशकों ने चतुराई दिखाते हुए मुनाफावसूली को तरजीह दी जिससे बाजार में अचानक दबाव बन गया।

कैसा है सोने का हाल?

सोने की बात करें तो वहां भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। हालांकि गिरावट की तीव्रता चांदी जितनी नहीं रही। शुक्रवार को MCX पर सोने के भाव 1,35,263 रुपये प्रति 10 ग्राम के साथ अपने लाइफ टाइम हाई पर पहुंचे थे। इसके बाद यहां भी मुनाफावसूली देखने को मिली और बाजार बंद होते समय सोना 1,33,622 रुपये पर आ गया। कारोबार के दौरान सोने ने 1,32,275 रुपये का निचला स्तर भी देखा।

सोने पर निवेशकों का भरोसा

गिरावट के बावजूद सोना गुरुवार के मुकाबले शुक्रवार को मजबूती के साथ बंद हुआ। गुरुवार को सोना 1,32,469 रुपये पर बंद हुआ था, जबकि शुक्रवार को इसमें 1,153 रुपये की तेजी दर्ज की गई। इससे साफ होता है कि निवेशकों का भरोसा अभी भी सोने पर बना हुआ है भले ही ऊपरी स्तरों पर थोड़ी मुनाफावसूली हो रही हो।

निवेशकों को रिकॉर्ड रिटर्न

अगर पूरे साल के प्रदर्शन पर नजर डालें तो सोना और चांदी दोनों ने निवेशकों को रिकॉर्ड रिटर्न दिया है। वायदा बाजार में पिछले साल के आखिरी कारोबारी दिन सोने की कीमत करीब 76,748 रुपये थी। वहां से अब तक सोना करीब 56,874 रुपये महंगा हो चुका है जो लगभग 74 फीसदी की जबरदस्त बढ़त को दिखाता है। वहीं चांदी ने तो इस मामले में सोने को भी पीछे छोड़ दिया है।

1 लाख से ज्यादा की छलांग

पिछले साल के आखिरी कारोबारी दिन चांदी की कीमत 87,233 रुपये प्रति किलो थी। अब यह बढ़कर 1 लाख रुपये से ज्यादा की छलांग लगा चुकी है। कुल मिलाकर चांदी में करीब 1,05,618 रुपये यानी 121 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है। यही वजह है कि चांदी निवेशकों के लिए इस साल सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली धातु बन गई है।

जल्दबाजी में न लें फैसला

बाजार जानकारों के मुताबिक, सोने और चांदी की कीमतों में आई इस ऐतिहासिक तेजी के पीछे कई वजहें हैं। वैश्विक स्तर पर सप्लाई की कमी, माइनिंग प्रोडक्शन में गिरावट, आर्थिक अनिश्चितता और जियो-पॉलिटिकल तनाव ने कीमती धातुओं की डिमांड को मजबूत किया है। इसके साथ ही महंगाई और ब्याज दरों को लेकर बनी अनिश्चितता भी निवेशकों को सुरक्षित निवेश की ओर आकर्षित कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही बीच-बीच में मुनाफावसूली के कारण कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिले लेकिन आने वाले समय में सोने और चांदी दोनों की कीमतों में मजबूती बनी रह सकती है। ऐसे में निवेशकों के लिए यह जरूरी है कि वे जल्दबाजी में फैसले लेने के बजाय बाजार की चाल को समझते हुए रणनीति बनाएं।


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इन 3 कारणों से हरा-भरा रहता है शेयर बाजार, अभी जानें वरना पछताएंगे

भारतीय शेयर बाजार 12 दिसंबर 2025 को लगातार दूसरे दिन तेजी के साथ उभरा। सेंसेक्स ने 400 अंक की छलांग लगाई और निफ्टी ने फिर से 26,000 का स्तर पार किया। निवेशकों का मनोबल बढ़ने के साथ बाजार में उत्साह देखने को मिला। इस तेजी के पीछे तीन बड़े कारण हैं बताए जा रहे हैं। चलिए जानते हैं...

Share Market Rise
सेंसेक्स 400 अंक उछला और निफ्टी 26,000 पार
locationभारत
userअसमीना
calendar12 Dec 2025 01:54 PM
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भारतीय शेयर बाजार आज (12 दिसंबर 2025) लगातार दूसरे दिन तेजी के साथ कारोबार करते नजर आए। शुरुआती कारोबारी सत्र में सेंसेक्स ने 400 अंकों की छलांग लगाई और निफ्टी ने फिर से 26,000 के स्तर को पार किया। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तेजी के पीछे तीन मुख्य कारण हैं जो निवेशकों के मनोबल को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।

सुबह के कारोबार का हाल

सुबह 10 बजे के करीब सेंसेक्स 370.72 अंक या 0.44% बढ़कर 85,188.85 पर कारोबार कर रहा था। वहीं निफ्टी 118.60 अंक या 0.46% की बढ़त के साथ 26,017.15 पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा, बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी कारोबार के दौरान लगभग 0.8 प्रतिशत तक उछल गए।

मजबूत ग्लोबल सेंटिमेंट

आज के तेजी में सबसे बड़ा योगदान ग्लोबल मार्केट का रहा। एशियाई शेयर बाजार जैसे कि साउथ कोरिया का कास्पी, जापान का निक्केई 225 और हांगकांग का हैंग सेंग सुबह के कारोबार में हरे निशान पर ट्रेड कर रहे थे। वहीं अमेरिकी शेयर बाजार भी बीती रात बढ़त के साथ बंद हुए। इन संकेतों ने घरेलू निवेशकों को भरोसा दिया और बाजार में तेजी का मार्ग प्रशस्त किया।

मोदी–ट्रंप बातचीत से निवेशकों को भरोसा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत की। इस बातचीत में द्विपक्षीय समझौते और अन्य अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई। मोदी ने इसे गर्मजोशी भरी और दिलचस्प बातचीत बताया। ट्रेड डील को लेकर अनिश्चितता के बीच यह कदम निवेशकों को राहत और भरोसा प्रदान कर रहा है।

VIX में गिरावट

इंडिया वोलैटिलिटी इंडेक्स (VIX) शुक्रवार को 2.5% गिरकर 10.14 पर आ गया। VIX का गिरना आमतौर पर संकेत देता है कि बाजार में अनिश्चितता कम हुई है और निवेशक अधिक जोखिम लेने के लिए तैयार हैं। इसका मतलब है कि निवेशकों का सेंटिमेंट मजबूत हुआ है और बाजार में तेजी का माहौल बन रहा है।

(डिस्क्लेमरः चेतना मंच यूजर्स को सलाह देता है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)

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ScaleSauce IPO की ताबड़तोड़ शुरुआत! निवेश से पहले जरूर पढ़ें ये अपडेट

ScaleSauce IPO ने NSE SME पर 90% प्रीमियम के साथ दमदार लिस्टिंग की लेकिन थोड़ी देर में शेयर लोअर सर्किट पर फिसल गया। यहां जानिए ScaleSauce के शेयर प्राइस, कंपनी का बिजनेस, फाइनेंशियल परफॉर्मेंस, IPO सब्सक्रिप्शन, फंड इस्तेमाल और आगे निवेश से जुड़ी जरूरी जानकारी।

ScaleSauce IPO Listing
ScaleSauce IPO: 90% लिस्टिंग गेन, जानें पूरी डिटेल
locationभारत
userअसमीना
calendar12 Dec 2025 01:07 PM
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देश में कंज्यूमर ब्रांड्स तैयार करने वाली कंपनी ScaleSauce Design India ने आज NSE SME एक्सचेंज पर शानदार एंट्री की। कंपनी के शेयर्स की लिस्टिंग ₹203.30 पर हुई जो कि IPO प्राइस ₹107 से लगभग 90% का जबरदस्त प्रीमियम था। शुरुआती रफ्तार ने निवेशकों को उत्साहित किया लेकिन कुछ ही देर में शेयर फिसलकर ₹193.15 के लोअर सर्किट पर पहुंच गया। इसके बावजूद IPO निवेशकों के पास अब भी 80% से अधिक का लाभ मौजूद है।

ScaleSauce IPO को इतना जोरदार रिस्पांस क्यों मिला?

स्केलसॉस का ₹40.21 करोड़ का IPO 5 से 9 दिसंबर तक खुला था और इसे निवेशकों की तरफ से बेहतरीन रिस्पांस मिला। IPO कुल मिलाकर 2.19 गुना सब्सक्राइब हुआ। खास बात यह रही कि गैर-संस्थागत निवेशकों का कोटा लगभग 4.60 गुना भरा जो निवेशकों के भरोसे का संकेत है। कंपनी द्वारा जारी किए गए 37,58,400 नए शेयर पूरी तरह फ्रेश इश्यू थे।

IPO की रकम का इस्तेमाल कहां होगा?

ScaleSauce ने निवेशकों से मिले फंड के इस्तेमाल की स्पष्ट और पारदर्शी योजना बनाई है जो इसकी वित्तीय अनुशासन को दर्शाती है। जुटाई गई रकम में से लगभग ₹11.49 करोड़ ऑफिस खरीदने, इंटीरियर और रिफर्बिशमेंट पर खर्च होंगे। ₹11 करोड़ कंपनी अपने कर्ज को हल्का करने में लगाएगी ताकि बैलेंस शीट और मजबूत हो सके। इसके अलावा ₹7.29 करोड़ वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए और बाकी राशि सामान्य कॉर्पोरेट खर्च पर इस्तेमाल होगी। फंड का यह संतुलित उपयोग कंपनी की विस्तार योजनाओं को सुरक्षित और टिकाऊ बनाता है।

ScaleSauce क्या करती है?

मार्च 2010 में बनी ScaleSauce Design India एक कंज्यूमर ब्रांड हाउस है जो होम, लिविंग और फूड सेगमेंट्स में काम करती है। कंपनी के तहत बेडशीट, पर्दे, टेबल लिनेन, कंफर्टर्स और पिलो कवर जैसे घरेलू उत्पाद बनाए जाते हैं। इसके अलावा कंपनी अपने ब्रांड्स के तहत सॉस और फूड प्रोडक्ट्स भी बनाती और बेचती है। मैन्युफैक्चरिंग के साथ-साथ कंपनी कृषि से जुड़े उत्पाद, कॉटन, फैब्रिक और अन्य घरेलू सामान की भी बिक्री करती है। इतना ही नहीं, कंपनी ब्रांड मार्केटिंग का काम भी करती है जिससे इसकी आय एक से अधिक स्रोतों से होती है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति

कंपनी की वित्तीय सेहत पिछले तीन वर्षों में लगातार सुधरी है। वित्त वर्ष 2023 में जहां कंपनी को ₹1.29 करोड़ का घाटा हुआ था वहीं अगले ही साल FY24 में यह पलटकर ₹6.88 करोड़ के मुनाफे में आ गई। वित्त वर्ष 2025 में यह लाभ बढ़कर ₹10.79 करोड़ पहुंच चुका है। यह प्रदर्शन बताता है कि कंपनी ने न सिर्फ अपना बिजनेस मजबूत किया बल्कि मार्केट में अपनी पकड़ भी बढ़ाई। टोटल इनकम की बात करें तो यह सालाना 59% की तेज CAGR से बढ़कर FY25 में ₹55.01 करोड़ तक पहुंच गई। चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर 2025) में भी कंपनी ने ₹5.05 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹28.17 करोड़ की आय दर्ज की है। सितंबर 2025 तक इसकी बैलेंस शीट पर ₹27.20 करोड़ के रिजर्व मौजूद थे और कंपनी बिल्कुल बिना कर्ज के थी। यह बात इसे और भी मजबूत बनाती है।

क्या निवेशक ScaleSauce में एंट्री लें?

कंपनी का तेजी से बढ़ता बिज़नेस, कर्ज-मुक्त बैलेंस शीट, लगातार बढ़ता मुनाफा और IPO के प्रति मजबूत निवेशक रुचि इसे एक उभरता हुआ SME स्टॉक बनाते हैं। हालांकि लिस्टिंग के ठीक बाद गिरावट यह भी दिखाती है कि SME स्टॉक्स में उतार-चढ़ाव काफी तेज होता है। इसलिए निवेशक एंट्री लेने से पहले कंपनी की ग्रोथ, मार्केट कैप, वेल्यूएशन और अपने जोखिम प्रोफाइल को ध्यान में जरूर रखें।

(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार या आईपीओ में पैसे लगाने से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।)

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