Friday, 22 November 2024

Stock Market: इस हफ्ते बाजार में लगातार होता रहा उतार-चढ़ाव, कैसी रहेगी बाजार की चाल

Stock Market: चीन से निकली कोरोनावायरस की जानकारी ने दुनिया में खलबली मचाकर रख दिया है। जापान और अमेरिका भी…

Stock Market: इस हफ्ते बाजार में लगातार होता रहा उतार-चढ़ाव, कैसी रहेगी बाजार की चाल

Stock Market: चीन से निकली कोरोनावायरस की जानकारी ने दुनिया में खलबली मचाकर रख दिया है। जापान और अमेरिका भी बड़ी संख्या में दैनिक मामले दर्ज होना शुरु हो गए हैं। इसका वजह सेचीन में सख्त लॉकडाउन से वैश्विक शेयर बाजारों में घबराहट होना शुरु हो गई है। निवेशकों को स्थिति में उभरने पर नजर रखने की जरुरत है। वहीं घरेलू मार्केट में प्रभावित हुए हैं।

भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में गुरुवार की बात करें तो यानी 22 दिसंबर को लगातार तीसरे दिन गिरावट होकर बाजार बन्द हो गया। सेंसेक्स 241 अंक (0.39%) कम होने के बाद 60,826 पर बंद हो गया था। वहीं निफ्टी 71 अंक (0.39%) गिरने के बाद 18,127 के स्तर पर आ गया था। सेंसेक्स के 30 में से 24 शेयर्स में गिरावट हुई है।

इससे पहले 21 दिसंबर को भी शेयर बाजार में भारी गिरावट होना शुरु हो गई थी। बुधवार को सेंसेक्स 635 अंक (1.03%) गिरकर 61,067 अंक पर पहुंचकर बन्द हो गया था। वहीं निफ्टी 186 अंक (1.01%) गिरकर 18,199 के स्तर पर बना हुआ था।

इन शेयर्स में हुई बढ़त

इन शेयर्स मे बढ़त देखने को मिल गई है। निवेशकों को काफी फायदा हुआ है। इसमें सन फार्मा, अल्ट्राटेक सीमेंट. SBI. अपोला, अपोलो हाॅस्पिटल, डिविस लेबोरेट्रीज,अडाणी इंटरप्राइजेज. टीसीएस. रिलायंस, अडाणी पोर्टस, एम एण्ड एम में बढ़त हो चुकी है। जिसकी वजह से निवेशकों को फायदा हुआ है।

इन शेयर्स में हुई गिरावट

कुछ शेयर्स में गिरावट देखने को मिली है। इन स्टाॅक की वजह से काफी नुकसान हुआ है। इसमें अडाणी पोर्टस, हिंडाल्को, यूपीएल, बजाज फिनजर्व, अल्ट्राटेक सीमेंट, आयशर मोटर्स, टाटा मोटर्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टीसीएस, ओएनजीसी और टाटा मोटर्स में गिरावट देखने को मिली है।

निवेशकों को हुआ अधिक नुकसान

इस हफ्ते में निवेशकों को काफी झटका लगा है। वहीं शेयर्स में गिरावट होने के बाद लगातार निवेशकों सचेत रहने की जरुरत है। पिछले सात सत्र में मार्केट में गिरावट होने से निवेशकों को पहले ही 16 लाख करोड़ रुपये से अधिक नुकसान हो गया है।

वैश्विक शेयरों में शुक्रवार को मिला-जुला रुख रहा क्योंकि साल का आखिरी पूर्ण कारोबारी सप्ताह करीब आ रहा है, अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों में उछाल के साथ पिछले 12 महीनों में बढ़ती कीमतों और ब्याज दरों ने निवेशकों की सोच को मौलिक रूप से बदल दिया है।

इस वजह से रुपये में हुई गिरावट

कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती और ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच घरेलू शेयरों में भारी गिरावट के कारण शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे की गिरावट के साथ 82.86 पर बंद हुआ।

कब बाजार में होगी उछाल

बाजार में उतार चढ़ाव भी करेक्शन की तरफ इशारा कर रहे हैं। वेश्विक स्तर मे मार्केट में उतार-चढ़ाव होने की संभावना है। हालांकि शेयर बाजार में आगामी आंकड़ों को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं हैं। वहीं वैश्वक बाजार में सुधार के बाद ही बाजार में दोबारा रिकवरी शुरु हो जाएगी।

 

 

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