Friday, 22 November 2024

फर्जी रेंट एग्रीमेंट बनवाना पड़ सकता है भारी, मिलेगी ये सजा

Fake Rent Agreement:  कई बार आप टैक्स बचाने के चक्कर में टैक्स फाइल करते टाइम फर्जी हाउस रेंट स्लिप लगा…

फर्जी रेंट एग्रीमेंट बनवाना पड़ सकता है भारी, मिलेगी ये सजा

Fake Rent Agreement:  कई बार आप टैक्स बचाने के चक्कर में टैक्स फाइल करते टाइम फर्जी हाउस रेंट स्लिप लगा देते हैं, लेकिन आपने कभी सोचा है आपको फार्जी टैक्स रेंट स्लिप लगाना कितना भारी पड़ सकता है। दरअसल 1 अपैल 2024 से नए वित्त वर्ष शुरु हो चुका है। ऐसे में टैक्स के रुल में कुछ बदलाव भी किए है। अगर आपने फर्जी रेंट स्लिप लगाई तो आपको सीधे आयकर विभाग नोटिस भेजेगा। इतना ही नहीं अगर आप फर्जी रेंट स्लिप लगाते पकड़े गए तो आपके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है। इसी के साथ फर्जी रेंट स्लिप के कारण आप पर भारी जुर्माना भी लग सकता है।

क्या कहता है डिपार्टमेंट?

आपको बता दें कि इस बारें में आयकर विभाग (Income Tax) का कहना है कि आईटीआर भरते समय फर्जी हाउस रेंट स्लिप लगाना कानूनी तौर पर गलत है और इसे रोकने के लिए आयकर विभाग ने पूरा प्लान तैयार किया है। इतना ही नहीं आईटीआर भरते समय फर्जी कागजों का इस्तेमाल करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक,  देश भर में ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग इनकम टैक्स को बचाने के लिए हाउस रेंट की फेक स्लिप का इस्तेमाल करते है।

Fake Rent Agreement

फेक आयकर रेंट स्लिप पर आयकर विभाग सख्त

इसी धोखाधड़ी को देखते हुए आयकर विभाग ने लगाम लगाने की तैयारी की है। दरअसल आयकर विभाग डिपार्टमेंट ऐसी गतिविधियों पिछले साल से ही लगाम कसना शुरू कर दिया था, इसलिए अगर आप फर्जी रेंट स्लिप लगाते हो तो कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस बार आयकर विभाग नई तकनीक पर काम कर रहा है, जिससे फर्जी हाउस रेंट स्लिप लगाने वालों की पहचान आसानी से हो जाएगी।

ऐसे होती है कार्रवाई

बता दें कि आयकर विभाग के मुताबिक इनकम टैक्स के नए आईटीआर फॉर्म और संशोधित नए फार्म-16 को इस तरह से बनाया गया है कि जिसमें गलत और फर्जी डॉक्यूमेंट लगाने वालों की कंप्यूटर आधारित प्रक्रिया आसानी से पकड़ में आ जाएगी। वहीं अगर कोई भी डेटा में कम्प्यूटर जांच के दौरान सही नहीं पाया गया तो फिर आयकर विभाग की ओर से सीधे नोटिस भेजा जाएगा।

यानी फर्जी रेंट स्लिप लगाने वालों की मुसीबतें बढ़ने वाली है। इस बारें में आयकर विभाग का कहना है कि नया फार्म-16 से इलेक्ट्रॉनिक मैचिंग के जरिए फॉर्म में दर्ज किए गए आंकड़ों का मिलान करेगा, यानी फॉर्म में भरे आंकड़ों का आयकर विभाग अपने तमाम सोर्स के जरिए वेरीफाई करके ही आगे की प्रक्रिया को शुरू करेगा। जो इसमें पकड़ा गया उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। Fake Rent Agreement

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